रांची : डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के कुलपति (वीसी) प्रो डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि यूनिवर्सिटी में जल्द ही लॉ से सबंधित कई नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जाएगी. ये लॉ पाठ्यक्रमों से जुड़े करियर की दिशा में प्रासंगिक होंगे. इन रोजगारपरक पाठ्यक्रमों की काफी मांग है. विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ स्टडीज के नए सर्टिफिकेट कोर्स एवं लीगल ड्राफ्टिंग कोर्स के शुभारंभ के अवसर पर उन्होंने ये बातें कहीं.
किसी भी संकाय में 12वीं पास होना है अनिवार्य
डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ स्टडीज के नए सर्टिफिकेट कोर्स एवं लीगल ड्राफ्टिंग कोर्स की अवधि 6 माह होगी और इस पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए विद्यार्थी का किसी भी संकाय में बारहवीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य है. कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि इस पाठ्यक्रम के बाद जल्द ही स्कूल ऑफ लॉ, डीएसपीएमयू के अंतर्गत डिप्लोमा कोर्स इन टैक्सेशन लॉ और कंज्यूमर लॉ से सबंधित पाठ्यक्रम शुरू किए जाने हैं. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि उनकी योजना है कि विश्वविद्यालय में लॉ के नए पाठ्यक्रमों को जल्द से जल्द शुरू कर उसे झारखंड के विद्यार्थियों के लिए लॉ की दिशा में करियर विकल्पों से जोड़ा जाए.
एडमिशन के लिए जल्द जारी होंगी सूचनाएं
स्कूल ऑफ लॉ के निदेशक डॉ पंकज कुमार ने कहा कि सर्टिफिकेट कोर्स इन लीगल ड्राफ्टिंग में नामांकन के लिए जल्द ही वेबसाइट पर सूचनाएं उपलब्ध होंगी. गौरतलब है कि पूर्व में रांची कॉलेज और अब डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में वर्ष 2004 में एलएलएम पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई थी. वर्तमान में इस दिशा में अनेक करियर विकल्पों के कारण इस पाठ्यक्रम की महत्ता काफी बढ़ी है. इस मौके पर डॉ अशोक नाग, डॉ राजेश कुमार, सचिन इंदिवर, अभय सहाय एवं पीआरओ प्रो राजेश कुमार सिंह उपस्थित थे.