Indian Air Force Day 2024 : वायु सेना में दें करियर को उड़ान

भारतीय वायु सेना 8 अक्तूबर को अपना 92वां स्थापना दिवस मना रही है. वर्ष 1932 को स्थापित की गयी इंडियन एयरफोर्स भारतीय सेना का एक अहम अंग है, जो देश के लिए वायु युद्ध, वायु सुरक्षा एवं वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम करती है. वायु सेना भारतीय युवाओं को गौरवपूर्ण भविष्य बनाने के बेहतरीन मौके भी देती है...

By Preeti Singh Parihar | October 7, 2024 7:20 PM
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Indian Air Force Day 2024 : आपमें देश सेवा का जज्बा है और आप अपने इस जज्बे को करियर का रूप देना चाहते हैं, तो इंडियन एयरफोर्स का हिस्सा बनना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प होगा. एयरफोर्स बारहवीं पास, ग्रेजुएट एवं पोस्ट ग्रेजुएट अभ्यर्थियों, डिप्लोमा धारक सभी को जॉब हासिल करने का विकल्प देती है.

बारहवीं के बाद एनडीए के साथ बढ़ें आगे

फिजिक्स एवं मैथमेटिक्स से बारहवीं पास महिला व पुरुष अभ्यर्थी यूपीएससी की ओर से आयोजित होनेवाले नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) एग्जाम में सफलता हासिल कर वायु सेना में ऑफिसर बन सकते हैं. एनडीए की परीक्षा देने के लिए अभ्यर्थी की आयु 16.5 से 19.5 साल होनी चाहिए. एनडीए से चुने गये उम्मीदवारों को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में तीन साल का प्रशिक्षण और इसके बाद वायु सेना के प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में से एक में विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है. प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा करनेवाले एयरफोर्स में स्थायी कमीशन अधिकारी के रूप में कमीशन पाते हैं. एनडीए से एयर फोर्स के फ्लाइंग ब्रांच, ग्राउंड ड्यूटी (टेक), एवं ग्राउंड ड्यूटी नॉन टेक में एंट्री मिलती है.

ग्रेजुएट अभ्यर्थी सीडीएस से बना सकते हैं आगे की राह

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की ओर से वर्ष में दो बार आयोजित होनेवाली सम्मिलित रक्षा सेवा परीक्षा (सीडीएस) के माध्यम से वायु सेना अकादमी के लिए भी अभ्यर्थियों का चयन होता है. सीडीएस के जरिये भारतीय पुरुष अभ्यर्थी वायुसेना में बतौर ऑफिसर परमानेंट कमीशन प्राप्त कर सकते हैं. मान्यताप्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री (10+2 स्तर तक भौतिकी एवं गणित विषयों सहित) अथवा इंजीनियरिंग की डिग्री रखने वाले सीडीएस दे सकते हैं. सीडीएस में लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थी एसएसबी साक्षात्कार में शामिल होते हैं. एसएसबी और मेडिकल परीक्षण में सफल अभ्यर्थियों को वायु सेना अकादमी में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है.

एएफकैट से भी बन सकते हैं एयरफोर्स में ऑफिसर

इंडियन एयरफोर्स की ओर से आयोजित होनेवाली एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट (एएफकैट) एक लिखित परीक्षा है, जो वर्ष में दो बार आयोजित की जाती है. इस परीक्षा के माध्यम से वायु सेना के फ्लाइंग एवं ग्राउंड ड्यूटी ब्रांच में बतौर ऑफिसर करियर बना सकते हैं. इस परीक्षा के जरिये फ्लाइंग ब्रांच में जाने के लिए न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों में बीटेक/बीई डिग्री अथवा न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों में मैथ्स और फिजिक्स में 10 +2 के साथ किसी भी विषय में ग्रेजुएशन होना चाहिए. ग्राउंड ड्यूटी टेक्निकल ब्रांच के लिए कम से कम 50 प्रतिशत अंकों में मैथ्स और फिजिक्स के साथ 10+2 और 60 प्रतिशत अंकों में संबंधित ब्रांच में इंजीनियरिंग/ टेक्नोलॉजी में चार वर्षीय ग्रेजुएशन डिग्री/ इंटीग्रेटेड पोस्ट ग्रेजुएशन आवश्यक है. ग्राउंड ड्यूटी (नॉन-टेक्निकल) ब्रांच में एडमिनिस्ट्रेशन के लिए न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों में किसी भी विषय में तीन वर्षीय ग्रेजुएट डिग्री होना चाहिए. वैवाहिक स्थिति और तय आयु सीमा एवं शारीरिक मानक एवं टेस्ट का पैटर्न की जानकारी एएफकैट की वेबसाइट https://afcat.cdac.in/AFCAT/ से प्राप्त कर सकते हैं .

अग्निवीर वायु भी है एक विकल्प

अग्निपथ स्कीम के तहत वायु सेना में समय- समय पर अग्निवीर वायु की भर्ती की जाती है. यह भर्ती चार वर्ष के लिए की जाती है. इसके तहत भर्ती होने वालों में से 25 प्रतिशत अग्निवीर को वायुसेना में परमानेंट तौर पर शामिल होने का मौका मिलता है. आवेदन के लिए अभ्यर्थी की आयु 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होनी चाहिए. पद के अनुसार योग्यता एवं शारीरिक मानक की जानकारी इंडियन एयरफोर्स की ओर से जारी की जाती है. आमतौर पर ये भर्ती दसवीं/ बारहवीं/ न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ साइंस स्ट्रीम से बारहवीं पास, 50 फीसदी अंकों के साथ तीन वर्षीय इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारकों के लिए निकाली जाती है. अधिक जानकारी के लिए वायु सेना की वेबसाइट https://indianairforce.nic.in देख सकते हैं.

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