BSEB Matric Exam 2023: 14 फरवरी 2023 से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) की मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो जाएगी. यह हर विद्यार्थी के लिए बेहद महत्वपूर्ण पड़ाव होता है. क्योंकि आम से खास लोग बच्चों की क्षमता इसी परीक्षा के रिजल्ट से मापते हैं और आगे भी इस आधार पर ही काफी कुछ कॅरियर में मिलता है. ऐसे में बच्चे इस परीक्षा को लेकर थोड़ी गंभीरता बरतें तथा नादानी न करें. परीक्षा से पहले खुद को बिल्कुल तनाव रहित करके परीक्षा में बैठें. परीक्षा हॉल में प्रश्नों के उत्तर की जानकारी होने से कम महत्वपूर्ण उसकी प्रस्तुति नहीं होती है. इसलिए प्रश्न पत्र को अच्छे से जरूर पढ़ें और प्रश्नों के मांग के अनुसार ही अपने शब्दों में सिलसिलेवार उत्तर दें. हैंडराइटिंग को साफ-सुथरी रखने की कोशिश करें.
विज्ञान विषय बेहद महत्वपूर्ण होता है. भौतिक विज्ञान के शिक्षक आनंद कुमार जायसवाल कहते हैं कि इस विषय के प्रश्न पत्र में न्यूमेरिकल से भी सवाल पूछे जाते हैं. यदि किसी विद्यार्थी को इस भाग के प्रश्न हल करने में दिक्कत आ रही हो तो वो थ्योरेटिकल या सैद्धांतिक प्रश्न को हल करने पर फोकस करें. याद रखिए यदि आप दीर्घ उत्तरीय प्रश्न को केंद्र में रखकर तैयारी किए हैं तो आपको वस्तुनिष्ठ प्रश्न की तैयारी में ज्यादा समय नहीं देना पड़ेगा. वो स्वत: आपका मजबूत रहेगा. विज्ञान के प्रश्न में मांग के अनुसार यदि डायग्राम बनाकर उत्तर दिया जाता है तो बेहतर अंक मिलने की संभावना रहती है. इसलिए बच्चे जीवविज्ञान के प्रश्नों की प्रैक्टिस डायग्राम बनाकर करें. इससे परीक्षा हॉल में कोई हिचकिचाहट नहीं होगी. डायग्राम पेंसिल से बनाएं और लेबलिंग बॉल पेन से करें.
मॉडल पेपर ध्यान में रखें. इससे परीक्षा हॉल में जब प्रश्न पत्र हाथ में मिलेगा तो कोई दिक्कत नहीं होगी. आप पहले से परीक्षा पैटर्न से वाकिफ रहेंगे. उत्तर के लिए निर्धारित शब्द सीमा का भी ख्याल रहता है.
कुल प्रश्न 110 और कुल अंक 80.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न – 80 प्रश्नों में 40 प्रश्नों का जवाब अनिवार्य.
लघु उत्तरीय प्रश्न – 24 प्रश्नों में 12 प्रश्नों का जवाब अनिवार्य.
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न – 06 प्रश्नों में 03 प्रश्नों का जवाब अनिवार्य.
भौतिकी: ऊर्जा स्त्रोत, विद्युत, विद्युतधारा के चुंबकीय प्रभाव, मानव नेत्र, प्रकाश का परावर्तन तथा अपवर्तन आदि.
रसायन शास्त्र: रासायनिक अभिक्रियाएं एवं समीकरण, अम्ल, क्षार और लवण, धातु एवं अधातु, काबर्न और उसके यौगिक, तत्वों का आवर्त वर्गीकरण, प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन
जीव विज्ञान: जनन, नियंत्रण एवं समन्वय, हमारा पर्यावरण, जैव प्रकरण, आनुवांशिकता एवं जैव.
गणित में फॉर्मूला का बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है. इस बच्चे विशेष ध्यान दें. प्रत्येक चैप्टर के मुख्य सूत्र को ध्यान में रखें और अंत तक उसको देखते रहें. इससे फॉर्मूला वाले प्रश्न नहीं छूटेंगे. अब समय नहीं है, इसलिए जिस चैप्टर में ज्यादा दिक्कत आ रही है या नए सिरे से पढ़ने की आवश्यकता हो, वैसे चेप्टर को छोड़ना बेहतर है. बाकी चेप्टर का अभ्यास जारी रखें. फॉर्मूला आधारित प्रश्न हल करने से पूरे अंक मिलते हैं. वस्तुनिष्ठ प्रश्न हर चैप्टर से आएंगे.
नियामक ज्यामिति -10, ज्यामिति -20, क्षेत्रमिति -10, बीज गणित -20, त्रिकोणमिति -20, सांख्यिकी -10, संख्या पद्धति -10
कुल प्रश्न 138 और कुल अंक 100.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न – 100 प्रश्नों में 50 प्रश्नों का जवाब अनिवार्य.
लघु उत्तरीय प्रश्न – 30 प्रश्नों में 15 प्रश्नों का जवाब अनिवार्य.
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न – 08 प्रश्नों में 04 प्रश्नों का जवाब अनिवार्य.
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सेल्फ स्टडी अधिक से अधिक जारी रखें.
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अब हर चेप्टर के मुख्य-मुख्य बातों को पढ़ें.
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समय सीमा में उत्तर लिखने का अभ्यास करें.
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वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के लिए अधिक से अधिक सूत्र का अभ्यास करें.
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ओएमआर सीट भरने का अभ्यास करें.
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लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का उत्तर लिख कर अभ्यास करें. उत्तर लिखने की स्पीड बढ़ेगी.
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बिहार बोर्ड द्वारा जारी मॉडल पेपर को जरूर ध्यान में रखें.
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गेस पेपर से पढ़ाई नहीं करें.
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कूल और तनाव रहित रहें.
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परीक्षा शुरू होने से पहले भरपूर नींद लें.
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परीक्षा हॉल में प्रश्न पत्र मिलने के बाद उसे अच्छी तरीके से पढ़े. फिर प्रश्न के मांग के अनुसार उत्तर दें.
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दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों का बिंदुवार और अपने शब्दों में जवाब दें.