ITI से करें प्रोफेशल डिप्लोमा, कोर्स खत्म होते ही मिलेगी हजारों रुपये की नौकरी

ITI का फुल फॉर्म INDUSTRIAL TRAINING INSTITUTE होता है. यानि औधोगिक प्रशिक्षण संस्थान. यहां से कोर्स कर आप अच्छी नौकरी पा सकते हैं.

By Vishnu Kumar | June 13, 2024 3:29 PM
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अगर आपके पास नौकरी नहीं है तो ITI के पसंदीदा प्रोफेशनल कोर्स में दाखिला लेकर जॉब पा सकते हैं. हम आपको बताएंगे कि ITI का फुल फॉर्म क्या होता है. ITI कोर्स करने के फायदे क्या हैं. इस कोर्स को करने के बाद नौकरी कैसे पा सकते हैं. साथ ही यह भी बताएंगे कि इसमें कितनी तरह के कोर्स होते हैं.

डिटेल्स में देखें

ITI कोर्स उन लोगों के लिए बेहतर है, जो जल्द नौकरी जाना चाहते हैं. ITI का फुल फॉर्म INDUSTRIAL TRAINING INSTITUTE होता है यानि औद्याेगिक प्रशिक्षण संस्थान. इस कोर्स को करने के बाद आप दोनों सेक्टर सरकारी या प्राइवेट में नौकरी पा सकते हैं. इस कोर्स में अलग-अलग प्रकार के ट्रेड होते हैं, जिसके लिए आप प्राइवेट या सरकारी संस्थान से शिक्षा पा सकते हैं.

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ITI कोर्स की विशेषताएं :

  1. प्रवेश योग्यता : ITI कोर्स में प्रवेश के लिए अभ्यर्थी को 10वीं पास होना आवश्यक होता है. कुछ कोर्सों में 12वीं पास होना आवश्यक है.
  2. कोर्स की अवधि : आईटीआई कोर्स की अवधि आमतौर पर 6 महीने से 2 वर्ष तक होती है.
  3. पाठ्यक्रम : आईटीआई कोर्स में विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों के लिए पाठ्यक्रम शामिल होते हैं.
  4. आयु सीमा : इस कोर्स में प्रवेश हेतु सरकारी मानकों के हिसाब से आयु सीमा निर्धारित की गयी है. 

कुछ प्रमुख ट्रेड कोर्सों के नाम

  • इलेक्ट्रीशियन
  • मैकेनिकल (गाड़ी/डीजल)
  • वेल्डर
  • कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट (COPA)
  • ड्राफ्ट्समैन (सिविल/मैकेनिकल/इलेक्ट्रिकल)
  • फिटर
  • प्लंबर
  • रिफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग (एआरसी)
  • इलेक्ट्रोनिक्स मैकेनिक
  • बेकरी और कंफेक्शनरी

ITI की प्रमुख कोर्स

1. विद्युत मैकेनिक : इस कोर्स में छात्रों को विद्युत उपकरणों की मरम्मत, संरक्षण और अनुरक्षण की जानकारी प्रदान की जाती है.

2. मैकेनिकल मेकेनिक : यह कोर्स छात्रों को मशीनरी और यांत्रिकी सुविधाओं के काम के बारे में जानकारी देता है.

3. कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट (COPA) : यह कोर्स छात्रों को कंप्यूटर ऑपरेशन, एप्लिकेशन और प्रोग्रामिंग की बुनियादी जानकारी प्रदान करता है.

4. इलेक्ट्रिशियन : यह कोर्स छात्रों को विद्युत प्रणाली और इलेक्ट्रिकल इंस्टालेशन के कार्यों का प्रशिक्षण देता है.

5. वेल्डर : इस कोर्स में छात्रों को वेल्डिंग और मेटल ज्वाइनिंग के कार्यों की शिक्षा दी जाती है.

फीस

 ITI कोर्सों की फीस सरकारी संस्थानों में काफी कम होती है.

विशेषज्ञता और योग्यता प्राप्त करने वाले कोर्सों की फीस कुछ अधिक हो सकती है.

अनुमानतः इसकी फीस सभी कोर्सेज में 5000 से लेकर 50,000 रुपये के बीच हो सकती है. 

नौकरी के अवसर

आईटीआई कोर्स कर प्रमाणपत्र प्राप्त करने उम्मीदवार को व्यापक रूप से रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं.

उदाहरण के लिए नीचे देखें-

1. इंजीनियरिंग क्षेत्र : इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, मैकेनिकल इंजीनियर, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर, कंप्यूटर इंजीनियर और सिविल इंजीनियर की नौकरी पा सकते हैं.

2. व्यावसायिक कार्यक्रम : आईटीआई से प्रशिक्षण प्राप्त कोर्सों में शामिल होने वाले छात्र विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों में काम कर सकते हैं.

जैसे कि इलेक्ट्रीशियन, मोटर मैकेनिक, वेल्डर, फिटर, प्लंबर, रिफ्रिजरेशन और एयर कंडीशनिंग तकनीशियन और कंप्यूटर ऑपरेटर आदि.

3. व्यापारिक कार्यक्रम : आईटीआई प्रशिक्षण के बाद, छात्र व्यापारिक क्षेत्रों में अवसर पा सकते हैं.

जैसे कि कंप्यूटर ऑपरेटर, डेटा एंट्री ऑपरेटर, कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव, ऑफिस असिस्टेंट और बैंकिंग क्लर्क आदि.

4. शिक्षण क्षेत्र : आईटीआई प्रशिक्षित व्यक्ति शिक्षण क्षेत्र में भी करियर बना सकते हैं.

जैसे कि आईटीआई ट्रेनर, व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान में अध्यापक, या सरकारी व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान में अध्यापक के रूप में.

5. सरकारी नौकरियां : कई सरकारी नौकरियां भी आईटीआई प्रशिक्षण के बाद उपलब्ध हो सकती हैं,

जहां आप तकनीकी कर्मचारी के रूप में काम कर सकते हैं. जैसे – भारतीय रेलवे, नौसेना, वायुसेना, बिजली विभाग, आदि.

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