AICTE and CGPDTM sign agreement for intellectual property literacy: देश भर के शिक्षा संस्थानों में बौद्धिक संपदा अधिकार जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और पेटेंट महानियंत्रक कार्यालय, डिजाइन ट्रेड मार्क्स (CGPDTM) ने बृहस्पतिवार को एक समझौता ज्ञापन (mou) पर हस्ताक्षर किए. परिषद मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने की. उन्होंने इस पहल को देश में अधिक जीवंत और समावेशी उद्यमशीलता परिदृश्य की दिशा में एक परिवर्तनकारी यात्रा की शुरुआत का प्रतीक बताया. प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने कहा कि भारतीय पेटेंट कार्यालय के साथ एआईसीटीई की साझेदारी शिक्षा संस्थानों में पेटेंट फाइलिंग की गति को बढ़ाएगी. उन्होंने पेटेंट फाइलिंग के तंत्र एवं इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में युवाओं को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम और कार्यशालाएं आयोजित करने की भी सलाह दी.
पेटेंट फाइलिंग में बढ़ोत्तरी हुयी है
एआईसीटीई (AICTE) के सदस्य सचिव प्रोफेसर राजीव कुमार और पेटेंट, डिजाइन और ट्रेड मार्क्स के महानियंत्रक प्रोफेसर उन्नत पी. पंडित ने भारत में उच्च शिक्षा संस्थानों के छात्रों और शिक्षकों के बीच आईपी फाइलिंग की जरूरत, तंत्र और फाइलिंग की कार्यप्रणाली के बारे में जागरूकता लाने के उद्देश्य से एमओयू का आदान-प्रदान किया. प्रोफेसर उन्नत ने कहा कि कपिला योजना (कलाम प्रोग्राम फॉर आईपी लिट्रसी एंड अवेयरनेस) के कारण पेटेंट फाइलिंग में बढ़ोत्तरी हुयी है. वित्त वर्ष 2018-19 में कुल 6786 पेटेंट फाइल हुये थे जो बढ़कर वित्त वर्ष 2022-23 में 23586 से अधिक हो गये. पिछले 5 वर्षों में 78000 से अधिक अकादमिक पेटेंट फ़ाइल किए गए हैं.
इंडोवेशन सेंटर देश में आईपी साक्षरता को बढ़ाने में काफी मददगार
इस दौरान एआईसीटीई (AICTE) के उपाध्यक्ष और मुख्य नवाचार अधिकारी डॉ. अभय जेरे ने कहा कि भारतीय पेटेंट कार्यालय के साथ सहयोग से एआईसीटीई अनुमोदित 8000 से अधिक संस्थानों के छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को लाभ मिलेगा. एआईसीटीई का इंडोवेशन सेंटर भी देश में आईपी साक्षरता को बढ़ाने में काफी मददगार साबित हो सकता है. नए विचारों को बढ़ावा देने और इच्छुक उद्यमियों को सशक्त करने के प्रति शिक्षा संस्थानों में अनुकूल माहौल बनाने के लिए यह पहल कि गयी है.
इस समझौते के बाद अब सीजीपीडीटीएम बौद्धिक संपदा अधिकार के लिए शैक्षिक सामग्री और संसाधनों के विकास में सहायता करने, आईपीआर संबंधी मामलों में दिशानिर्देश या नीतियां बनाने, बौद्धिक संपदा जागरूकता मिशन (एनआईपीएएम) के माध्यम से बौद्धिक संपदा पर सत्र, कार्यशालाएं और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने में एआईसीटीई के साथ सहयोग कर सकेगा.
सीजीपीडीटीएम उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार का एक अधीनस्थ कार्यालय है. यह भारत में पेटेंट, डिज़ाइन, ट्रेडमार्क, भौगोलिक संकेत, कॉपीराइट और सेमीकंडक्टर एकीकृत सर्किट लेआउट डिजाइन संबंधी कानूनों का प्रबंधन करता है.