संघ लोक सेवा आयोग जिसे भारत की कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. इस परीक्षा को पास करने के लिए गहन तैयारी की जरुरत होती है. यह परीक्षा IAS, IPS, और IFS जैसे सरकारी सेवाओं के लिए प्रवेश द्वार के लिए काम करती है.
संघ लोक सेवा आयोग
UPSC द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. परीक्षा जितना कठिन है, उससे कई ज्यादा इसके लिए तैयारी में भी वर्षों का समय लग जाता है. जिसके लिए उम्मीदवार दिन रात मेहनत करते हैं. संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा के हर साल भर्ती के लिए वैकेंसी जारी की जाती है. जिसमें आवेदन करने वालों की संख्या लाखों में होती है. पर कुछ ही उम्मीदवार इस परीक्षा को क्ववालिफाई कर पाते है. संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा के द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, और भारतीय विदेश सेवा सहित विभिन्न सरकारी नौकरीयों के लिए प्रवेश द्वार के रुप में कार्य करती है.
जित और चुनौती के दायरे में इस लेख के माध्यम से ऐसे व्यक्ती की कहानी को साझा करने जा रहा, जो मेहनत और लचिलेपन की भावना को पैदा करती है.
पवन कुमार – AIR 239
IAS Pawan Kumar
UPSC Success Story : 2023 की UPSC CSE की परीक्षा में 239 रैंक प्राप्त करने वाले पवन कुमार की कहानी बहुत ही चुनौतीपूर्ण और संकल्प का प्रतिक है. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से तालुक रखने वाले पवन कुमार का घर के सामने तिरंगा लगा हुआ है, एक संकरा रास्ता एक छोटे से आंगन में खुलता है. छप्पर वाली गौशाला के नीचे आधा दर्जन मवेशी बंधे हुए, मन में संकल्प लिए हुए की कुछ बड़ा कर दिखाना है. एक गरीब किसान का बेटा, वह बेहद गरीबी में मिट्टी के घर में पला-बढ़ा है. उसके सिर पर एस्बेस्टस की छत थी, उसके पास संघर्ष करने के सभी कारण थे. लेकिन कुमार का एक ही सपना था प्रशासनिक सेवा में जानें का. पवन के पिता बताते हैं की बेटा कोई भी नौकरी जल्दी करे और अपने घर परिवार को संभाले लेकिन श्री कुमार अपने मन में यह गांठ बांध चुके थे की करेंगे तो IAS की नौकरी ही. जिससे एक मिसाल कायम कर अपने गांव के लोगों की मदद कर सकूं.
also read – UPSC CSE Prelims देने जा रहे हैं तो ये 8 प्वाइंट गांठ बांध लें, पेपर में बहुत काम आएंगे
शिवम – AIR 457
UPSC Success Story : ऐसा ही एक और सफलता का राज लिए रेवाड़ी शहर के गुलाबी बाग निवासी शिवम ने 2023 की परीक्षा में 457 रैंक हासिल की. एक सहायक समुदाय में जन्में शिवम ने आर्थिक तंगी का सामना कर शिवम ने जवाहर नवोदय विधालय से अपनी स्कुली शिक्षा प्राप्त की और उसके बाद उन्होनें आईआईटी गुवाहटी से ग्रेजुएशन किया. शिवम के पिता एक टैक्सी चालक हैं.
457 रैंक प्राप्त करने वाले शिवम ने उम्मीदवारों को संदेश दिया की जिसमें उन्हें लगातार अपने लक्ष्यों को का पीछा करने का जोर दिया. और अपरिहार्य अनिश्च्ताओं को स्वीकार किया