पिता चाहते थे बेटा बने इंजीनियर, कोविड टाइम ने नीट टॉपर की धारणा बदल दी

NEET UG 2024: नीट यूजी 2024 में शत फीसदी अंक लाने वाले मानव ने बताया कि कोविड उनकी सोच बदल दी. उन्हें उस समय डॉक्टर का महत्व समझ में आया. इसलिए 11वीं के समय उन्होंने यह तय किया कि उन्हें डॉक्टर ही बनना है...इसके लिए उन्होंने अथक परिश्रम किया..

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2024 10:47 PM

NEET UG 2024: नीट यूजी 2024 का रिजल्ट बुधवार जारी कर दिया गया. झारखंड के मानव प्रियदर्शी और कहकशा परवीन ने 720 में से 720 अंक लाकर एआईआर रैंक-1 हासिल किया. मानव प्रियदर्शी रांची के रातू रोड स्थित इंद्रपुरी के रहने वाले हैं. वह जेवीएम श्यामली में 11वीं के छात्र हैं. प्रभात खबर के डिजिटल आफिस में विशेष बातचीत के दौरान मानव बताते हैं कि नीट पास करना कभी भी मेरा सपना नहीं था, लेकिन कोविड टाइम ने मेरी रुचि ही बदल दी. मेरी मैथ्स बहुत अच्छी थी. कभी सोचा नहीं था कि बायो लेकर पढ़ाई करूंगा. वहीं, पिता सुधीर कुमार बताते हैं कि मैथ्स में बचपन से ही तेज होने के कारण चाहता था कि बेटा इंजीनियर बने. लेकिन आज खुशी हो रही है कि बेटे ने ये मुकाम हासिल किया है.

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मानव बताते हैं कि कोविड टाइम में मुझे डॉक्टर का महत्व समझ आया. इसलिए मैंने 11वीं के समय यह तय किया कि मुझे डॉक्टर ही बनना है, ताकि मैं भी लोगों की जरूरत में उनके काम आ सकूं. मानव ने कभी भी खुद को फोन से दूर नहीं रखा. वह कहते हैं कि अगर फोन का सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए तो यह बहुत फायदेमंद साबित होता है. मैंने भी अपनी पढ़ाई के लिए फोन का इस्तेमाल किया. कई टॉपिक पर ऑनलाइन कंटेंट ही मिलता था. अपने शिक्षकों से मैं ऑनलाइन ही फोन पर जुड़ा रहा. वहीं, आज यूट्यूब पर लाखों कंटेंट मौजूद हैं, जिससे काफी मदद मिलती है.

पढ़ाई में अच्छे होने के साथ ही मानव क्रिकेट भी अच्छा खेलते हैं. वह अपनी स्कूल टीम की तरफ से अंडर 14 और अंडर 17 खेल चुके हैं. नीट की तैयारी के लिए थोड़े समय तक क्रिकेट को ब्रेक दिया है, लेकिन कहते हैं कि आगे मैं अपना खेल भी जारी रखना चाहता हूं. मानव बताते हैं कि पढ़ाई के लिए एनसीआईटी की किताबों पर ही ज्यादा निर्भर रहा. लक्ष्य दिल्ली एम्स हैं, इसके लिए वे अभी भी मेहनत जारी रखना चाहते हैं.

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