CBSE : स्किल-बेस्ड एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए सीबीएसई ने दिये ‘कम्पोजिट स्किल लैब्स’ बनाने के आदेश
सीबीएसई ने स्किल बेस्ड एजुकेशन को बढ़ावा देने के लिए सभी संबद्ध स्कूलों में 'कम्पोजिट स्किल लैब्स' बनाने के आदेश दिये हैं. इन लैब्स का उद्देश्य प्रैक्टिकल लर्निंग एक्सपीरियंस प्रदान करना और छात्रों को विभिन्न करियर पथों के लिए तैयारी करना है.
CBSE : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने सभी संबद्ध स्कूलों में ‘कम्पोजिट स्किल लैब्स’ स्थापित करने का निर्देश जारी किया है, ताकि नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर स्कूल एजुकेशन (एनसीएफ-एसई) के अनुसार स्किल एजुकेशन को बढ़ावा दिया जा सके. स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे कक्षा 6 से 12 के लिए 600 वर्ग फुट का एकल कम्पोजिट स्किल लैब या 400 वर्ग फुट का दो अलग-अलग लैब्स स्थापित करें- एक कक्षा 6 से 10 के लिए और दूसरा कक्षा 11-12 के लिए.
तीन साल के भीतर स्थापित करने होंगे लैब्स
अधिसूचना में निर्दिष्ट किया गया है कि वे स्कूल जो सीबीएसई के साथ एफिलेशन प्राप्त करना चाहते हैं, उनके लिए एक पूर्ण रूप से सुसज्जित कम्पोजिट स्किल लैब तैयार करना अनिवार्य है. वे स्कूल जो पहले एफिलेशन प्राप्त कर चुके हैं, उन्हें इन लैब्स को तीन साल के भीतर स्थापित करना होगा.
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छात्रों के बीच कौशल विकसित करने का है उद्देश्य
एनसीएफ-एसई छात्रों को चयनित कौशल से जुड़े व्यावहारिक कार्यों और परियोजनाओं में शामिल होने के अवसर बनाने की आवश्यकता पर जोर देता है. व्यावहारिक शिक्षण और कौशल विकास के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए सुसज्जित कौशल लैब्स और व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना महत्वपूर्ण है.
अधिसूचना के अनुसार, ‘कम्पोजिट स्किल लैब्स’ स्थापित करने से स्कूल उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने, विभिन्न व्यापारों और व्यवसायों में छात्रों की रोजगार संभावनाओं में सुधार करने, पारंपरिक मार्गों से परे विविध करियर पथों का पता लगाने और छात्रों के बीच उद्यमशीलता कौशल विकसित करने में सक्षम होंगे.