National Broadcasting Day 2024: आज के दिन यानी 23 जुलाई को हम भारतीय रेडियो के हमारे जीवन में विशेष और गहन प्रभाव के सम्मान में राष्ट्रीय प्रसारण दिवस के रूप में मनाते हैं.यह खास दिन भारत के पहले रेडियो प्रसारण के शुरुआत का भी प्रतीक है, जो आज हम “ऑल इंडिया रेडियो ” के रूप में जानते है.भारत में पहला रेडियो प्रसारण 1927 में इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी के तहत बॉम्बे स्टेशन से शुरू किया गया था.आज ही वह महत्त्वपूर्ण दिवस है जिस दिन भारत को पहली रेडियो ब्रॉडकास्टिंग कंपनी मिली थी.इसी दिन 1927 में इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी लिमिटेड (आईबीसी) ने एक प्राइवेट कंपनी के तौर पर अपना सफर शुरू किया था.
National Broadcasting Day 2024: 1956 में एआईआर बना आकाशवाणी
1930 में भारतीय प्रसारण सेवा के रूप में ऑल इंडिया रेडियो अस्तित्व में आया. 8 जून को इसका नाम बदलकर आल इंडिया रेडियो कर दिया गया.1956 में ऑल इंडिया रेडियो को आधिकारिक तौर पर “आकाशवाणी”नाम से जाना जाने लगा.बीते कई दशक से रेडियो ने महानगरों के स्टूडियो से दूर गांव की गलियों तक का सफर तय किया है.टेक्नालॉजी के विस्तार के बावजूद भी पिछले कई सालों से मनोरंजन और ज्ञान अर्जन के लिए रेडियो का उपयोग आज भी लोग करते है. विभिन्न प्रकार के संसाधन मौजूद होने पर भी आज देश में रेडियो लगभग 99 प्रतिशत जनता तक सीधी पहुंच के चलते मुख्य संचार के रूप में सबसे प्रभावशाली माध्यम है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी अपने मन की बात कार्यक्रम के लिए तमाम उपलब्ध अन्य संचार माध्यमों को छोड़कर रेडियो को चुना.
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National Broadcasting Day 2024: आज के समय में आकाशवाणी
आज भारत में आकाशवाणी के पास लगभग 260 रेडियो स्टेशनों का विशाल नेटवर्क है.ये सारे रेडियो स्टेशंस भारत के कुल 92 प्रतिशत हिस्से को कवर करता है, लगभग भारत के पूरी आबादी को सेवा प्रदान करता है.आज के समय यह सेवा 23 भाषाओं और 146 बोलियों में प्रसारित की जा रही है.
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