IIT Bombay : छात्रों के रीडिंग स्किल्स को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी बॉम्बे ने लांच किया TARA ऐप

स्कूली छात्रों में इंग्लिश व हिंदी के रीडिंग स्किल्स को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आईआईटी बॉम्बे ने 'तारा' ऐप लांच किया है. यह ऐप स्पीच प्रोसेसिंग और मशीन लर्निंग का उपयोग करके छात्रों की पढ़ने की क्षमता का आकलन करेगा.

By Prachi Khare | November 29, 2024 5:26 PM
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IIT Bombay : इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) बॉम्बे ने तारा (TARA – Teacher’s Assistant for Reading Assessment) नामक एक मोबाइल ऐप लांच किया है, जो छात्रों की ओरल रीडिंग फ्लुएंसी का मूल्यांकन कर उसे सुधारने में मदद करेगा. इस ऐप को स्पीच प्रोसेसिंग और मशीन लर्निंग का उपयोग करके तैयार किया गया है. 

रीडिंग स्किल्स को निखारेगा यह ऐप 

तारा ऐप बच्चों द्वारा किसी पैसेज को जोर से पढ़ने की ऑडियो रिकॉर्डिंग का उपयोग करता है और प्रमुख ओरल रीडिंग फ्लुएंसी मेट्रिक्स, जैसे कि वर्ड करेक्शन पर मिनट उत्पन्न करता है. यह ऐप न केवल पढ़ने की गति और सटीकता का मूल्यांकन करता है, बल्कि यह फ्रेजिंग, इनटोनशन (उच्चारण) और स्ट्रेस के माध्यम से पढ़े गये वाक्य के एक्सप्रेशन पर भी जोर देता है, जिससे रीडिंग स्किल में प्रभावी सुधार देखा जा सकता है.

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टाटा ने आर्थिक सहयोग के लिए बढ़ाएं कदम 

तारा ऐप फिलहाल अंग्रेजी व हिंदी भाषा को सपोर्ट करता है, लेकिन इस प्रोजेक्ट को विस्तार देने के लिए टाटा सेंटर ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन, अब्दुल कलाम टेक्नोलॉजी इनोवेशन फेलोशिप एवं स्कूल एजुकेशन कम्युनिटी की ओर से आर्थिक सहयोग प्रदान किया जा रहा है.

केवीएस ने शुरू किया ऐप का इस्तेमाल 

हाल ही में केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) द्वारा इस ऐप को अपनाया गया है. यह ऐप अब 3 से 8 तक की कक्षाओं के छात्रों के लिए अंग्रेजी और हिंदी ओरल रीडिंग फ्लुएंसी का मूल्यांकन करने के लिए उपयोग किया जा रहा है. इस पहल में पूरे देश के 1200 स्कूलों में 7 लाख से अधिक छात्रों को शामिल किया गया है, जो भारत में अब तक का सबसे बड़ा पढ़ाई की क्षमता (रीडिंग फ्लुएंसी) मूल्यांकन अभ्यास है. 

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