NEET Result 2023: प्रांजल अग्रवाल (18 वर्ष), मंगलवार देर रात घोषित किए गए AIR-4 NEET के परिणामों के साथ महिलाओं में अखिल भारतीय टॉपर, पंजाब के मलेरकोटला की एक छोटे शहर की लड़की है लेकिन रिजल्ट निकलने के साथ ही यह आम लड़की खास बन गई. मलेरकोटला, एक शहर जहां बहुत ही बेहतरीन शैक्षिक और अन्य बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं, प्रांजल ने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल, धूरी से की और हेलिक्स कोचिंग इंस्टीट्यूट, चंडीगढ़ में दाखिला लेने के बाद कक्षा 11 में दो साल पहले नीट की तैयारी शुरू की. देश की टॉप-10 में एकमात्र महिला उम्मीदवार, प्रांजल ने मीडिया से बात करते हुए अपनी तैयारी के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बताया जानें…
देश की टॉप-10 में एकमात्र महिला, प्रांजल ने मीडिया से कहा: “मैं मलेरकोटला से आती हूं, जो वास्तव में पंजाब का एक छोटा सा शहर है. हमारे यहां उत्कृष्ट स्कूल या कॉलेज नहीं हैं. इसलिए मेरे माता-पिता ने मेरा दाखिला डीपीएस धुरी में करा दिया ताकि मैं अच्छी स्कूली शिक्षा प्राप्त कर सकूं. मुझे अपनी उपलब्धि पर बहुत अच्छा लग रहा है. लेकिन अब परिणाम देखकर मैं गर्व से कह सकती हूं कि जिसके पास इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प है वह जीवन में कुछ बड़ा कर सकता है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से आते हैं. सुपरफास्ट तकनीक और मौजूदा समय में हमारी पहुंच को देखते हुए कोई भी कहीं से भी अपनी तैयारी कर सकता है.
उनके पिता विकास अग्रवाल एक कपड़ा व्यापारी हैं और उनकी मां मोनिका अग्रवाल एक गृहिणी सह व्यवसायी हैं. प्रांजल ने कहा कि उसने दो साल पहले नीट कोचिंग के लिए हेलिक्स इंस्टीट्यूट, चंडीगढ़ में दाखिला लिया था, जब वह 11वीं कक्षा में थी. यह बताते हुए कि उन्होंने परीक्षा की तैयारी कैसे की, प्रांजल ने कहा कि कोई भी किताब छोड़ा जा सकता है लेकिन एनसीईआरटी नहीं. “मैं आने वाले उम्मीदवारों को सलाह दूंगी कि वे किसी भी किताब को छोड़ सकते हैं लेकिन एनसीईआरटी को नहीं. आपको पेपर में एनसीईआरटी से सीधे प्रश्न मिलते हैं. मैं ऐसे कई उम्मीदवारों के संपर्क में आई हूं जिन्होंने केवल एनसीईआरटी किया है और बढ़िया अंक प्राप्त किए हैं. “मैं स्कूल में भी नियमित थी. मैंने निजी कोचिंग के कारण स्कूल नहीं छोड़ी.’
प्रांजल ने कहा, “पढ़ाई के अलावा, मुझे पेंटिंग और डांस करना पसंद है, लेकिन पिछले दो वर्षों में, मेरा ध्यान नीट पर केंद्रित था.” उन्होंने कहा, “मैं सोशल मीडिया पर नहीं हूं, बल्कि पढ़ाई से ब्रेक लेने के लिए यात्रा करना और फिल्में देखना पसंद करती हूं.”
उन्होंने कहा, “मेरा लक्ष्य कार्डियोलॉजिस्ट या न्यूरोसर्जन बनना है.” उन्होंने कहा कि अब उनका लक्ष्य एम्स दिल्ली में प्रवेश लेना है. कल रात जब नीट के नतीजे घोषित हुए, प्रांजल परिवार के साथ डिनर के लिए बाहर गई थी तभी उसे फोन पर फोन आने लगे. प्रांजल ने कहा “मुझे पहली बार में विश्वास नहीं हुआ जब संस्थान ने मुझे बताया कि मैंने पूरे देश में महिलाओं में टॉप स्थान हासिल किया है. इसकी उम्मीद नहीं थी,”
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उत्साहित मां मोनिका अग्रवाल ने कहा, “मेरी बेटी शुरू से ही बहुत तेज थी… पर ये नहीं पता था कि रब्ब ऐसे भी दुआएं सुनते हैं..