National Statistics Day 2024 : स्टेटिस्टिशियन बन करें उज्ज्वल भविष्य की गणना

भारतीय व्यापार जगत में प्रगति के साथ स्टेटिस्टिशियन की मांग को दिनों-दिन बढ़ते देखा जा रहा है. श्रम सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार वर्ष 2026 तक स्टेटिस्टिक्स के क्षेत्र में 33 फीसदी की वृद्धि के साथ नौकरियों में 7.4 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान है. सांख्यिकी और आर्थिक नियोजन के क्षेत्र में प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महालनोबिस के उल्लेखनीय योगदान को सम्मान देने के लिए प्रति वर्ष 29 जून को उनकी जयंती पर राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस मनाया जाता है. इस अवसर पर जानें एक स्टेटिस्टिशियन के तौर पर आप कैसे दे सकते हैं अपने भविष्य को आकार...

By Prachi Khare | June 27, 2024 2:39 PM

National Statistics Day 2024 : आज के दौर में डाटा का महत्व कहीं ज्यादा बढ़ गया है. दुनिया भर की सरकारों एवं व्यवसायों को अपने महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए डाटा का आकलन करना पड़ता है और इस आकलन को निर्णय व निष्कर्ष तक पहुंचाने का काम करते हैं स्टेटिस्टिशियन. ये विशेषज्ञ व्यापारों, सरकारी संगठनों और अन्य संस्थानों की समस्याओं को हल करने के लिए स्टेटिस्टिकल डाटा को संकलित कर उसका विश्लेषण करते हैं. किसी समस्या को हल करने के लिए कंपनी को किस तरह के डाटा की आवश्यकता होगी, यह जानकारी भी स्टेटिस्टिशियन ही देते हैं और डाटा का उपयोग करके समाधान बनाने के लिए गणितीय सिद्धांतों को लागू करते हैं. कई मामलों में ये प्रोफेशनल्स सर्वेक्षण, प्रश्नावली, प्रयोग और चुनाव डिजाइन करके कंपनियों के लिए डाटा एकत्र भी करते हैं. आप अगर एक विश्लेषणात्मक व्यक्ति हैं, जिसे समस्याओं को हल करने के लिए आंकड़ों का उपयोग करना अच्छा लगता है, तो आप स्टेटिस्टिशियन के रूप में करियर बना सकते हैं.  

बारहवीं के बाद बढ़ाएं कदम  

गणित विषय के साथ बारहवीं पास करने वाला कोई भी छात्र स्टेटिस्टिशियन बनने की दिशा में आगे बढ़ सकता है. उसे स्टेटिस्टिक्स, मैथमेटिक्स, कंप्यूटर साइंस, इकोनॉमिक्स जैसे विषयों से स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करनी होगी.      

कोर्स व संस्थान के बारे में जानें

इंडियन स्टेटिस्टिकल इंस्टीट्यूट : प्रसिद्ध वैज्ञानिक व सांख्यिकीविद प्रशांत चंद्र महालनोबिस के प्रयासों से 1931 में कोलकाता में स्थापित देश का यह प्रतिष्ठित संस्थान तीन वर्षीय बैचलर ऑफ स्टेटिस्टिक्स (ऑनर्स) कोर्स संचालित करता है. मैथमेटिक्स एवं इंग्लिश विषयों के साथ बारहवीं या समकक्ष परीक्षा पास अभ्यर्थी यह कोर्स कर सकते हैं. इसके अलावा यहां दो वर्षीय मास्टर ऑफ स्टेटिस्टिक्स एवं स्टेटिस्टिकल मेथड्स एंड एनालिटिक्स में एक वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा करने का विकल्प है. इन कोर्सेज में प्रवेश के लिए संस्थान की ओर एंट्रेंस टेस्ट लिया जाता है.
वेबसाइट : www.isical.ac.in

मैथमेटिक्स एंड स्टेटिस्टिक्स डिपार्टमेंट, आईआईटी कानपुर : यह संस्थान स्टेटिस्टिक्स एवं डेटा साइंस में बीएस एवं बीएस-एमएस ड्युअल डिग्री प्रोग्राम संचालित करता है. यहां से स्टेटिस्टिक्स में एमएससी भी कर सकते हैं.
वेबसाइट : www.iitk.ac.in/math/

सेंट जेवियर कॉलेज, कोलकाता : यह संस्थान स्टेटिस्टिक्स में बीएससी ऑनर्स प्रोग्राम संचालित करता है, जिसमें कम से कम 60 प्रतिशत अंकों के साथ मैथमेटिक्स से बारहवीं पास छात्र प्रवेश ले सकते हैं. बारहवीं में प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों का चयन किया जाता है.
वेबसाइट : https://www.sxccal.edu/

लेडी श्री राम कॉलेज, डीयू : दिल्ली विश्वविद्यालय के इस कॉलेज में स्टेटिस्टिक्स में बीएससी ऑनर्स कोर्स उपलब्ध है. इसमें प्रवेश के लिए सीयूइटी यूजी का स्कोर चाहिए होगा.
वेबसाइट : https://lsr.edu.in/

इसके अलावा आइआइटी बॉम्बे www.iitb.ac.in, आईआईटी तिरुपति www.iittp.ac.in भी स्टेटिस्टिक्स में एमएससी प्रोग्राम संचालित करते हैं. 

आगे बढ़ने के लिए जरूरी स्किल्स  

एक स्टेटिस्टिशियन में डेटा माइनिंग, प्रोबेबिलिस्टिक वेरिएबल्स के माध्यम से अनुमान करने की दक्षता होनी चाहिए. इन्हें व्यावसायिक समझ के साथ कंप्यूटर कौशल की एक विस्तृत श्रृंखला, जिसमें प्रोग्रामिंग भाषाएं जैसे-सी, आर, एसएएस, सी++, पाइथॉन, एसक्यूएल जावा आदि शामिल हैं, की जानकारी होनी चाहिए. स्टेटिस्टिशियन के तौर पर करियर बनाने की इच्छा रखनेवाले व्यक्ति में विश्लेषणात्मक सोच और गणित में रुचि होना बेहद जरूरी है.  

करियर राहें हैं यहां

पेशेवर स्टेटिस्टिशियन के लिए पब्लिक सेक्टर ऑर्गनाइजेशन, कॉरपोरेट समूहों, फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन, निजी कंपनियों, आरबीआई में जॉब के बेहतरीन मौके होते हैं. इसके अलावा स्टेटिस्टिशियन रिसर्च, फाइनेंशियल मार्केट, जनसंख्या अध्ययन, इलेक्शन कैंपेन, हेल्थ केयर, मार्केटिंग एंड सेल्स, इंश्योरेंस आदि क्षेत्रों में काम करते हैं. इन पेशेवरों के लिए डाटा साइंटिस्ट, बिजनेस एनालिस्ट, फाइनेंशियल एनालिस्ट आदि पदों पर काम करने के अवसर उपलब्ध हैं. इंडियन स्टेटिस्टिकल सर्विसेज, इंडियन इकोनॉमिक सर्विसेज और सिविल सर्विसेज की परीक्षा में सफलता हासिल कर बतौर प्रशासनिक अधिकारी आगे बढ़ने का भी विकल्प है. शिक्षण के क्षेत्र में भी करियर को आगे बढ़ा सकते हैं. 

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