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Shravani Mela 2023: शिवमय है बाबा बासुकिनाथ की नगरी, 42 हजार से अधिक कांवरियों ने किया जलाभिषेक

सरकारी पूजा के बाद मंदिर का पट कांवरियों के लिए खोल दिया गया. कांवरियों की कतार संस्कार मंडप, क्यू कॉम्पलेक्स, शिवगंगा पीड़ तक जा पहुंची. कतारबद्ध कांवरियों को बरसात व धूप से बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा शेड की भी व्यवस्था की गई है.

बासुकिनाथ, आदित्यनाथ पत्रलेख: राजकीय श्रावणी मेला महोत्सव 2023 के 11वें दिन बाबा फौजदारीनाथ के दर्शन और जलार्पण के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. तीन बजे अहले सुबह से ही मंदिर प्रांगण, शिवगंगा घाट, मेला परिसर कांवरियों से पटा रहा. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 42 हजार कांवरियों ने बाबा फौजदारीनाथ का जलार्पण कर सुख-समृद्धि की कामना की. दिनभर मंदिर परिसर बाबा के जयकारों से गूंजता रहा. मंदिर प्रांगण में कतारबद्ध होकर महिला-पुरुष कांवरियों ने जलाभिषेक किया. मंदिर में कांवरियों की श्रद्धा व आस्था देखते ही बन रही है. मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था एवं कांवरियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस पदाधिकारी लगे रहे.

सरकारी पूजा के बाद खोला गया मंदिर का पट

सरकारी पूजा के बाद मंदिर का पट कांवरियों के लिए खोल दिया गया. कांवरियों की कतार संस्कार मंडप, क्यू कॉम्पलेक्स, शिवगंगा पीड़ तक जा पहुंची. कतारबद्ध कांवरियों को बरसात व धूप से बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा शेड की भी व्यवस्था की गई है. कतार में कांवरियों के घुसपैठ को लेकर नोकझोंक भी होती रही. मंदिर निकास द्वार के बगल में जलार्पण काउंटर है जिसमें 8 हजार महिला-पुरुष कांवरियों ने जल डाला. आपको बता दें कि जलार्पण काउंटर में डाला गया जल सीधे बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग पर पाइप द्वारा गिरता है. इस व्यवस्था को श्रद्धालु इंटरनेट जलार्पण कहते हैं. काउंटर पर आठ एलईडी टीवी लगाया गया है. इसमें भोलेनाथ के गर्भगृह में जलार्पण का लाइव दर्शन होता है.

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1997 कांवरियों ने किया शीघ्रदर्शनम

मंदिर कार्यालय के अनुसार शुक्रवार को 1997 कांवरियों ने शीघ्रदर्शनम व्यवस्था का लाभ उठाकर सुलभ जलार्पण किया. इस व्यवस्था के तहत कांवरियों ने 300 रुपये का रसीद कटाया. इसके बाद श्रद्धालुओं के सिंह दरवाजे से मंदिर प्रांगण में प्रवेश कराया गया. इस व्यवस्था से शिव मंदिर न्यास समिति को 5 लाख 99 हजार 100 रुपये प्राप्त हुए. शीघ्रदर्शनम पूजा कर कांवरिया प्रसन्न हो रहे हैं.

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मंदिर को 1,59,325 रुपये की आमदनी हुई

शिव मंदिर न्यास समिति को शुक्रवार को मंदिर प्रांगण स्थित विभिन्न दानपेटी से 1 लाख 20 हजार 300 एवं गोलक से 24,340 रुपये प्राप्त हुए. गोलक से 88 ग्राम चांदी मंदिर को प्राप्त हुआ. अन्य श्रोतों से 14,685 रुपये मंदिर को मिले. वहीं चांदी का सिक्का 10 ग्राम एक पीस एवं पांच ग्राम का 9 सिक्के की बिक्री हुई. दानपेटी एवं गोलक से निकले राशि की गिनती सीसीटीवी के निगरानी में मंदिर प्रशासनिक भवन में अधिकारियों के समक्ष की गयी.

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इंद्रवर्षा से मिटती है श्रद्धालुओं की थकान

श्रावणी मेले के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा फौजदारीनाथ दरबार पहुंचते हैं. छोटे-छोटे कदमों के साथ श्रद्धालु कतारबद्ध होकर मंदिर गर्भगृह तक पहुंचते हैं. पूरे आस्था के साथ अपने आराध्य देव की पूजा-अर्चना करते हैं. श्रद्धालुओं को जिला प्रशासन द्वारा सुविधाएं दी जा रही हैं. तपती गरमी में कतारबद्ध श्रद्धालुओं की थकान मिटाने के लिए रूट लाइन में इंद्र वर्षा की व्यवस्था की गयी है. इंद्रवर्षा श्रद्धालुओं की थकान मिटाने का कार्य करती है. कतारबद्ध श्रद्धालुओं के ऊपर फव्वारे के माध्यम से शीतल जल का छिड़काव किया जाता है, जो श्रद्धालुओं में एक नयी ऊर्जा का संचार करता है. कई बार कतारबद्ध होने के बाद श्रद्धालु के पांव शिथिल पड़ने लगते हैं इस दौरान इंद्रवर्षा उन्हें सुख की अनुभूति कराता है.

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सिक्किम के कांवरियों ने जलार्पण किया

सिक्किम से पहुंचे करीब 80 कांवरियों की मंडली ने बाबा फौजदारीनाथ का विधिवत जलार्पण किया. मंदिर प्रांगण में कांवरियों ने समूह में आरती किया. भक्ति गीत गाये. पंडित सुधाकर झा से शिवगंगा घाट पर कांवरियों के समूह ने गंगाजल संकल्प कराया, इसके उपरांत शीघ्रदर्शनम का टोकन लेकर भोलेनाथ का सुगमतापूर्वक गर्भगृह में जलार्पण कर बोल बम के नारे लगाये. कांवरिया देव कुमार सिंह, मनोज कुमार, प्रेम सिंह आदि ने बताया किफौजदारीबाबा को पिछले 22 वर्ष से सुल्तानगंज से जल लाकर पूजा अर्चना करते रहे हैं. बताया कि भोलेनाथ दयालु हैं, वे अपने भक्तों की पुकार निश्चित रूप से सुनते हैं.

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