IDE Boot Camps का दूसरा चरण शुरू, 10 नोडल सेंटर पर होगा आयोजन

IDE Boot Camps: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीतारम ने आज एआईसीटीई मुख्यालय, नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 'इनोवेशन, डिजाइन और उद्यमिता (आईडीई) बूटकैंप्स' के दूसरे चरण का उद्घाटन किया.

By Shaurya Punj | January 30, 2024 8:58 AM
  • आईडीई बूटकैंप्स में नवाचार, डिजाइन और उद्यमिता संबंधी अपने कौशल को निखारेंगे छात्र

  • उत्पाद डिजाइन और अनुभवात्मक शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हो रहा है 5-दिवसीय

अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीतारम ने आज एआईसीटीई मुख्यालय, नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘इनोवेशन, डिजाइन और उद्यमिता (आईडीई) बूटकैंप्स’ के दूसरे चरण का उद्घाटन किया. इस दौरान प्रोफेसर टी.जी. सीतारम ने कहा ये बूटकैंप युवा नवप्रवर्तकों के लिए एक ऐसा मंच है जहां विचारों और आइडिया को मूर्त रूप दिया जाता है. उन्हें क्रियान्वित किया जाता है. जहां रचनात्मकता को धरातल पर उतारा जाता है. जहां सपने वास्तविकता में तब्दील होते हैं. आईडीई बूटकैंप के दूसरे चरण का मुख्य उद्देश्य उद्यमशीलता की मानसिकता विकसित करना और युवाओं को अपने स्वयं के स्टार्टअप का नेतृत्व करने के लिए प्रोत्साहित करना है.

दरअसल, आईडीई बूटकैंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को ध्यान में रखते हुये एक अनूठी पहल है जिसका उद्देश्य छात्रों के नवाचार, डिजाइन और उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देना है. यह नवाचार और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का उदाहरण है. यह भारत को नवाचार संचालित उद्यमों के लिए एक वैश्विक केंद्र बनने की दिशा में प्रेरित करता है.

पांच दिवसीय बूटकैंप 29 जनवरी से 2 फरवरी 2024 तक पूरे भारत के विभिन्न नोडल केंद्रों पर आयोजित किया जा रहा है. इसमें उच्च शिक्षा संस्थानों, स्कूलों और जम्मू-कश्मीर और लद्दाख (पीएम-यूएसपीवाई) के लाभार्थी छात्रों सहित 3000 से अधिक छात्र और इनोवेशन एंबेसडर भाग लेंगे. शिक्षा मंत्रालय, एआईसीटीई और शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल (एमआईसी) ने वाधवानी फाउंडेशन के सहयोग से बूटकैंप का आयोजन किया है.

व्यावहारिक और अनुभवात्मक शिक्षा पर केंद्रित इस कार्यक्रम में प्रतिभागियों को आज के गतिशील व्यावसायिक परिदृश्य में आगे बढ़ने के लिए उत्पाद डिजाइन, एर्गोनॉमिक्स डिजाइन थिंकिंग और पिचिंग कौशल में प्रशिक्षित किया जाएगा. उन्हें विभिन्न उत्पाद डिजाइन पद्धतियों और डिजाइन सोच अवधारणाओं के साथ काम करने का अवसर मिलेगा.

बूटकैंप के पहले दिन प्रतिभागी अपना नवाचार प्रदर्शित करेंगे. चौथे दिन उन्हें स्थानीय शैक्षिक भ्रमण कराया जाएगा जिसमें उन्हें नेटवर्किंग के अवसर भी मिलेंगे, उनकी रचनात्मकता और उद्यमशीलता भी बढ़ेगी. अंतिम दिन टीमें विशेषज्ञ पैनल के सामने अपने नवाचार पेश करेंगी. इस पैनल में स्टार्टअप फाउंडर्स, इनक्यूबेटर, बौद्धिक संपदा विशेषज्ञ, एंजेल इन्वेस्टर्स आदि शामिल रहेंगे. एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीतारमण 2 फरवरी को स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड ग्रामोत्थान, जयपुर में बूटकैंप के समापन सत्र को संबोधित करेंगे.

आईडीई बूटकैंप के लिए नोडल सेंटर

  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, मैसूर

  • श्री रामकृष्ण इंजीनियरिंग कॉलेज, कोयंबटूर

  • जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, नोएडा

  • यशवंतराव चव्हाण कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, नागपुर

  • सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइंसेज, इंदौर

  • स्वामी केशवानंद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट एंड ग्रामोत्थान, जयपुर

  • वर्धमान कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, हैदराबाद

  • कर्णावती यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद

  • स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी, कोलकाता

  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, संबलपुर

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