International Museum Day : म्यूजियोलॉजी में अच्छी हैं भविष्य की संभावनाएं

प्राचीन संस्कृति, सभ्यता, मानव और जीवनशैली के इतिहास को संरक्षित रखने में संग्रहालय अहम भूमिका निभाते हैं. संग्रहालयों के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से पूरी दुनिया में हर साल 18 मई को अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाया जाता है. आप अगर पुरानी चीजों के इतिहास को जानने एवं उन्हें संरक्षित करने की प्रक्रिया में दिलचस्पी रखते हैं, तो म्यूजियोलॉजी में करियर के रास्ते तलाश सकते हैं. 

By Prachi Khare | May 18, 2024 7:09 PM

International Museum Day : म्यूजियोलॉजी, संग्रहालयों के अध्ययन से संबंधित विषय है, जिसमें संग्रहालयों का प्रबंधन और प्रशासन शामिल होता है. साथ ही पुरातत्व, इतिहास, शोध और अभिलेखागार के पहलुओं का भी अध्ययन किया जाता है. यह विषय उन युवाओं के लिए उपयुक्त है, जो पुरातात्विक वस्तुओं के अध्ययन एवं संग्रह में रुचि और इतिहास को जानने की जिज्ञासा रखते हैं. आप अगर ऐसे युवाओं में से एक हैं, तो म्यूजियोलॉजी के क्षेत्र में भविष्य की अच्छी संभावनाएं प्राप्त कर सकते हैं. इन प्रोफेशनल्स के वर्क प्रोफाइल में शोध, प्रशासन और जनसंपर्क का संयोजन शामिल होता है. ये प्रोफेशनल्स सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में कार्य कर सकते हैं. आज 18 मई को इंटरनेशनल म्यूजियम डे के अवसर पर जानें म्यूजियोलॉजी में उपलब्ध करियर विकल्पों के बारे में…

आपके लिए है यह क्षेत्र  

अधिकतर देखा जाता है कि ह्यूमैनिटीज विषय से बारहवीं पास करनेवाले छात्र म्यूजियोलॉजी में स्नातक करने की इच्छा रखते हैं, लेकिन किसी भी स्ट्रीम में स्नातक करनेवाले छात्र म्यूजियोलॉजी में करियर बना सकते हैं. आप विज्ञान, इतिहास, फाइन आर्ट्स या आर्कियोलॉजी में स्नातक करने के बाद इस क्षेत्र का रुख कर सकते हैं. आर्काइव साइंस, एंथ्रोपोलॉजी, संस्कृति, जियोलॉजी, अर्थ साइंस और एनावार्यनमेंट साइंस में ग्रेजुएशन करनेवाले भी म्यूजियोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते हैं. म्यूजियोलॉजी में कई डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स भी हैं. म्यूजियोलॉजी में पीएचडी भी कर सकते हैं. फॉरेन लैंग्वेज का ज्ञान आपको इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के बेहतरीन अवसर प्रदान कर सकता है. 

इन संस्थानों से कर सकते हैं पढ़ाई 

भारत में म्यूजियोलॉजी की पढ़ाई कराने वाले प्रमुख संस्थानों में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, उत्तर प्रदेश. नेशनल म्यूजियम इंस्टीट्यूट ऑफ हिस्ट्री ऑफ, कन्वर्सेशन एंड म्यूजियोलॉजी, नयी दिल्ली. महाराजा शिवाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वडोदरा. यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता, कोलकाता, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, वाराणसी. छत्रपति शिवाजी महाराज वस्तु संग्रहालय, मुंबई आदि शामिल हैं. 

करियर राहें हैं यहां 

म्यूजियोलॉजी में डिग्री प्राप्त करनेवाले युवाओं के लिए सरकारी व प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में काम करने के अवसर मौजूद होते हैं. आप विभिन्न सेंट्रल एवं स्टेट म्यूजियम, जो इतिहास, आर्कियोलॉजी, टेक्सटाइल, न्युमिज्मैटिक सोसायटी पर केंद्रित होते हैं, में काम का अवसर प्राप्त कर सकते हैं. अब प्राइवेट स्तर पर भी संग्रहालय खुल रहे हैं और म्यूजियोलॉजिस्ट्स के लिए जॉब के नये रास्ते बन रहे हैं. देश के कुछ प्रसिद्ध प्राइवेट म्यूजियम हैं. इसके अलावा म्यूजियोलॉजी से संबंधित कोर्स करनेवालों के पास आर्ट गैलरी की देखभाल, उसका प्रेजेंटेशन, संरक्षण, प्रदर्शित कलाओं की जानकारी, कलेक्शन, डिजाइनिंग, आर्टीफैक्ट्स के डॉक्यूमेंटेशन संबंधी काम से जुड़ने का विकल्प होता है. 

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