NEET 2024: एनटीए का फैसला वापस, अब लॉटरी से नहीं होगी टाई ब्रेकिंग

NEET 2024 बायोलॉजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स के स्कोर समान रहने पर कंप्यूटर से लकी ड्रॉ निकालकर रैंकिंग तय की जानी थी. इसका कई स्तर से विरोध भी हो रहा था. कैंडिडेट्स का कहना था कि यह फेयर डिसीजन नहीं हो सकता.

By Neha Singh | March 18, 2024 4:42 PM
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NEET 2024: एनटीए को चेंज करनी पड़ी टाई ब्रेकिंग की पॉलिसी जिसमें दो या दो से ज्यादा कैंडिडेट्स को नीट (यूजी) 2024 के एग्जाम में एक समान नंबर या पर्सेंटाइल स्कोर प्राप्त होगा तो उनकी रैंकिंग को लॉटरी से तय किया जाएगा, उसे बदल दिया गया है. अब रैंकिंग एक बदली हुई पॉलिसी से तय किया जाएगा. एनटीए ने रैंकिंग पॉलिसी में फिर से बदलाव किया है. टाई ब्रेकिंग के नियमों की जानकारी देते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट 2024 इन्फॉर्मेशन बुलेटिन रिवाइज्ड स्वरूप में जारी किया है. इसे नीट (यूजी) 2024 के कैंडिडेट्स exams.nta.ac.in पर देख सकते हैं.

NEET 2024: एग्जाम में सात हफ्तों का वक्त, जान लें बदला हुआ नियम

राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट यूजी)-2024 राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा 05 मई को आयोजित की जानी है. अर्थात कैंडिडेट्स के पास सात हफ्तों से भी कम समय शेष रह गया है. ऐसे समय में टाई ब्रेकर के नियमों को भी जान लेना जरूरी है.रिवाइज्ड नीट 2024 इन्फॉर्मेशन बुलेटिन को आधिकारिक वेबसाइट exams.nta.ac.in NEET पर देखा जा सकता है. इसके मुताबिक नीट यूजी एग्जाम में टाई ब्रेकिंग के पुराने ढर्रे को कमोबेश अपनाया जा रहा है.

NEET 2024: लॉटरी से निर्णय के फैसले का होने लगा था विरोध

बायोलॉजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स के स्कोर समान रहने पर कंप्यूटर से लकी ड्रॉ निकालकर रैंकिंग तय की जानी थी. इसका कई स्तर से विरोध भी हो रहा था. कैंडिडेट्स का कहना था कि यह फेयर डिसीजन नहीं हो सकता. एनटीए के द्वारा कैंडिडेट्स के भाग्य पर फैसला छोड़ना कतई उचित नहीं कहा जा सकता. अंतत: उस निर्णय को बदलते हुए एनटीए ने नीट 2024 इन्फॉर्मेशन बुलेटिन रिवाइज्ड स्वरूप जारी करते हुए नियमों से कैंडिडेट्स को रूबरू कराया है. यह लकी ड्रा वाले नियम की जगह प्रभावी होगा.

NEET 2024: टाई ब्रेकिंग के लिए अपनाई जाएगी ये प्रक्रिया

  1. सबसे पहले देखा जाएगा बायोलॉजी का स्कोर

टाई वाले कैैंडिडेट्स में सबसे पहले बॉयोलॉजी के स्कोर को देखा जाएगा. इसमें जिस कैंडिडेट का स्कोर ज्यादा होगा उसे रैंकिंग में ऊपर रखा जाएगा.

  1. बॉयोलॉजी में मार्क्स बराबर रहे तो केमिस्ट्री से तय होगी रैंकिंग

बॉयोलॉजी में मार्क्स बराबर रहे तो केमिस्ट्री के मार्क्स के आधार पर उम्मीदवार की रैंकिंग तय की जाएगी. केमिस्ट्री में ज्यादा अंक वाले कैंडिडेट को वरीयता दी जाएगी. उसकी रैंकिंग ऊपर होगी.

  1. बॉयोलॉजी और केमिस्ट्री के नंबर्स भी सेम तो फिजिक्स से फैसला

बॉयोलॉजी और केमिस्ट्री के स्कोर भी बराबर निकले तो फिजिक्स के स्कोर से फैसला लिया जाएगा. फिजिक्स में जिसने ज्यादा स्कोर किया होगा, उसे रैंकिंग में ऊपर रखा जाएगा.

तीनों सब्जेक्ट्स के नंबर्स सेम तो देखा जाएगा सही-गलत आंसर्स का रेशियो

रिजल्ट में जिन कैंडिडेट्स के तीनों सब्जेक्ट्स के नंबर्स सेम पाए जाएंगे तो देखा जाएगा कि सही-गलत आंसर्स का रेशियो क्या है. अर्थात जिसने कम गलत आंसर्स दिए होंगे, उसे वरीयता दी जाएगी. तीनों विषयों में भी अंक समान रहने पर परीक्षा में दिए गए कुल सवालों में गलत और सही उत्तरों के अनुपात को देखा जाएगा.

  1. बॉयोलॉजी के गलत और सही उत्तरों का अनुपात

यदि कुल गलत और सही आंसर्स का अनुपात भी सेम हो तो सिर्फ बॉयोलॉजी के आधार पर फैसला लिया जाएगा. अर्थात बॉयोलॉजी के गलत और सही उत्तरों का अनुपात देखा जाएगा.

  1. बॉयोलॉजी में भी सेम तो केमिस्ट्री से निर्णय

उसी प्रकार से बायोलॉजी में भी गलत और सही उत्तरों का अनुपात समान है, तो केमिस्ट्री के सवालों में दिए गए गलत और सही आंसर्स का अनुपात देखा जाएगा. बेहतर कैंडिडेट की रैंकिंग ऊपर रखी जाएगी.

  1. कैमिस्ट्री से भी नहीं हुआ फैसला तो फिजिक्स से निर्णय

यदि केमिस्ट्री में भी अनुपात समान है, तो फिजिक्स के पेपर में दिये गए गलत और सही उत्तरों का अनुपात देखकर रैंकिंग तय की जाएगी.

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