Education: देश में प्रारंभिक शिक्षा और साक्षरता को बेहतर करने के लिए कई स्तर पर प्रयास हो रहे हैं. लेकिन इन प्रयासों के बावजूद शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते रहे हैं. कई रिपोर्ट में प्रारंभिक शिक्षा हासिल करने वाले बच्चों के लर्निंग स्किल को लेकर गंभीर सवाल उठे हैं. लेकिन तमाम चुनौतियों के बावजूद देश में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव आ रहा है. सोमवार को रूम टू रीड इंडिया और यूएस मिशन इंडिया ने राष्ट्रीय स्तर पर ‘रीड-ए-थॉन’ कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़, दिल्ली, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई बच्चों, अभिभावकों, सामुदायिक संगठन, अंतर्राष्ट्रीय संगठन, सरकारी निकाय और निगमों ने हिस्सा लिया. इसमें देश में प्रारंभिक शिक्षा एवं साक्षरता परिणाम बेहतर बनाने का संयुक्त प्रयास को सामने लाने की कोशिश की गयी. भारत इनोवेशन और विकास के मामले में वैश्विक नेतृत्वकर्ता के तौर पर आगे बढ़ रहा है और रूम टू रीड इंडिया के साथ यूएसएआईडी की साझेदारी भावी पीढ़ी को सशक्त बनाने में मददगार साबित होगी.
कौशल विकास को आगे बढ़ाना है लक्ष्य
अमेरिकी सरकार को यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) द्वारा रूम टू रीड के साथ साझेदारी करने पर बहुत गर्व है. इस साझेदारी का मकसद छात्रों और शिक्षकों को भविष्य के कौशल विकास के लिए तैयार करना है. रीड-ए-थॉन शुरू करने का मकसद शिक्षा से जुड़े स्टेकहोल्डर्स को स्कूलों, समुदायों और सरकारी कार्यालयों को एक मंच पर लाने और बच्चों की पढ़ाई तथा प्रारंभिक शिक्षा में अपना सहयोग देने का प्लेटफार्म होगा. इस साल रीड-ए-थॉन का लक्ष्य इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में एक साथ पढ़ने के नए रिकॉर्ड के लिए अपना नाम दर्ज कराना है. इस मौके पर यूएसएआईडी के कार्यवाहक मिशन डायरेक्टर डॉक्टर अलेक्जेंड्रिया ह्यूर्टा ने कहा कि शिक्षा से ही समृद्धि संभव है.
संयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया भर में विकास के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भारत के साथ साझेदारी करता रहता है, इसलिए यूएसएआईडी को लाखों छात्रों को उनके भविष्य के लिए मूलभूत कौशल से लैस करने के लिए रूम टू रीड के साथ काम करने पर गर्व है. रीड-ए-थॉन जैसी पहल से हम एक साथ मिलकर एक ऐसे भविष्य का निर्माण कर रहे हैं जहां हर एक बच्चे को आगे बढ़ने और भारत की प्रगति तथा समृद्धि में योगदान देने का मौका मिलेगा. रूम टू रीड इंडिया की कंट्री डायरेक्टर पूर्णिमा गर्ग ने कहा कि इस साल का रीडिंग कैंपेन का विषय है ‘मेक रूम फॉर अर्ली लर्निंग’ है. इसका मकसद बच्चों को शुरुआती स्तर पर पढ़ने, सीखने और आगे बढ़ने का मौका मुहैया कराना है.