JSSC CGL: कुछ इस प्रकार बनाए गए थे पेपर लीक के झूठे साक्ष्य, जानें SIT जांच में क्या मिला

JSSC CGL: सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक और फर्जी दस्तावेज मामले की जांच कर रही एसआईटी को नए तथ्य मिले हैं. जानें कैसे तैयार किए गए झूठे दस्तावेज.

By Pushpanjali | January 22, 2025 6:27 PM

JSSC CGL: जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक और पेपर लीक से संबंधित फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप में दर्ज दो अलग-अलग मामलों की जांच कर रही एसआईटी को नए तथ्य मिले हैं. शुरुआती जांच में एसआईटी को पेपर लीक से संबंधित कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिले, लेकिन जांच में यह सामने आया कि पेपर लीक से जुड़ी जो फोटोग्राफी की गई थी, वह बाद में की गई थी. हालांकि, यह साबित करने के लिए कि गड़बड़ी ‘परीक्षा के दौरान’ और ‘परीक्षा से पहले’ हुई थी, मोबाइल की टाइमलाइन को बदलकर फोटोग्राफी की गई थी.

छात्रों के पास नहीं था SIT के सवालों का जवाब

जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, मामले में शिकायत करने वाले छात्रों का बयान लिया गया. जब इन छात्रों से पूछा गया कि मोबाइल में उस युवक का फोटोग्राफ क्यों नहीं है, जिसके हाथ में पेपर लीक से संबंधित पेपर था, तो छात्रों ने इसका कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. इसलिए एसआईटी ने इसे जांच के दौरान संदेहास्पद पाया है. इसके अलावा, एसआईटी को कुछ शिकायतें मिलीं, जिनमें बताया गया कि मोबाइल का टाइमलाइन बदलकर पेपर लीक से संबंधित फर्जी दस्तावेज और व्हाट्सएप चैट तैयार किए गए थे. इन तथ्यों के सामने आने के बाद डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एसआईटी को मामले की गहराई से जांच का आदेश दिया है. एसआईटी ने मोबाइल में फोटोग्राफी की सत्यता की जांच के लिए जब्त मोबाइल को एफएसएल के पास भेज दिया है.

SIT को अब तक मिली है इतनी शिकायतें

एसआईटी जांच से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, अब तक जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में गड़बड़ी, पेपर लीक और अन्य आरोपों की जांच कर रही एसआईटी को 54 शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं. इन शिकायतों में कुछ पेपर लीक से संबंधित हैं, कुछ संदिग्ध छात्रों के बारे में हैं और कुछ परीक्षा केंद्रों से जुड़ी हैं. सभी शिकायतों की गहराई से समीक्षा की जा रही है. उल्लेखनीय है कि हाइकोर्ट के निर्देश पर डीजीपी ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था. एक केस में छात्रों की शिकायत के आधार पर यह आरोप लगाया गया है कि परीक्षा से पहले पेपर लीक किया गया था. इस मामले में एसआईटी को छात्रों द्वारा कुछ फोटोग्राफ, वीडियो और अन्य साक्ष्य जांच के लिए उपलब्ध कराए गए थे. वहीं, दूसरा केस जेएसएससी के अधिकारियों के बयान पर दर्ज किया गया है, जिसमें अधिकारियों का आरोप है कि परीक्षा को प्रभावित करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए और जानबूझकर परीक्षा लीक होने का आरोप लगाया गया.

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