Sawan 2023: विश्व प्रसिद्ध राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2023 के दूसरे दिन बुधवार को 31 हजार महिला-पुरुष कांवरियों ने बाबा का जलाभिषेक कर स्पर्श पूजा किया. ब्रह्म मुहूर्त में करीब 2.53 बजे मंदिर का पट खुला. सरकारी पूजा के बाद साढ़े चार बजे से हर हर महादेव, जय बाबा फौजदारीनाथ, बोल बम आदि के जयघोष से पूरा मंदिर परिसर गूंजायमान रहा. श्रद्धालुओं ने बाबा पर जलार्पण शुरू किया. कांवरियों को पुलिस बलों ने कतारबद्ध तरीके से मंदिर गर्भगृह में प्रवेश कराया. कांवरियों की कतार संस्कार मंडप होते हुए शिवगंगा पीड़ तक ही सिमटी रही. संध्या बेला मेंआधे घंटे तक के लिए मंदिर का पट बंद हुआ. इसके बाद जलार्पण का जो सिलसिला प्रारंभ हुआ वह देर शाम तक चलते रहा.
कांवरियों से पटा इलाका
तीन बजे सुबह से ही मंदिर प्रांगण, शिवगंगा घाट व मेला परिसर कांवरियों से पटा रहा. महिला पुरुष कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ पर जलार्पण कर मंगलकामना की. महिला व पुरूष श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर बाबा पर जलार्पण किया. सावन में भोलेनाथ का शृंगार दर्शन अदभूत होता है. दर्शन मात्र से मनोकामनाएं पूरी होती है. मंदिर प्रांगण में अधिकारियों ने कांवरियों की कतार को सुचारू रूप से गर्भगृह में प्रवेश कराया.
393 कांवरियों ने शीघ्रदर्शनम के टोकन खरीदे
शीघ्रदर्शनम व्यवस्था के तहत मेला के दूसरे दिन 393 टोकन बिके. श्रद्धालु मंदिर कार्यालय में 300 रुपये का रसीद लेकर शीघ्रदर्शनम गेट से मंदिर गर्भगृह में सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था से मंदिर प्रबंधन को एक लाख 17 हजार 900 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. शीघ्रदर्शनम की बेहतर व्यवस्था पर कांवरियों ने प्रसन्नता व्यक्त की.
2,24,480 रुपये की हुई आमदनी
मंदिर न्यास समिति को 2,24,480 रुपये की आमदनी हुई. गर्भगृह गोलक से 1,06,580 रुपये नगद एवं अन्य श्रोतों से एक लाख 17 हजार 900 रुपये की आमदनी प्राप्त हुई. चांदी का सिक्का 10 ग्राम का 4 पीस बिक्री हुई. तथा मंदिर गर्भगृह गोलक से एक किलो 415 ग्राम चांदी प्राप्त हुआ.
सावन भर नहीं होंगे विशेष अनुष्ठान
श्रावणी मेले के दौरान मंदिर प्रबंधन, बासुकीनाथ मंदिर में माह भर के लिए दिन में शृंगार नहीं करने की सूचना जारी कर दी है. रात नौ बजे के बाद सरकारी शृंगार के साथ 11 शृंगार एक साथ किए जाएंगे. साथ ही अभिषेक, फूलायस की भी अनुमति इस दौरान नहीं होगी. सावन के दौरान मंदिर में शादी- विवाह के अनुष्ठान भी नहीं होंगे. मंदिर का पट प्रात: दो बजे के बाद खुलेगा. सरकारी पूजा के बार कांवरिये जलाभिषेक कर सकेंगे.