अग्निवीर भर्ती योजना में हो सकते हैं बड़े बदलाव, 25% की जगह अब 50% Agniveer होंगे स्थाई! पढ़ें लेटेस्ट अपडेट
अग्निवीरों में से चार साल बाद करीब 50 पर्सेंट अग्निवीरों को परमानेंट करने की मांग की गई है. हालांकि अभी अग्निपथ स्कीम के तहत नियम है कि चार साल बाद अधिकतम 25 पर्सेंट अग्निवीरों को ही परमानेंट सैनिक बनने का विकल्प है.
Indian Army: भारतीय सेना चाहती है कि अग्निवीरों में से चार साल बाद करीब 50 पर्सेंट अग्निवीरों को परमानेंट करने की मांग की गई है. हालांकि अभी अग्निपथ स्कीम के तहत नियम है कि चार साल बाद अधिकतम 25 पर्सेंट अग्निवीरों को ही परमानेंट सैनिक बनने का विकल्प है. सेना ने इस संबंध में सरकार से मांग की है. सूत्रों के अनुसार पहले भी इस बारे में फाइल आगे बढ़ाई गई है, लेकिन सेना की यह मांग अस्वीकार कर दी गई है. ऐसे में एक बार फिर सेना यह मामला आगे बढ़ा रही है.
हर बैच से 50% अग्निवीर हो परमानेंट
सूत्रों के मुताबिक सेना चाहती है कि अग्निवीरों के हर बैच में से करीब 50 पर्सेंट अग्निवीरों को परमानेंट किया जाए. एक अधिकारी ने बताया कि पहले जब सैनिकों की भर्ती होती थी उसमें जो स्टैंडर्ड रखे गए थे वहीं स्टैंडर्ड अग्निवीरी के लिए भी हैं. हम क्वॉलिटी से कोई समझौता नहीं कर रहे हैं. 50 पर्सेंट अग्निवीरों को परमानेंट करने के अलावा सेना ने सरकार के सामने यह मांग भी रखा है कि अग्निवीरों की भर्ती तेजी से की जाए. यानी एक साल में भर्ती के लिए जो नंबर तय किया गया है उसमें में इजाफा किया जाए, ताकि सेना में सैनिको की कमी जल्दी पूरी हो.
सेना में 1.5 लाख कर्मियों की कमी
कुछ मामलों में, अत्यधिक संख्या में चिकित्सा अवकाश के कारण भी उम्मीदवारों को प्रशिक्षण से बर्खास्त कर दिया गया है. “हालांकि यह योजना लंबे समय में फायदेमंद साबित होगी, लेकिन शुरुआत में कुछ चुनौतियां हैं. इन मामलों को उच्च पदस्थ अधिकारियों के ध्यान में लाया गया है. सूत्रों ने कहा कि सेना लगभग 1.5 लाख कर्मियों की कमी का सामना कर रही है. यदि स्वीकार किया जाता है, तो प्रस्तावित उपाय इस समस्या को कम करने में मदद कर सकते हैं.
कोविड में सेना में भर्ती नहीं हुई
कोविड की वजह से दो साल सेना की भर्ती नहीं हो सकी प्रक्रिया नहीं हो सकी. जबकि उससे पहले हर साल करीब 80 हजार सैनिकों की भर्ती की जाती थी. इससे सेना से रिटायर होने वाले और सेना में भर्ती होने वाले सैनिकों की संख्या में बैलेंस रहता था. पिछले साल जब अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवीरों की भर्ती की गई तो पहले साल 40 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जानी थी. इसके बाद धीरे धीरे यह नंबर बढ़ाया जाना है और साल 2026 तक कुल 1 लाख 75 हजार अग्निवीरों की भर्ती सेना में होनी है. जबकि अभी ही सेना में करीब डेढ़ लाख सैनिकों की कमी है और हर साल सैनिक रिटायर भी हो रहे हैं.
क्निकल भर्ती में अधिकतम उम्र 23 साल
सेना अग्निवीरों की भर्ती में टेक्निकल भर्ती में अधिकतम उम्र 21 साल से बढ़ाकर 23 साल करने पर भी विचार हो रही है. सूत्रों के मुताबिक सेना इसमें आईटीआई और टेक्निकल कोर्स किए हुए युवाओं को भर्ती कर रही है और उम्र सीमा 21 साल होने से ज्यादा विकल्प नहीं मिल रहा. इसलिए इसे बढ़ाया जाएगा. अग्निपथ स्कीम से पहले भी जब सैनिक टेक्निकल में भर्ती होती थी तब अधिकतम उम्र सीमा 23 साल रखी गई थी. वहीं, अग्निपथ स्कीम में इसे घटा दिया गया है.
Also Read: बिहार शिक्षक भर्ती को लेकर BPSC ने जारी की महत्वपूर्ण सूचना, न करें नजरअंदाज, जानें क्या है नया अपडेट
Also Read: Sarkari Naukri 2023 Live: BSSC के 11 हजार पदों पर भर्ती के लिए कल से रजिस्ट्रेशन, देखें कहां कैसे करें आवेदन
Also Read: UPPSC PCS Mains 2023 आज से शुरू, देखें शेड्यूल और परीक्षा के दिशानिर्देश
Also Read: ICMA CMA Result 2023: इंटरमीडिएट और फाइनल जून परीक्षा परिणाम घोषित, पढ़ें जरूरी अपडेट
Also Read: BPSC 69th CCE Exam 2023: परीक्षा केंद्र को लेकर आज जारी की जाएगी डिटेल, इस लिंक पर देखें अन्य जानकारी