How to become an IAS officer: आईएएस (Indian Administrative Service) भारत में एक महत्वपूर्ण सिविल सेवा है जिसका प्रमुख उद्देश्य सरकारी नीतियों को अमल करना और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना होता है. यह उन लोगों को चयन करता है जिन्हें सरकारी नीतियों को अमल में लागू करने और प्रशासनिक कार्य को संचालित करने की योग्यता होती है. यहां कुछ चरणों के बारे में बताया गया है जिनका पालन करके आप आईएएस बनने की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं.
आईएएस बनने के लिए कुछ योग्यता मानदंडों को पूरा करना आवश्यक होता है. इसमें उम्र सीमा, शिक्षा और नागरिकता के अनुसार निर्धारित मानदंड शामिल होते हैं. आमतौर पर, अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष तक होती है. IAS अधिकारियों का प्रमुख कार्यक्षेत्र राज्य शासन और केंद्रीय सरकारी नीतियों के प्रशासनिक कार्य होते हैं. IAS बनने के लिए निम्नलिखित योग्यता और अहम शर्तें होती हैं:
नागरिकता: उम्मीदवार को भारतीय नागरिक होना चाहिए.
शिक्षा: उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री या इसके समकक्ष डिग्री होनी चाहिए.
आयु सीमा: IAS की परीक्षा में भाग लेने के लिए उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 32 वर्ष तक होनी चाहिए. आयु में सामान्य वर्ग को 32 वर्ष और अनुसूचित जाति/जनजाति उम्मीदवारों को 37 वर्ष तक की छूट दी जाती है. अनुसूचित जाति/जनजाति के अभ्यर्थियों को उपर्युक्त छूटें अनुसूचित जाति (अनुसूचित जनजाति) अभ्यर्थियों को दी जाती है जो भारत में निवासी और स्थाई निवासी हों.
परीक्षा पास करनी जरूरी: IAS बनने के लिए सफल अभ्यर्थियों को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination) में स्कोर करने की आवश्यकता होती है.
नम्बर ऑफ अटेम्प्ट्स: सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 6 अटेम्प्ट्स तक की अनुमति दी जाती है, जबकि अनुसूचित जाति/जनजाति को अनिश्चित समय के लिए अटेम्प्ट्स की अनुमति दी जाती है.
IAS अधिकारी बनने के लिए सफलतापूर्वक सिविल सेवा परीक्षा में उच्चाधिकारी वर्ग के रैंकिंग के अनुसार चयन किया जाता है. परीक्षा का चयनित उम्मीदवार अभियांत्रिकी, लॉ, सामान्य अध्ययन, विज्ञान, इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान, आर्थिक एवं सामाजिक विज्ञान, इतिहास, भूगोल, विज्ञान और तकनीकी विषयों पर लिखित परीक्षा देते हैं.
आईएएस अधिकारी बनने के लिए संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (Civil Services Examination) को सफलतापूर्वक पास करना होता है. यह परीक्षा वार्षिक रूप से आयोजित की जाती है और उसमें प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा, और व्यक्तिगतिक प्रश्नोत्तरी साक्षात्कार शामिल होते हैं.
आपको उच्च स्तर की तैयारी की आवश्यकता होगी जो प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम पर आधारित होगी. आप अध्ययन सामग्री, पिछले वर्षों के पेपर्स और मॉक टेस्ट सीरीज का उपयोग करके तैयारी कर सकते हैं.
मुख्य परीक्षा के सफलतापूर्वक उत्तीर्ण होने के बाद, आपको व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है. इसमें आपके विचार, ज्ञान, व्यक्तित्व और सामाजिक जागरूकता का मूल्यांकन किया जाता है.
अधिकारी प्रशिक्षण: सफलतापूर्वक चयनित उम्मीदवारों को भारत सरकार के अधीनस्थ ट्रेनिंग अकादमी (Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration, Mussoorie) जाने के लिए भेजा जाता है, जहां उन्हें अधिकारी प्रशिक्षण दिया जाता है.
भारत में आईएएस ट्रेनिंग के लिए कुछ प्रमुख प्रशिक्षण सेंटर हैं, जो सिविल सेवा अधिकारियों को प्रशिक्षित करते हैं. इनमें से सबसे प्रमुख सेंटर है:
लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी (Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration, LBSNAA), मसूरी, उत्तराखंड: यह अकादमी आईएएस अधिकारियों का प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान है और नई आईएएस अधिकारियों को यहां प्रशिक्षित किया जाता है.
सर जगदीश चंद्र बोस राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र (Sardar Vallabhbhai Patel National Police Academy, SVPNPA), हैदराबाद, तेलंगाना: यह अधिकारियों को पुलिस प्रशिक्षण के साथ भी प्रशिक्षित करता है.
राजीव गांधी राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी (Rajiv Gandhi National Institute of Youth Development, RGNIYD), स्रीपेरंबुदुर, तमिलनाडु: यह अकादमी युवा विकास और सामाजिक संस्कृति में उत्कृष्टि को प्रोत्साहित करने के लिए आईएएस अधिकारियों को प्रशिक्षित करता है.
स्वर्ण जयंती सेल (Golden Jubilee Foundation), मसूरी, उत्तराखंड: यह सेल वर्षों से आईएएस अधिकारियों को प्रशिक्षित कर रहा है.
यह छोटे-छोटे सेंटर भारत में अन्य स्थानों पर भी हैं, जो आईएएस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान करते हैं. ये संस्थान विभाग और उनके कार्यक्रमों के आधार पर बदलते रहते हैं.
IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) ट्रेनिंग सेंटर में भारतीय प्रशासनिक सेवा के उम्मीदवारों को विभिन्न विषयों पर व्यावसायिक और साक्षात्कारिक प्रशिक्षण दिया जाता है. यह ट्रेनिंग सेंटर, संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के अधीन होता है और नॉन-आईएएस अधिकारी भी यहां अपनी ट्रेनिंग प्राप्त कर सकते हैं.
इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य उम्मीदवारों को व्यावसायिक और नैतिक मूल्यों पर आधारित शासन, व्यवस्था, और प्रशासनिक क्षमता को विकसित करना होता है, जिससे वे देश की सेवा में एक उच्च स्तरीय अधिकारी के रूप में सक्रिय रूप से योगदान कर सकें.
ट्रेनिंग का पाठ्यक्रम विशेष रूप से विभिन्न विषयों पर क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर संबंधित ज्ञान के विकास पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसमें भारतीय संविधान, राजनीति, इतिहास, भूगोल, आर्थिक विकास, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, भारतीय अर्थव्यवस्था, लोक प्रशासन, सार्वजनिक नीतियों, वित्तीय प्रबंधन, इत्यादि शामिल हो सकते हैं.
इसके अलावा, ट्रेनिंग के दौरान बॉन्डिंग, बूट कैंप, साक्षात्कार, केस स्टडी, प्रोजेक्ट वर्क, रैलियों, ग्रुप डिस्कशन, और परिचर्चा आदि भी शामिल होते हैं.
आईएएस बनने की प्रक्रिया तथा सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए आप संघ लोक सेवा आयोग की आधिकारिक वेबसाइट (www.upsc.gov.in) पर जांच कर सकते हैं और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. आपके पास सही मार्गदर्शन, दृढ़ इच्छा, और परिश्रम के साथ, आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं और आईएएस अधिकारी के रूप में सेवा कर सकते हैं.
एक IAS (Indian Administrative Service) अधिकारी में कई गुण होने चाहिए जो उसे एक सफल और समर्पित पब्लिक सेवक बनाते हैं. यहां कुछ महत्वपूर्ण क्वालिटीज दी गई हैं:
ज्ञान और शिक्षा: IAS के लिए शिक्षा और ज्ञान का एक महत्वपूर्ण स्तर होना आवश्यक है. वे विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन समझ रखते हैं और सामान्य ज्ञान के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों में भी विशेषज्ञता रखते हैं.
नैतिकता और ईमानदारी: IAS ऑफिसर को नैतिकता और ईमानदारी के लिए अच्छी चरित्र धारण करनी चाहिए. वे जनता के हित में निष्ठा से कार्य करते हैं और भ्रष्टाचार से दूर रहते हैं.
समर्पण और कर्मठता: IAS ऑफिसर को अपने कार्य को ध्यान से निभाने का समर्पण होना चाहिए. वे कर्मठता से अपनी देशवासियों की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं.
प्रबंधन क्षमता: IAS ऑफिसरों को सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक मुद्दों का सामर्थ्य से प्रबंधन करने की क्षमता होनी चाहिए.
संवेदनशीलता: एक IAS ऑफिसर को संवेदनशीलता और समझदारी के साथ अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को समझने और उन्हें हल करने की क्षमता होनी चाहिए.
संवादशीलता: IAS ऑफिसर को संवादशीलता और संवाद कौशल का अच्छा अधिकारी होना चाहिए. वे लोगों से संवाद करके उनके मुद्दों को समझने और समाधान प्रदान करने में सक्षम होते हैं.
नेतृत्व: IAS ऑफिसरों को अच्छे नेतृत्व कौशल होने चाहिए, ताकि वे अपने दल को प्रेरित कर सकें और समस्याओं के समाधान में सक्रिय भूमिका निभा सकें.
सहयोग भाव: IAS ऑफिसर को अपने सहयोगियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की क्षमता होनी चाहिए. वे टीमवर्क में अच्छे होते हैं और सामूहिक भलाई के लिए काम करने में सक्षम होते हैं.
ये कुछ महत्वपूर्ण क्वालिटीज हैं जो एक IAS अधिकारी को सफल और प्रभावशाली बनाते हैं.
प्रशिक्षु आईएएस (Indian Administrative Service) अधिकारी की फिजिकल ट्रेनिंग भारतीय प्रशासनिक सेवा के भविष्य के लिए तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. इस तरह की ट्रेनिंग, उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ और शक्तिशाली बनाने के लिए की जाती है, जिससे वे भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना कर सकें.
दौड़ना: दौड़ना शारीरिक फिटनेस के लिए एक प्रमुख ट्रेनिंग एक्सरसाइज है. आईएएस अधिकारी को विभिन्न दूरियों पर दौड़ने के लिए तैयार किया जाता है, जो उनके स्थानीय क्षेत्र या सेवा के क्षेत्र के अनुसार भिन्न हो सकते हैं.
स्विमिंग: स्विमिंग एक अन्य महत्वपूर्ण शारीरिक एक्सरसाइज है जिससे आईएएस अधिकारी अपनी शारीरिक टैलेंट को बढ़ाते हैं और समुद्री क्षेत्रों में काम करने की क्षमता का विकास करते हैं.
व्यायाम: आईएएस अधिकारियों को व्यायाम के माध्यम से शारीरिक दक्षता और मानसिक स्थिरता का विकास किया जाता है. यह विभिन्न व्यायाम एक्सरसाइज और योगाभ्यास को शामिल कर सकता है.
वजन प्रबंधन: आईएएस अधिकारियों को उचित वजन प्रबंधन के लिए जागरूक किया जाता है, जिससे उन्हें स्वस्थ रहने में मदद मिलती है और उनकी शारीरिक दक्षता में सुधार होता है.
संतुलन और कसरत: आईएएस अधिकारी को संतुलन के विकास और आपसी सहयोग के माध्यम से कसरत की ट्रेनिंग भी मिलती है.
विशेषज्ञता और ज्ञान: IAS परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए सामान्य ज्ञान, सामाजिक विज्ञान, भूगोल, इतिहास, भारतीय राजनीति, आर्थिक और विज्ञानिक विषयों में विशेषज्ञता विकसित करनी आवश्यक है.
परीक्षा पैटर्न की समझ: परीक्षा पैटर्न की अच्छी तरह से समझना महत्वपूर्ण है. पाठ्यक्रम, प्रकार, अध्ययन सामग्री आदि के बारे में जानकारी होनी चाहिए.
संसाधनों का चयन: तैयारी के लिए उपयुक्त पुस्तकें, नोट्स, ऑनलाइन संसाधन, टेस्ट सीरीज आदि का चयन करें.
समय नियोजन: समय का सही ढंग से प्रबंधन करना बहुत महत्वपूर्ण है. रोजाना नियमित अध्ययन और अभ्यास करना आवश्यक है.
आत्मविश्वास और संघर्ष: इस परीक्षा की तैयारी में कई बार आपको संघर्ष करना पड़ सकता है. आपको आत्मविश्वास रखने और परिश्रम करते रहने की आवश्यकता होगी.
नियमित मॉक टेस्ट: नियमित मॉक टेस्ट देना आपके विषय में अधिक विशेषज्ञता विकसित करता है और परीक्षा के पैटर्न को समझने में मदद करता है.
इसलिए, यदि आप IAS बनने की तैयारी करना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द शुरू करें. यह प्रक्रिया समय ले सकती है, लेकिन सही दिशा में प्रयास करने से सफलता अवश्य मिलेगी.
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