Atal Bihari Vajpayee Education: अटल बिहारी वाजपेयी जयंती हर साल 25 दिसंबर को मनाई जाती है. यह दिन भारत के सबसे सम्मानित और प्रिय नेताओं में से एक, अटल बिहारी वाजपेयी, को श्रद्धांजलि देने के लिए समर्पित है. वाजपेयी जी को उनकी प्रभावशाली भाषण कला, अद्वितीय राजनीतिक कौशल और देश के प्रति अटूट समर्पण के लिए जाना जाता है. उनकी नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शी सोच ने भारतीय राजनीति और समाज पर गहरी छाप छोड़ी है. यह जयंती न केवल उनके ऐतिहासिक योगदानों को याद करने का अवसर है, बल्कि उनके जीवन से प्रेरणा लेने का भी समय है. उन्होंने देश की एकता और विकास के लिए जो मूल्य स्थापित किए, वे आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं.
अटल बिहारी वाजपेयी जी ने इस विषय में किया था एमए
वाजपेयी जी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्वालियर के गोरखी स्थित सरस्वती शिशु मंदिर से प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज (अब लक्ष्मीबाई कॉलेज) से स्नातक की पढ़ाई पूरी की, जहां उन्होंने हिंदी, संस्कृत और अंग्रेजी विषयों में गहरी रुचि विकसित की. स्नातक के बाद, अटल बिहारी वाजपेयी ने कानपुर के डीएवी कॉलेज से राजनीति विज्ञान में मास्टर ऑफ आर्ट्स (एमए) की डिग्री हासिल की. पढ़ाई के दौरान उनकी रुचि राजनीति और अंतरराष्ट्रीय मामलों की ओर बढ़ी, जिसने उनके जीवन और करियर को गहराई से प्रभावित किया.
तीन बार रहे भारत के प्रधानमंत्री
अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे. उनके कार्यकाल में देश ने कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति की, जिसमें आर्थिक सुधार, परमाणु परीक्षण, और कूटनीति के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां शामिल हैं. पोखरण परमाणु परीक्षण और लाहौर बस यात्रा जैसे कदम उनके साहसी और शांतिपूर्ण दृष्टिकोण को दर्शाते हैं. उनकी कविताएं और विचारशील लेखन उनके गहरे संवेदनशील व्यक्तित्व का परिचय देते हैं. उन्होंने हमेशा राजनीति को सेवा का माध्यम माना और अपने जीवन में सादगी, ईमानदारी और अखंडता को प्राथमिकता दी. अटल जयंती पर देश भर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे उनके शैक्षणिक जीवन के बारे में.
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