How To: अपने बच्चे की लर्निंग के साथ ही उनके एजुकेशन में भी कैसे कर सकते हैं मदद ? इन 15 प्वाइंट से जानिए

How To Help your child in learning: एक पैरेंट्स के रूप में आप अपने बच्चे की पढ़ाई की गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल हों. जानें आप अपने बच्चे को किस तरह से उनके एजुकेशन में मदद कर सकते हैं.

By Anita Tanvi | July 31, 2023 5:55 PM

How To Help your child in learning: एक माता पिता के रूप में आपके द्वारा निभाई जाने वाली सबसे महत्वपूर्ण भूमिका अपने बच्चों की शिक्षा होती है. हम सभी ये जानते हैं और ये मानते हैं कि हमारे सबसे पहले गुरु हमारे माता पिता होते हैं जो कि हमें सभी चीजों के बारे में शुरुवात से बतलाते हैं. माता पिता का अपने बच्चों के शिक्षा की यात्रा में एक समर्थक की भूमिका होती है. आपके बच्चे की शिक्षा में सहायता करने का तात्पर्य उनके होमवर्क में मदद करने से कहीं अधिक है, उनके लिए एक ऐसा वातावरण बनाना जो उनमें सीखने को बढ़ावा दे, जिज्ञासा को प्रोत्साहित करे और उनकी पढ़ाई की गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल हों. जानें आप अपने बच्चे को किस तरह से उनके शिक्षा प्रणाली में सही तरीका से मदद कर सकते हैं

1. घर पर सकारात्मक शिक्षण वातावरण स्थापित करें

घर पर सीखने का अनुकूल माहौल आपके बच्चे के सीखने के उत्साह पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है. घर के एक कमरे को इस तरह से सजाएं, जहां आपका बच्चा आराम से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सके और कोई भी वस्तु उसके ध्यान को पढ़ाई से नहीं हटा पाए. पूरे एरिया को अच्छी तरह से रोशन रखें और आवश्यक शिक्षण सामग्री जैसे किताबें, स्टेशनरी और शैक्षिक संसाधनों से सुसज्जित रखें. अपने बच्चे का आत्मविश्वास और प्रेरणा बढ़ाने के लिए उसकी शैक्षणिक उपलब्धियों का जश्न मनाना सुनिश्चित करें. उदाहरण के तौर पर यदि आपका बच्चा किसी विषय या किसी भी शिक्षा से जुड़ी चीजों में अच्छे अंक प्राप्त करता है तो उसका हौसला बढ़ायें, उसकी तारीफ करें ताकि वो आगे भी अच्छा करने का पूर्ण प्रयास करता रहे.

2. जिज्ञासा और प्रश्न पूछने को प्रोत्साहित करें

बच्चे स्वाभाविक रूप से जिज्ञासु होते हैं और एक माता-पिता के रूप में, आप उन्हें प्रश्न पूछने और उनके आस-पास की दुनिया का पता लगाने के लिए प्रोत्साहित करके इस जिज्ञासा को बढ़ावा दे सकते हैं. जब वे किसी चीज के बारे में पूछताछ करते हैं, तो सार्थक उत्तर देने के लिए समय निकालें या उन्हें स्वयं उत्तर खोजने के लिए मार्गदर्शन करें ताकि वो उस विषय के बारे में पहले खुद से खोजें ताकि उनको उस विषय के बारे में सही से जानकारी हो जाए जो उन्हे खुद से नहीं पता चल पाए तो समय निकाल के खुद से उनका मार्गदर्शन करें.

3. उनकी शैक्षणिक प्रगति में शामिल हों

अभिभावक-शिक्षक बैठकों में भाग लेकर, उनकी हो रही शिक्षा में विकास के बारे में और सही से जानकारी प्राप्त करते रहें ताकि आपको इस बात की जानकारी होती रहे कि आपका बच्चा पढ़ाई में बाकी बच्चों से कितना आगे या कितना पीछे है. उनकी ताकत और कमजोरियों के बारे में जागरूक होने से आप उन्हें सही तरह से मार्गदर्शन कर पाएंगे और उनके सामने आने वाली किसी भी चुनौती का समाधान कर सकेंगे.

4. लक्ष्य निर्धारित करें

प्राप्त करने योग्य लक्ष्य निर्धारित करने के लिए अपने बच्चे के साथ समय व्यतीत करें. ये लक्ष्य विशेषता मापने योग्य और समयबद्ध होने चाहिए. स्पष्ट उद्देश्य रखने से, आपके बच्चे को अपनी पढ़ाई में दिशा और उद्देश्य का एहसास होगा. जैसे ही वे रास्ते में मील के पत्थर तक पहुंचते हैं, उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाएं.

5. एक संतुलित शेड्यूल बनाएं

जब आपके बच्चे की शिक्षा में सहायता की बात आती है तो संतुलन महत्वपूर्ण है. इसके अलावा अपने बच्चे को पढ़ाई के सा- साथ खेल का भी समय प्रदान करें ताकि उनके दिमाग पर काभी जोर न पड़े. अपने बच्चे को शौक, खेल या अन्य रुचियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करें जिनके बारे में वे भावुक हैं कई बच्चों को क्रिकेट खेलना पसंद होता है तो कई बच्चों को किसी और खेल में रुचि होती है. अपने बच्चों को उन खेल के प्रति जागरूक रहने दें तथा उन्हें खेलने से रोके नहीं.

6. एक रोल मॉडल बनें

बच्चे अक्सर अपने माता-पिता को रोल मॉडल के रूप में देखते हैं . बच्चे अपने माता पिता को देख के उनकी तरह बनाने का प्रयास करते हैं. अपने जीवन में सीखने और आत्म-सुधार के प्रति प्रेम प्रदर्शित करें. ज्ञान प्राप्त करने और चुनौतियों पर काबू पाने के अपने अनुभव साझा करें. सीखने के प्रति आपका उत्साह संभवतः उन्हें उसी उत्सुकता के साथ अपनी पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करेगा. जैसा कि आप अपने बच्चे को बतलाएंगे कि आप किस तरह से पढ़ाई करते थे और कैसे आप अपनी गलतियों का सुधार करते थे.

7. टेक्नोलॉजी और बुद्धिमानी का उपयोग करें

यदि बुद्धिमानी से उपयोग किया जाए तो टेक्नोलॉजी शिक्षा में एक मूल्यवान उपकरण हो सकती है. शैक्षणिक ऐप्स, ऑनलाइन पाठ्यक्रम या इंटरैक्टिव शिक्षण प्लेटफॉर्म पेश करें जो आपके बच्चे की रुचियों और जरूरतों के अनुरूप हों. हालांकि, सुनिश्चित करें कि वे टेक्नोलॉजी का उपयोग जिम्मेदारी से करें और अति प्रयोग को रोकने के लिए अपने स्क्रीन समय की निगरानी करें. कई दफा जब आप बच्चे को अपने फोन का प्रयोग करने देते हैं ताकि वो पढ़ाई कर सकें तो वो पढ़ाई करने के जगह पर खेल में लग जाते हैं और अपने पढ़ने के पूरे समय को बर्बाद कर लेते हैं. इन सारी बातों का ध्यान रखते हुए बार-बार अपने बच्चे पर ध्यान देते रहें. साथ ही साथ आपके बच्चे फोन पर क्या देख रहे हैं उसकी भी जांच करते रहें. जो वो फोन पर देख रहे हैं क्या वो उपयोगी है या नहीं इन बातों की जांच करना अति आवश्यक है.

8. विकास की मानसिकता को बढ़ावा दें

अपने बच्चे विकसित मानसिकता की शक्ति के बारे में सिखाएं. उनको उनसे जुड़ी चीजों के बारे में बताएं. यह विश्वास कि बुद्धि और क्षमताओं को प्रयास और दृढ़ता के माध्यम से विकसित किया जा सकता है. ये मानसिकता चुनौतियों का सामना करने में लचीलेपन को प्रोत्साहित करती है और गलतियों से सीखने की इच्छा को बढ़ावा देती है.

9. होमवर्क करने में उन्हें सपोर्ट करें

जरूरत पड़ने पर अपने बच्चे को उनके होमवर्क में मदद करें. लेकिन उनके लिए यह करने से बचें कई बार माता पिता अपने बच्चे का होमवर्क कर देते हैं और यही आदत बच्चे को पढ़ाई से भटकाने मे अपना महत्वपूर्ण कदम निभा जाती है. आपके बच्चे को इस चीज की आदत हो जाती है वह यह सोचते हैं कि जब मैं अपना होमवर्क नहीं करूंगा हमारे माता पिता हमारी मदद कर देंगे इसलिए इन सारी चीजों को करने से बचें. होमवर्क कक्षा में उन्होंने जो सीखा है उसे सुदृढ़ करने के लिए एक अभ्यास के रूप में कार्य करता है. जब वो अपना होमवर्क खुद से करते हैं तब ये पता चलता है कि वो अपनी कक्षा में क्या सीख रहे हैं. इस प्रक्रिया के दौरान उनका मार्गदर्शन करें, स्पष्टीकरण दें और उन्हें स्वतंत्र रूप से समस्याओं से निपटने दें.

10. एक साथ पढ़ें

पढ़ना एक आवश्यक कौशल है जो अकादमिक सफलता की नींव रखता है. एक परिवार के रूप में एक साथ पढ़ने में समय बिताएं. चाहे वह कहानी की किताबें हों, जानकारीपूर्ण लेख हों, या समाचार पत्र हों, एक साथ पढ़ने से जुड़ाव को बढ़ावा मिलता है और साक्षरता कौशल में सुधार होता है. जब आप साथ बैठ कर पढ़ाई करते हैं तो आप अपने बच्चे को उस से जुड़ी चीजों के बारे में बतला पाते हैं साथ ही साथ वो आपको पढ़ता देख कर खुद भी पढ़ाई पर ध्यान देगा इस से घर में एक पढ़ाई के माहौल का निर्माण होता है.

11. व्यावहारिक सीखने का अवसर प्रदान करें

व्यावहारिक सीखने का अनुभव शिक्षा को अधिक मनोरंजक और यादगार बना सकता है. शैक्षिक सैर-सपाटे, विज्ञान प्रयोगों, कला परियोजनाओं या खाना पकाने की गतिविधियों में संलग्न रहें जो कि आपका बच्चा स्कूल में जो सीख रहा है उसका पूरक हो सकता है.

12. धैर्यवान और सहयोगी बनें

प्रत्येक बच्चे की सीखने की अपनी अनूठी गति होती है और रास्ते में उसे चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में धैर्यवान और सहयोगी बनें, उनके प्रयासों के लिए प्रोत्साहन और प्रशंसा प्रदान करें. उन्हें प्रेरित रखने के लिए प्रगति का जश्न मनाएं, चाहे वह कितनी भी छोटी क्यों न हो. जैसा कि आपने आमिर खान की फिल्म तारे जमीन पर देखा होगा उस फिल्म में जो बच्चा रहता है वो बकियों के मुकाबले किसी भी काम को करने में सक्षम नहीं हो पाता है. इसको देखते हुए आप भी समझ सकते हैं कि आपका बच्चा भी कम समझता हो या समझने में अधिक समय लगता हो तो अप भी अपने बच्चे को समय दें ताकि वो भी समय के साथ सब कुछ समझना सही तरीके से सीख जाएं.

13. शिक्षा रुझानों के बारे में अपडेट रहें

शिक्षा में नवीनतम रुझानों और विकास के बारे में स्वयं को अपडेट रखें. यह ज्ञान आपको अपने बच्चे की शिक्षा के बारे में उचित निर्णय लेने और सीखने के नए अवसरों से अवगत होने में मदद कर सकता है.

14. खुलकर बात करें

अपने बच्चे के साथ उनके सीखने के अनुभवों के बारे में खुल कर बात करें. स्कूल में उनके दिन, उनके पसंदीदा विषयों और उनकी किसी भी चिंता के बारे में पूछें. खुले कम्यूनिकेशन पर बना एक मजबूत अभिभावक-बच्चे का बंधन शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है. जब आप अपने बच्चे से खुल कर बना करेंगे तभी वो आपको अपने साथ हो रही सारी बातों को रखेगा और आपको सूचित करेगा कि उनको किस विषय में तकलीफ आ रही है या कौन सा विषय उसको पढ़ने में अच्छा लगता है.

15. कार्यों और विकल्पों के माध्यम से उन्हें शिक्षा का मूल्य समझायें

अपने बच्चे की शिक्षा में सहायता करने का सबसे प्रभावी तरीका उदाहरण के द्वारा नेतृत्व करना है. अपने कार्यों और विकल्पों के माध्यम से उन्हें शिक्षा का मूल्य समझायें. निरंतर सीखने और व्यक्तिगत विकास के प्रति प्रतिबद्धता प्रदर्शित करें.आपके बच्चे की शिक्षा में सहायता करना एक सतत यात्रा है जिसमें समर्पण और भागीदारी की आवश्यकता होती है. एक सकारात्मक माहौल बनाकर, जिज्ञासा को प्रोत्साहित करके, यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करके और उनकी शैक्षणिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होकर, आप अपने बच्चे को सीखने के लिए आजीवन प्यार विकसित करने में मदद कर सकते हैं. धैर्य रखना याद रखें, जब वे अपने शैक्षिक प्रयासों में आगे बढ़ें तो उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करें. उनकी होने वाली गलतियों पर उन्हें समझाएं ना कि उन्हें फटकार कर उनकी जानने की जागरूकता को तोड़ें.

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