JEE Main : जेईई मेन 2025 परीक्षा के लिए 12वीं में अनिवार्य है 75 फ़ीसदी एग्रीगेट परसेंटेज, (एससी एवं एसटी के लिए 65 फ़ीसदी) का क्राइटेरिया अभी भी जारी. एनडीए ने फिलहाल इस नियम में किसी भी प्रकार के संशोधन की पुष्टि नहीं की है. ध्यान देने वाली बात है, कि देश के तमाम NIT व IIT संस्थानों और केंद्र के फंड से चलने वाले विभिन्न टेक्निकल इंस्टिट्यूट में दाखिला JEE मेंस के स्कोर से होता है.
75% प्रतिशत पर्सेन्टेज अनिवार्य
इन संस्थानों में दाखिला करवाने के लिए पात्रता नियमों के मुताबिक वही विद्यार्थी काबिल होंगे जिनमें 12वीं में कम से कम 75% मार्क्स है. इसके अतिरिक्त संबंधित बोर्ड एग्जाम में टॉप 20 परसेंटाइल उम्मीदवारों में से भी एक व्यक्ति को आपको भी यह अवसर मिलेगा.
कोरोना काल में हुए थे संशोधन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना से पहले आईआईटी, एनआईटी, व सीएफटीआई संस्थानों में एडमिशन के लिए 12वीं में कम से कम 75 प्रतिशत मार्क्स लाना अनिवार्य हुआ करता था, वर्ष 2020 में कोरोना के चलते इस नियम में कुछ बदलाव किए गए थे और यह नियम हटा दिए गए थे, इसके बाद बरसो वर्ष 2023 में इस नियम को फिर से लागू कर दिया गया है.
JEE एडवांस्ड के जरिए IIT में दाखिल मिलता है
JEE मेंस पेपर एक अंडरग्रैजुएट इंजीनियरिंग प्रोग्राम जैसे कि एनआईटी, आईआईटी, में कोर्सेज बीई, बीटेक और अन्य केंद्रीय वित्तपोषित तकनीकी संस्थान सीएफटी में बीटेक, बीई प्रवेश के लिए NTA द्वारा आयोजित की जाती है.
JEE मेंस परीक्षाएं समाप्त हो जाने के बाद दोनों सत्रों के बेस्ट एनडीए स्कोर के आधार पर स्टूडेंट की रैंक जारी की जाती है. जेईई मेंस परिणाम में पहले 2,50,00 रैंक हासिल करने वाले परीक्षार्थी JEE एडवांस्ड टेस्ट के लिए आवेदन करने के योग्य होते हैं. JEE एडवांस्ड के जरिए IIT में दाखिला मिलता है. आईआईटी एंट्रेस JEE एडवांस्ड भी वही दे सकेगा जिसके 12वीं में कम से कम 75% अंक होंगे या फिर संबंधित बोर्ड एग्जाम में टॉप 20 परसेंटाइल उम्मीदवारों की सूची में उनका नाम होगा.
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