JEE Main 2025 : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से जेईई मेन 2025 परीक्षा की तिथियों की घोषणा की जा चुकी है. इस परीक्षा का पहला सेशन 22 से 31 जनवरी, 2025 तक आयोजित किया जायेगा. सेशन-1 परीक्षा के लिए अब मात्र दो माह का समय शेष रह गया है. ऐसे में परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को तैयारी का स्तर तेज कर देना चाहिए. यह समय है कि छात्र सभी टेक्स्ट बुक्स, रिवीजन मटेरियल, पहले के वर्षों के प्रश्नपत्रों, सैंपल एवं क्वेश्चन पेपर का सुनियोजित तरीके से अध्ययन कर अपनी तैयारी को अंतिम स्वरूप दें…
प्रभावी स्टडी प्लान है जरूरी
जेईई एक प्रतिस्पर्धी परीक्षा है, जिसमें अच्छे स्कोर प्राप्त करने के लिए उम्मीदवार के लिए एक अच्छी तरह से संरचित अध्ययन योजना को अपना महत्वपूर्ण है. उम्मीदवारों के लिए नये सिलेबस के अनुसार सभी प्रमुख विषयों का अध्ययन करना आवश्यक है. बेहतर होगा कि आप एक ऐसा टाइमटेबल तैयार करें, जिसमें दिन के अनुसार टॉपिक निर्धारित हों. किस टॉपिक को कितनी समय देना है, अपने स्टडी प्लान में यह भी तय करें. हर दिन कम से कम 8 घंटे पूरे फोकस के साथ अध्ययन करने का प्रयास करें और निर्धारित टॉपिक तय दिन में तैयार करने का हर संभव प्रयास करें. किसी भी टॉपिक को अलगे दिन के लिए या बाद में पढ़ने के लिए न छोड़ें. ऐसा करने से आपका पूरा स्टडी प्लान बिगड़ सकता है. एक दिन में एक कठिन विषय और तुलनात्मक रूप से आसान विषय लेकर पढ़ाई में संतुलन बनाएं.प्रतिदिन गणित के 5-10 प्रश्न हल करें. याद रखें कि तैयारी के इन अंतिम दिनों में पढ़ाई को लेकर निरंतरता बनाये रखना बहुत महत्वपूर्ण है.
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अब न छुएं कोई नयी किताब
जेईई मेन परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को एनसीईआरटी पुस्तकों को पढ़ने का ही सुझाव दिया जाता है. एनसीईआरटी पुस्तकों के साथ-साथ उम्मीदवार को कुछ प्रसिद्ध लेखक पुस्तकों का भी अनुसरण करते हैं, जिनमें एचसी वर्मा, आरडी शर्मा और अरिहंत शामिल हैं. उम्मीदवारों को इन 60 दिनों की तैयारी के दौरान अब तक पढ़ी गयी पुस्तकों से ही अध्ययन करना चाहिए. अब किसी नयी पुस्तक को पढ़ने की गलती न करें. इससे आप किसी टॉपिक को लेकर दुविधा में पड़ सकते हैं. आपने अब तक जो भी पढ़ा है, उसे बार-बार रिवाइज करें.
पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र एवं मॉक टेस्ट का करें अध्ययन
अंतिम दो महीनों की प्रिपरेशन स्ट्रेटजी में उम्मीदवारों को विशेष रूप से जेईई मेन परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करने में अधिक-से-अधिक समय देना चाहिए. पुराने प्रश्न पत्र हल करने और मॉक टेस्ट देने उम्मीदवारों को जेईई मेन परीक्षा के पैटर्न को बारीकी से समझने में मदद मिलती है. प्रश्नों को हल करने के दौरान उम्मीदवार समय प्रबंधन करना सीख पाते हैं. सवालों को जल्दी हल करने का कौशल विकसित होता है. इसके साथ ही उम्मीदवारों को उनकी कमजोरियों को पहचानने और उन्हें वक्त रहते सुधारने में मदद मिलती है.
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रिवीजन को दें पर्याप्त समय
किसी भी परीक्षा की तैयारी को अंतिम स्वरूप देने में रिवीजन की महत्वपूर्ण भूमिका है. बार-बार रिवाइज करने की प्रवृत्ति तैयारी को मजबूत बनाने के साथ अभ्यर्थी का आत्मविश्वास भी बढ़ाती है. इसी के चलते जेईई मेन परीक्षा की तैयारी के अंतिम दो महीने में उम्मीदवारों को नये विषयों के अध्ययन के साथ तैयार हो चुके टॉपिक्स के रिवीजन को भी पर्याप्त समय देना चाहिए. रिवीजन के लिए अपने बनाये नोट्स सबसे उपयुक्त होते हैं. मैथ्स के फॉर्मूलों एवं फिजिक्स सिद्धांतों को अच्छी तरह से तैयार करें और तैयार विषयों को बार-बार रिवाइज करें.
स्वस्थ रहने पर करें फोकस
तैयारी के इस अंतिम दौर में छात्रों के लिए अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना बेहद जरूरी है. घंटों तक लगातार पढ़ाई करते रहने से छात्रों को मानसिक थकान न महसूस हो इसके लिए जरूरी है कि वे समय-समय पर ब्रेक लेते रहें. मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए 6 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लें. उचित खान-पान लें. चाय व कॉफी का अत्यधिक सेवन करने से बचें. व्यायाम व मनोरंजन के लिए कुछ समय निकालें. खुद को शारीरिक व मानसिक दोनों तरह से स्वस्थ रखें एवं मन लगाकर पढ़ाई करें.