World meteorological Day 2024 : विश्व मौसम विज्ञान दिवस, इस खास दिन मीटिअरोलॉजिस्ट बन जानें मौसम का मिजाज
World meteorological Day 2024 मौसम विज्ञानी के रूप में करियर बनाने के लिए आपको मीटिअरोलॉजी या एटमॉस्फेरिक साइंस में स्नातक की योग्यता प्राप्त करनी होगी. किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से साइंस स्ट्रीम यानी फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ्स या बायोलॉजी के साथ 12वीं करने वाले उम्मीदवार स्नातक कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं.
World meteorological Day 2024 : लोगों को पृथ्वी के वायुमंडल की रक्षा करने के प्रति जागरूक करने एवं युवाओं को मीटिअरोलॉजी के क्षेत्र में बन रही संभावनाओं से अवगत कराने के उद्देश्य के साथ प्रतिवर्ष मार्च की 23 तारीख को विश्व मौसम विज्ञान दिवस (वर्ल्ड मीटिअरोलॉजी डे) मनाया जाता है. आप अगर जलवायु परिवर्तन व मौसम से संबंधित अन्य जानकारियों को समझने में रुचि रखते हैं, तो इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं.
World meteorological Day 2024 : मौसम विज्ञान, मौसम और मौसम की भविष्यवाणी का अध्ययन है. मौसम विज्ञान के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले प्रोफेशनल्स को मीटिअरोलॉजिस्ट, क्लाइमेटोलॉजिस्ट और एटमॉस्फेरिक साइंटिस्ट कहा जाता है. एक मौसम विज्ञानी का मुख्य कार्य वायुमंडलीय स्थितियों के बारे में जानकारी एकत्र करना और उसका विश्लेषण करना होता है. मौसम विज्ञानी तापमान, आर्द्रता, दबाव, हवा की गति, वर्षा और वायु की गुणवत्ता को मापने के लिए रेन गेज, एनीमोमीटर, थर्मामीटर, बैरोमीटर जैसे विभिन्न उपकरणों का उपयोग करके मौसम की भविष्यवाणी करता है. एग्रीकल्चर, एयर-पॉल्यूशन कंट्रोल, एयर एवं सी ट्रांसपोर्ट, मिलेट्री ऑपरेशंस, स्पेस आदि ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां कुशल मौसम विज्ञानी की आवश्यकता होती है. आप अगर मौसम से संबंधित इस विज्ञान में रुचि रखते हैं, तो स्कूली शिक्षा के बाद खुद को मीटिअरोलॉजिस्ट बनाने की तैयारी शुरू कर सकते हैं.
World meteorological Day 2024 : शैक्षणिक योग्यता
गणित व विज्ञान के छात्र इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं. मौसम विज्ञानी के रूप में करियर बनाने के लिए आपको मीटिअरोलॉजी या एटमॉस्फेरिक साइंस में स्नातक की योग्यता प्राप्त करनी होगी. किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से साइंस स्ट्रीम यानी फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ्स या बायोलॉजी के साथ 12वीं करने वाले उम्मीदवार स्नातक कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं. स्नातक के बाद आप मीटिअरोलॉजी के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स भी कर सकते हैं. इसके बाद पीएचडी व रिसर्च के क्षेत्र में भी जा सकते हैं. मीटिअरोलॉजी का कोर्स छात्र में इस क्षेत्र से संबंधित कई स्किल्स जैसे- डाटा कलेक्शन, डेटा एनालिसिस, फोरकास्टिंग, कंप्यूटर मॉडलिंग आदि विकसित करता है. इस विषय में छात्रों को वैश्विक वायुमंडल, मौसम मापन और विश्लेषण, वायुमंडलीय ऊष्मप्रवैगिकी, वायुमंडलीय भौतिकी, मौसम विश्लेषण और पूर्वानुमान, समुद्री मौसम विज्ञान आदि के बारे में बारीकी जानकारी एकत्र करना सिखाया जाता है.
World meteorological Day 2024 : स्पेशलाइज्ड कोर्सेज
फिजिकल मीटिअरोलॉजी : इसमें सोलर रेडिएशन, पृथ्वी में विलयन एवं वायुमंडलीय व्यवस्था आदि का अध्ययन किया जाता है.
क्लाइमेटोलॉजी : क्लाइमेटोलॉजी में किसी क्षेत्र या स्थान विशेष की जलवायु का अध्ययन किया जाता है. कुछ महीनों के लिए किसी एक क्षेत्र में अध्ययन कर उस क्षेत्र के जलवायु प्रभाव और उससे होने वाले बदलावों के बारे में विस्तार से शोध किया जाता है.
सिनॉप्टिक मीटिअरोलॉजी : इसमें कम दबाव के क्षेत्र, वायु, जल, अन्य मौसम तंत्र, चक्रवात, दबाव स्तर एवं एकत्र किया जाने वाला मानचित्र जोकि पूरे विश्व के मौसम का सिनॉप्टिक व्यू बताता है आदि की जानकारी प्राप्त की जाती है.
डायनेमिक मीटिअरोलॉजी : इसमें गणितीय सूत्रों के जरिये वायुमंडलीय प्रक्रियाओं का अध्ययन करते हैं.
एग्रीकल्चर मीटिअरोलॉजी : इस शाखा में वैज्ञानिकों द्वारा फसलों की पैदावार एवं उससे होने वाले नुकसान में मौसम संबंधी सूचनाओं का आकलन किया जाता है.
अप्लाइड मीटिअरोलॉजी : इसमें एयरक्राफ्ट डिजाइन, वायु प्रदूषण एवं नियंत्रण आर्किटेक्चरल डिजाइन, अर्बन प्लानिंग, एअर कंडिशनिंग, टूरिज्म डेवलपमेंट आदि के प्रति थ्योरी रिसर्च करते हैं.
World meteorological Day 2024 : करियर
मीटिअरोलॉजी के क्षेत्र में हुए विस्तार से मौसम विज्ञान के पेशेवरों के लिए सरकारी व प्राइवेट दोनों ही क्षेत्रों में काम के अच्छे मौके विकसित किये हैं. एक मीटिअरोलॉजिस्ट के रूप में आप मौसम प्रसारण स्टेशनों, पर्यावरण एजेंसियों, सरकारी एजेंसियों जैसे मौसम विज्ञान विभागों, औद्योगिक मौसम अनुसंधान सुविधाओं, सैन्य विभाग, उपग्रह अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्रों, रेडियो और टेलीविजन स्टेशनों और वैश्विक मौसम केंद्रों में काम के अवसर प्राप्त कर सकते हैं. एयरलाइंस को भी मौसम की जानकारी के लिए मीटिअरोलॉजिस्ट की आवश्यकता होती है. अंतरिक्ष उपयोग केंद्र भी मौसम वैज्ञानिकों की भर्ती की जाती है, क्योंकि उपग्रह का प्रक्षेपण भी मौसम की स्थिति पर निर्भर करता है. आप चाहें तो रिसर्च व शिक्षण के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बना सकते हैं. हालांकि, इन क्षेत्रों एवं विभागों में नौकरी पाने के लिए एक आपको लिखित परीक्षा या भर्ती प्रक्रिया को पास करनी होगी.