बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में एग्रोटेक किसान मेला 3 फरवरी से, ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम करेंगे उद्घाटन
बीएयू के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने बताया कि उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम होंगे, जबकि समापन समारोह के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो होंगे. मेला परिसर में विश्वविद्यालय के 14 थीमेटिक पंडाल, सरकारी संस्थाओं के 27 पंडाल तथा व्यावसायिक 76 पंडाल रहेंगे.
रांची : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय का एग्रोटेक किसान मेला 3 से 5 फरवरी तक लगेगा. विश्वविद्यालय के कांके स्थित मुख्य प्रांगण में इसका आयोजन किया जा रहा है. ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम मेले का उद्घाटन करेंगे, जबकि विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो समापन समारोह के अतिथि होंगे. बीएयू के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने कहा कि कृषक समुदाय को कृषि, पशुपालन, वानिकी, जैवप्रौद्योगिकी, खाद्य प्रसंस्करण, मत्स्यपालन, डेयरी प्रौद्योगिकी, कृषि यंत्रीकरण आदि की नवीनतम तकनीकों से अवगत कराने के उद्देश्य से एग्रोटेक किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है. मेला के दूसरे दिन 4 मार्च को महिला कृषक संगोष्ठी होगी.
एग्रोटेक किसान मेले में लगेंगे 143 स्टॉल
बीएयू के कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने बताया कि 3 फरवरी को उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम होंगे, जबकि 5 फरवरी को समापन समारोह के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष रविन्द्र नाथ महतो होंगे. मेला परिसर में विश्वविद्यालय के 14 थीमेटिक पंडाल, सरकारी संस्थाओं के 27 पंडाल तथा व्यावसायिक 76 पंडाल रहेंगे. मेला में राज्य के किसान, विकास पदाधिकारी, खाद, बीज, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि यन्त्र आदि के निर्माता-बिक्रेता, बैंक, वित्तीय संस्थान, स्वयंसेवी संस्थायें और आइसीएआर के शोध संस्थान भाग लेंगे. विश्वविद्यालय की विभिन्न इकाइयों के अलावा प्रतिभागी संस्थाएं कुल 143 स्टालों पर अपनी प्रौद्योगिकी, सेवाओं और उत्पादों को प्रदर्शित करेंगी. इस वर्ष मेले की थीम ‘कृषि आधुनिकीकरण द्वारा आय में वृद्धि’ रखी गयी है.
मिलेट्स का विशेष स्टॉल
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया है. इसलिए इस मेले में मोटे अनाजों को समर्पित एक विशेष स्टॉल लगाया जा रहा है, जहां मिलेट्स के गुणों, उसकी उत्पादन तकनीक और उनसे निर्मित विभिन्न प्रसंस्कृत उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि लोग जान सकें कि मोटे अनाजों से स्वास्थ्य को क्या फायदे हैं. विश्वविद्यालय में चल रही मिलेट्स सम्बन्धी अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना के साथ-साथ बीएयू के नियंत्रणाधीन कार्यरत कृषि विज्ञान केन्द्रों एवं क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्रों में भी वर्ष भर मिलेट्स पर विविध जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा सेमिनार-कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. मेले में फल, फूल, सब्जी, मसाले, तथा औषधीय एवं सुगंधित पौधों से युक्त एक भव्य बागवानी प्रदर्शनी तथा गोवंश, भैंस, भेड़, बकरी, सूअर, मुर्गी, बत्तख आदि से युक्त पशु-पक्षी प्रदर्शनी भी लगायी जाएगी. मेला के दूसरे दिन 4 मार्च को महिला कृषक संगोष्ठी होगी.