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Free Courses: ट्रेंड में है शॉर्ट टर्म कोर्सेज, ट्रेडिशनल पढ़ाई के साथ स्मार्ट लर्निंग भी जरूरी; जानें फ्री कोर्सेज और अवधि के बारे में

free courses: करियर में ग्रोथ के लिए नौकरी के साथ भी पढ़ाई करते रहना जरूरी है. अगर आप ज्यादा व्यस्त रहते हैं और ऑफलाइन कोर्स नहीं कर सकते हैं तो ऑनलाइन मोड में भी पढ़ाई की जा सकती है. इससे आपकी स्किल्स बेहतर होंगी और आपको सर्टिफिकेट भी मिल जाएगा.

बदलते दौर को देख कर पढ़ाई के ट्रेंड में भी कई तरह के बदलाव आ रहे हैं. ट्रेडिशनल कोर्सेज का ट्रेंड भी डिजिटाइजेशन के इस दौर में तेजी से बदल रहा हैं. अब जमाना एक्स्ट्रा स्किल का है. बदलाव के दौर में वही टिकेगा जिसके पास रफ्तार के साथ कदम मिलाकर चलने के लिए एक्स्ट्रा स्किल भी हो. जॉब के लिए ट्रेडिशनल पढ़ाई के साथ स्मार्ट लर्निंग भी जरूरी है जिसमें एक्सट्रा स्किल हो. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल मार्केटिंग, कोडिंग, वेब डेवलपमेंट, डाटा साइंस, मशीन लर्निंग, कंटेंट क्रिएटर, साइबर सिक्योरिटी, क्लाउड कंप्यूटिंग शॉर्ट टर्म कोर्सेज ट्रेंड में है.

करियर स्किल्स

अगर आप करियर में ग्रोथ हासिल करने के लिए कोई सर्टिफिकेट कोर्स करना चाहते हैं तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. गूगल फ्री कोर्स में एनरोल करके क्लास अटेंड करने पर न सिर्फ आपकी करियर स्किल्स बेहतर होंगी, बल्कि सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा. युवा भी ट्रैडिशनल कोर्स के साथ अब स्किल ओरिएंटेड कोर्सेज पर ध्यान देने लगे हैं. वह समझ चुके हैं कि अच्छा-खासा पैकेज के लिए एक्स्ट्रा स्किल वाले कोर्सेज आज की जरूरत हैं. ग्लोबल कंपनियों से लेकर अब इंडियन कंपनियां भी एक्स्ट्रा स्किल वाले कैंडिडेट को तरजीह दे रही है.

short term courses: गूगल फ्री कोर्सेज

अगर आप करियर में ग्रोथ हासिल करने के लिए कोई सर्टिफिकेट कोर्स करना चाहते हैं तो कई तरह के कोर्सेज एविलेवल है. गूगल फ्री कोर्सेज के कई फायदे हैं. सबसे बड़ी बात है कि इसे कोई भी कर सकता है. दरअसल, गूगल फ्री कोर्स में एनरोल करने के लिए कोई खास अनुभव या एजुकेशन क्वालिफिकेशन की मांग नहीं की जाती है. जिन लोगों के पास समय की कमी रहती है, वह गूगल फ्री कोर्स कुछ घंटों में और ऑनलाइन मोड में ही कर सकते हैं. गूगल फ्री कोर्स विद सर्टिफिकेट बिजनेस से लेकर साइबर सिक्योरिटी तक, कई क्षेत्रों में करवाए जाते हैं.

डाटा साइंटिस्ट(कोर्स अवधि – 11 माह)

डाटा साइंटिस्ट की रिक्वायरमेंट अब हर फील्ड में है. आज के दौर में आईटी इंप्लाइज से ज्यादा अर्निंग डाटा साइंटिस्ट कर रहे हैं. इसमें डाटा एक्सप्लोरेशन, मैनिपुलेशन व विजुअलाइजेशन के बारे में सिखाया जाता है. साथ ही इसमें टेक्स्ट माइनिंग स्टैटिस्टिक्स, मशीन लर्निंग, लॉजिस्टिक रिग्रेशन और सपोर्ट वेक्टर मशीन के बारे में जानकारी ले सकते हैं.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (कोर्स अवधि 11 माह)

अत्याधुनिक मशीनें अब ह्यूमन रिसोर्सेज को रिप्लेस कर रही हैं. इन मशीनों को तैयार करने के लिए भी ह्यूमन रिसोर्स लगता है. एआई कोर्स के लिए कई मौजूद होते हैं. इस कोर्स को इंजीनियरिंग के बाद किया जा सकता है.

साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट (कोर्स अवधि 6 माह)

डिजिटलाइजेशन के इस दौर में हैकिंग सबसे बड़े दृष्टि के रूप में उभर कर सामने आया है. पर यह साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट के लिए अवसर के रूप में है. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट ही इससे निपट सकता है. अतः इसमें सर्टिफिकेशन प्रोग्राम की मांग सबसे ज्यादा है.

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स (15 से 20 घंटे)

ट्रेडिशनल मार्केटिंग की जगह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के द्वारा मार्केटिंग का कल्चर जोरों पर है. सभी कंपनियों का डिजिटल मार्केटिंग पर जोर है. इस शॉर्ट टर्म कोर्स में सीईओ स्ट्रेटजी, वेब एनालिटिक्स, एफिलिएट मार्केटिंग आदि बारीकियां सीखी जा सकती हैं. महिलाओं के लिए यह काफी बेहतरीन कोर्स है.

एडवांस प्रोग्रामिंग इन इंजीनियरिंग (कोर्स अवधि 50 घंटे)

यह एक ऐसा शॉर्ट टर्म कोर्स है जो इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को प्लेसमेंट के दौरान काफी फायदा देता है. आम स्टूडेंट के मुकाबले इन्हें ज्यादा सैलरी ऑफर मिलता है. इसमें स्टूडेंट्स को बेसिक प्रोग्रामिंग सिखाई जाती है.

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