Shravani Mela 2023: राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2023 के पहले दिन यानी चार जुलाई को दुमका के बासुकीनाथ में बाबा फौजदारीनाथ के जलार्पण के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी. सुबह 2.35 बजे मंदिर का पट खोल दिया गया. सरकारी पूजा के बाद 3.10 बजे से श्रद्धालुओं ने जलार्पण शुरू किया. मंदिर प्रबंधन के अनुसार, सावन के पहले दिन 41 हजार से अधिक कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ का जलार्पण कर सुख एवं समृद्धि की कामना की.
बाबा के जयकारे से गूंजा मंदिर परिसर
दिनभर मंदिर परिसर बाबा के जयकारों से गूंजता रहा. मंदिर प्रांगण में कतारबद्ध होकर महिला- पुरुष कांवरियों ने जलाभिषेक किया. मंदिर में कांवरियों के श्रद्धा आस्था देखते ही बन रही थी. मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था एवं कांवरियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस पदाधिकारी लगे रहे. सरकारी पूजा के बाद मंदिर का पट कांवरियों के लिए खोल दिया गया.
भोलेनाथ के गर्भगृह का लाइव करे दर्शन
कांवरियों की कतार संस्कार मंडप, शिवगंगा पीड़, संस्कार मंडप से मंदिर प्रांगण तक अनवरत चलती रही. कतारबद्ध कांवरियों को बरसात एवं धूप से बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा शेड की भी व्यवस्था की गई है. कांवरिया शेड में भक्तों के लिए पेयजल की व्यवस्था की गयी है. मंदिर निकास द्वार के बगल में जलार्पण काउंटर है जिसमें ढाई हजार महिला पुरुष कांवरियों ने जल डाला. बता दें कि जलार्पण काउंटर में डाले गए जल सीधे बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग पर पाइप द्वारा गिरता है. इस व्यवस्था को श्रद्धालु इंटरनेट जलार्पण कहते हैं. काउंटर पर आठ एलईडी टीवी लगाया गया है. इसमें भोलेनाथ के गर्भगृह में जलार्पण का लाइव दर्शन होता है.
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936 कांवरियों ने किया शीघ्रदर्शनम
मंदिर कार्यालय के अनुसार, श्रावणी मेले के प्रथम दिन मंगलवार को 936 कांवरियों ने शीघ्रदर्शनम व्यवस्था का लाभ उठाकर सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था के तहत कांवरियों ने 300 रुपये का रसीद कटाया. इसके बाद श्रद्धालुओं के सिंह दरवाजे से मंदिर प्रांगण में प्रवेश कराया गया. इस व्यवस्था से मंदिर न्यास समिति को 2 लाख 80 हजार 800 रुपये प्राप्त हुए. शीघ्रदर्शनम पूजा कर कांवरिया प्रसन्न हो रहे हैं.
मंदिर को 3,96, 460 रुपये की आमदनी हुई
मंदिर न्यास समिति को मंगलवार को मंदिर गर्भगृह गोलक से एक लाख 15 हजार 660 रुपये प्राप्त हुए. गोलक से एक किलो 950 ग्राम चांदी मंदिर को प्राप्त हुआ. अन्य श्रोतों से दो लाख 80 हजार 800 रुपये मंदिर को मिले. वहीं, चांदी का सिक्का 10 ग्राम एक पीस की बिक्री हुई. मंदिर गोलक से निकले राशि की गिनती सीसीटीवी के निगरानी में मंदिर प्रशासनिक भवन में अधिकारियों के समक्ष की गयी.