Indian Maritime Day 2024 : समुद्री क्षेत्र में बनाएं भविष्य की राह
मेरीटाइम इंडस्ट्री एक बडा कार्यक्षेत्र है, जिसमें रोजगार के अनेक अवसर हैं. जानें मेरीटाइम सेक्टर के बारे में
Indian Maritime Day : आज देश राष्ट्रीय समुद्री दिवस (नेशनल मेरीटाइम डे) मना रहा है. यह उन लोगों के प्रति आभार व्यक्त करने का दिन है, जो कई महीने समुद्री जहाजों में रहकर भारत के व्यापार और वाणिज्य को वैश्विक स्तर पर चलाने में अहम भूमिका निभाते हैं. आज मेरीटाइम इंडस्ट्री एक बड़ा कार्यक्षेत्र है और इसमें करियर के बेहतरीन अवसर मौजूद हैं. समुद्री अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के जहाजरानी मंत्रालय के तहत स्थापित इंडियन मैरीटाइम यूनिवर्सिटी ने विभिन्न कोर्सेज में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू की है. जानें इस क्षेत्र में करियर राह बनाने वाले कोर्सेज एवं इसके बाद मिलने वाले अवसरों के बारे में…
समुद्री क्षेत्र में करियर राहें हैं कई
आप नॉटिकल साइंस की पढ़ाई कर दुनिया भर में चलनेवाले व्यापारी जहाजों यानी मर्चेंट शिप में नेविगेशन ऑफिसर के तौर पर करियर बना सकते हैं. डेक कैडेट के पद से शुरुआत कर सेकेंड ऑफिसर, चीफ ऑफिसर एवं अंतत: कैप्टन के तौर पर आगे बढ़ सकते हैं. मरीन इंजीनियर एवं नेवल आर्किटेक्ट खासतौर पर नॉटिकल इक्विपमेंट के डिजाइन, निर्माण और विकास में अहम भूमिका निभाते हैं. इन विषयों में कोर्स करने के बाद आप देश- विदेश की विभिन्न शिपिंग कंपनियों, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, इंजन प्रोडक्शन फर्म, शिप बिल्डिंग एवं डिजाइन फर्म, नौसेना आदि में करियर शुरू कर सकते हैं. समुद्री क्षेत्र से होनेवाले व्यापारिक गतिविधियों को संचालित करने के लिए बड़े पैमाने पर मेरीटाइम लॉजिस्टिक्स के पेशेवरों की जरूरत होती है. इस क्षेत्र में सप्लाई चेन एनालिस्ट, लॉजिस्टिक्स एनालिस्ट, प्रोडक्शन प्लानर, लॉजिस्टिक मैनेजर, कंसल्टेंट, कस्टमर सर्विस, पर्चेजिंग मरीन ऑफिसर आदि के तौर पर आगे बढ़ सकते हैं.
इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी में प्रवेश का मौका
भारत सरकार के जहाजरानी मंत्रालय से संबद्ध केंद्रीय विश्वविद्यालय इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी (आईएमयू) में मेरीटाइम स्टडीज के तहत आने वाले विभिन्न कोर्सेज में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गयी है. मेरीटाइम सेक्टर में करियर बनाने में रुचि रखने वाले छात्र आईएमयू के 6 कैंपस एवं देश भर में स्थित 17 संबद्ध संस्थानों से संचालित होने वाले इन यूजी व पीजी कोर्स में ले सकते हैं प्रवेश –
यूजी कोर्स : मरीन इंजीनियरिंग/नेवल आर्किटेक्चर एंड ओशन इंजीनियरिंग/ नेवल आर्किटेक्चर एंड शिप बिल्डिंग में चार वर्षीय बीटेक, नॉटिकल साइंस/ शिप बिल्डिंग एंड रिपेयर में तीन वर्षीय बीएससी और लॉजिस्टिक्स, रिटेलिंग एवं ई-कॉमर्स बीबीए कोर्स है. इनके अलावा तीन वर्षीय अप्रेंटिसशिप एंबेडेड बीबीए- मेरीटाइम लॉजिस्टिक्स और एक वर्षीय डिप्लोमा इन नॉटिकल साइंस (डीएनएस) कोर्स भी कर सकते हैं.
पीजी कोर्स : नेवल आर्किटेक्चर एवं ओशन इंजीनियरिंग, ड्रेजिंग एवं हार्बर इंजीनियरिंग, मरीन टेक्नोलॉजी में एमटेक, इंटरनेशनल ट्रांसपोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट, पोर्ट एंड शिपिंग मैनेजमेंट में दो वर्षीय एमबीए कर सकते हैं. एक वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मरीन इंजीनियरिंग (पीजीडीएमई) करने का भी विकल्प है.
जानें, क्या एडमिशन के लिए है जरूरी योग्यता
बीटेक एवं बीएससी एवं एक वर्षीय डिप्लोमा इन नॉटिकल साइंस के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स के साथ न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों में बारहवीं या समकक्ष परीक्षा पास होना जरूरी है साथ ही दसवीं या बारहवीं में इंग्लिश में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक होना चाहिए. बीबीए के लिए किसी भी स्ट्रीम में 60 प्रतिशत अंकों के साथ बारहवीं एवं इंग्लिश में कम से कम 50 फीसदी अंक आवश्यक हैं. साथ ही शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के समय 1 अगस्त, 2024 को सामान्य वर्ग के तहत आने वाले पुरुष अभ्यर्थी की अधिकतम आयु 25 वर्ष एवं महिला अभ्यर्थी की 27 होनी चाहिए. आरक्षित वर्ग के छात्रों को ऊपरी आयु सीमा में नियमानुसार छूट दी गयी, जिसकी जानकारी नोटिफिकेशन से प्राप्त कर सकते हैं. एमबीए में प्रवेश के लिए किसी भी विषय में 50 फीसदी अंक (दसवीं, बारहवीं एवं ग्रेजुएशन में अंग्रेजी विषय में 50 फीसदी अंक) के साथ ग्रेजुएट अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं. एमटेक के लिए न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों में मरीन इंजीनियरिंग/ मेकेनिकल इंजीनियरिंग/ नेवल आर्किटेक्चर/सिविल/मरीन में बीई/बीटेक होना चाहिए. मास्टर कोर्सेज के लिए कोई आयु सीमा नहीं है.
एंट्रेंस से हासिल कर सकेंगे दाखिला
यूजी कोर्सेज (बीबीए के अतिरिक्त) में प्रवेश आईएमयू-सीईटी 2024 रैंक/ सीयूईटी (यूजी) 2024 स्कोर के आधार पर मिलेगा, लेकिन प्रवेश में प्राथमिकता आईएमयू-सीईटी रैंक वाले उम्मीदवारों को दी जायेगी. बीबीए में छात्र सीयूईटी (यूजी) 2024 के स्कोर के आधार पर प्रवेश हासिल कर सकते हैं. शिप बिल्डिंग एंड रिपेयर के बीएससी प्रोग्राम में प्रवेश बारहवीं के अंक के आधार पर मिलेगा. एमबीए प्रोग्राम में प्रवेश के लिए आईएमयू-सीईटी 2024/ 2023 रैंक/ कैट 2023/ मैट सितंबर, दिसंबर 2023 या मई, फरवरी 2024/ सीमैट 2023-24 स्कोर होना चाहिए. अन्य कोर्सेज में प्रवेश के लिए जरूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए प्रॉस्पेक्टस देखें.
पाठ्यक्रम : यूजी के टेक्निकल प्रोग्राम के लिए आयोजित आईएमयू-सीईटी 2024 का आयोजन 8 जून, 2024 को किया जायेगा. इस टेस्ट में 200 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे, जिसमें इंग्लिश, जनरल एप्टीट्यूड, फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स पर केंद्रित बारहवीं स्तर के प्रश्न पूछे जायेंगे. पीजी कोर्सेज के एंट्रेंस के पैटर्न एवं पाठ्यक्रम की जानकारी नोटिफिकेशन से प्राप्त कर सकते हैं.
इन शहरों में आयोजित होगा एंट्रेंस
एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन, पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, छपरा, पूर्णिया, बोकारो, धनबाद, जमशेदपुर, रांची, कोलकाता, सिलीगुड़ी समेत देश के 86 शहरों में किया जायेगा.
ऐसे करें आवेदन
प्रवेश के इच्छुक छात्र आईएमयू की वेबसाइट से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
अंतिम तिथि : 5 मई, 2024.
विवरण देखें : https://imu.cbexams.com/IMU_CET_Reg_2024/RegProcess.aspx