Women’s Day 2021, Jharkhand News, Dumka News, दुमका न्यूज : शराब के कारण लगातार मौतें हो रही हैं. अनगिनत घर बर्बाद हो चुके हैं, लेकिन लोग अब भी इसका सेवन कर रहे हैं. जनजातीय समाज में महिलाएं ही शराब बनाने और बेचने का धंधा कर रही हैं, पर कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं, जो यह समझ रही हैं कि जनजातीय समाज के लोग शराब से दूरी बनाएं. ऐसा ही सोच रखती हैं सुष्मिता सोरेन.
दुमका के बांधपाड़ा में रहने वाली सुष्मिता ने अपने पति- पिता के साथ-साथ कई सगे-संबंधियों को शराब की लत की वजह से ही असमय काल के गाल में समाते देखा है. लिहाजा वे शराब के धंधे के खिलाफ कई तरह के जागरूकता अभियान चलाती रही हैं. सुष्मिता प्रतिदिन ऐसी महिलाओं के बीच पहुंचकर उन्हें शराब के दुष्प्रभाव की जानकारी देती है.
बताती हैं कि आप अपने परिवार सगे- संबंधियों को इससे दूर रखें. इतना ही नहीं महिलाओं को साथ लेकर घर- घर जाकर भी लोगों को समझाती हैं कि शराब की लत बुरी है, जो इसका शिकार हो गया वह बर्बाद हो जाता है. सुष्मिता सोरेन का कहना है कि शराब ने उनके पिता, पति को छीन लिया. वह नहीं चाहती हैं कि ऐसा होता रहे. यही वजह है कि शराब के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम कर रही हैं.
सुष्मिता कहती हैं कि जिस तरह बिहार में शराबबंदी की गयी है झारखंड सरकार भी इसे लागू करें. ऐसी आदिवासी महिलाएं जो सड़क के किनारे बैठकर शराब बेचती हैं. उनके रोजगार के लिए सरकार काम करें. उन्हें रोजगार से जोड़े, ताकि उन्हें पैसे की खातिर यह काम न करना पड़े.
आदिवासी महिला होकर सुष्मिता शराब के दुष्प्रभाव के प्रति जिस तरह से लोगों को लगातार जागरूक कर रही हैं उसमें उनके इस मुहिम को व्यापक समर्थन देने की जरूरत है, ताकि जन- जन तक उसकी आवाज जायें और लोग इसे समझें, ताकि शराब के ग्लास में किसी का घर परिवार और जीवन डूबने से बच जाये.
Posted By : Samir Ranjan.