Career Guidance : नये साल के साथ क्या आपने नयी शुरुआत की !

नया साल नयी शुरुआत करने का एक आदर्श समय माना जाता है. छात्रों के लिए यह व्यक्तिगत और शैक्षिक विकास के संबंध में गंभीरता से चिंतन करने एवं सार्थक लक्ष्य निर्धारित करने का समय है. वर्ष 2025 शुरू हो चुका है. इस साल आपके लक्ष्य क्या हैं और आप स्वयं में किस तरह के सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं, अगर आपने अब तक यह तय नहीं किया है, तो अभी से तय करें और आगे बढ़ें...

By Preeti Singh Parihar | January 11, 2025 7:00 PM

Career Guidance : सफलता के लिए लक्ष्य तय करना कितना अहम है, इसे आप शतरंज के सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन डी गुकेश द्वारा हाल ही में एक सम्मान समारोह में दिये गये एक वक्तव्य से समझ सकते हैं. गुकेश ने इस कार्यक्रम में बताया कि 2025 के लिए उन्होने कौन से नये लक्ष्य निर्धारित किये हैं.गुकेश ने कहा- ‘अब, मैंने नये लक्ष्यों, नये टूर्नामेंटों और तैयारी के नये तरीकों के बारे में सोचना शुरू कर दिया है. लक्ष्य और दृष्टिकोण एक ही होगा, अपना सर्वश्रेष्ठ देना, खुद में सुधार करना और जितना संभव हो उतने टूर्नामेंट जीतना. इसलिए, मैं ढेर सारी सीख, ढेर सारे सुधार और उम्मीद है कि ढेर सारे अच्छे नतीजों के साथ एक मजेदार साल का इंतजार कर रहा हूं.’

नये लक्ष्य तय करने का आदर्श समय

असल में छात्र हों कामकाजी पेशेवर, सभी के लिए नया साल नयी शुरुआत करने और उन्हें अपनाने का समय है. छात्रों के लिए यह समय पिछली उपलब्धियों को प्रतिबिंबित करने, नये लक्ष्य निर्धारित करने और व्यक्तिगत एवं शैक्षणिक विकास पर ध्यान केंद्रित करने का एक आदर्श अवसर प्रदान करता है. चाहे आप पढ़ाई की अपनी आदतों में सुधार करना चाहते हों या नये कौशल विकसित करना चाहते हों, सफलता की दिशा में रास्ता तय करने का यह आदर्श क्षण है. आपने अगर अभी अपने लक्ष्यों पर काम करना नहीं शुरू किया है, तो समय है कि अब शुरुआत करें और नयी ऊर्जा के साथ आगे बढ़ें.

डायरी में लिखें अपने लक्ष्य

वर्ष 2025 में आप कौन से लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं? सबसे पहले उन्हें अपनी डायरी में दर्ज कर लीजिए. अपने लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से लिखने से आपकी सफलता की संभावना काफी बढ़ जाती है. एक रिसर्च के मुताबिक लक्ष्यों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने या कल्पना करने से व्यक्तियों को उन्हें प्राप्त करने की संभावना 1.2 से 1.4 गुना अधिक हो जाती है. यह सरल अभ्यास लक्ष्य की सफलता में उल्लेखनीय अंतर पैदा कर सकता है और एक विचार को एक ठोस कार्य योजना में बदल सकता है.

ऐसे बेहतर करें अकादमिक प्रदर्शन

शैक्षणिक प्रदर्शन को बढ़ावा दें : प्रत्येक विषय के लिए विशिष्ट लक्ष्य स्थापित करें, जैसे अपने ग्रेड को एक निर्धारित प्रतिशत से बढ़ाना या किसी चुनौतीपूर्ण विषय में उत्कृष्टता प्राप्त करना.
अध्ययन तकनीकों को सुधारें : यह जानने के लिए कि आपकी सीखने की क्षमता कैसी है और उसमें कितना इजाफा हो रहा है, पोमोडोरो तकनीक, स्पेस्ड रिपिटिशन, माइंड मैपिंग जैसी सी रणनीतियों का प्रयोग करें.
शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म लक्ष्य तय करें : शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास के लिए अल्पावधि और दीर्घकालिक लक्ष्य निर्धारित करें. अपनी प्रगति पर नजर रखें और प्रेरित रहने के लिए आवश्यकतानुसार लक्ष्यों को समायोजित करें.
पढ़ने के कौशल को बढ़ाएं : समझ में सुधार के लिए लक्ष्य निर्धारित करें, जैसे हर महीने एक विशिष्ट संख्या में किताबें या लेख पढ़ने का लक्ष्य तय करें और उसे तय समय पर पूरा करें.
अपने कार्यों को व्यवस्थित करें : एक संतुलित शेड्यूल बनाएं, जो पढ़ाई, पाठ्येतर गतिविधियों और व्यक्तिगत समय को एकीकृत करता हो. व्यवस्थित रहने के लिए प्लानर, डिजिटल कैलेंडर या मैनेजमेंट टूल का उपयोग कर सकते हैं.
टालने की आदत को छोड़ें : काम को टालने की आदत से बचने के लिए उसके पीछे के पैटर्न को पहचानें और इससे बचने के लिए कुछ रणनीतियों को अपनाएं, जैसे काम को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट लें, उसे पूरा करने की समयसीमा तय करें और अपनी क्षमता के मुताबिक ही योजना बनायें.
नये हुनर हासिल करें : अपनी क्षमताओं का विस्तार करने के लिए एक नयी भाषा, कोडिंग या संगीत अथवा वाद्य यंत्र सीखना जारी रखें. वैकल्पिक पाठ्यक्रमों में दाखिला लें, रुचि-आधारित कार्यक्रमों में भाग लें.

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व्यक्तिगत विकास को तरजीह जरूरी

  • समग्र स्वास्थ्य के लिए नियमित व्यायाम, संतुलित भोजन और पर्याप्त नींद के लिए प्रतिबद्ध रहें.
  • मानसिक स्वास्थ्य के लिए ध्यान, योग और जर्नलिंग कर सकते हैं. जर्नलिंग अपने विचारों, भावनाओं और अनुभवों को नियमित रूप से लिखना है. यह एक मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक अभ्यास है.
  • अपने कम्युनिकेशन स्किल को मजबूत करने के लिए सार्वजनिक रूप से बोलने, सक्रिय रूप से सुनने और लिखने पर काम करें.
  • आत्मविश्वास बढ़ायें, नये अनुभवों को आजमाकर और चुनौतियों का सामना करके अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलें.
  • सोशल मीडिया और गैजेट्स पर समय बिताने की सीमा निर्धारित करें. स्क्रीन टाइम सीमित करें, डिजिटल डिस्ट्रैक्शन को कम करें और सार्थक ऑफलाइन गतिविधियों को प्राथमिकता दें.
  • आत्म-अनुशासन विकसित करें और एक व्यवस्थित दिनचर्या का पालन करें.
  • जीवन की छोटी-छोटी खुशियों की सराहना करना सीखें.

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