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Olympiad Exam : ओलंपियाड से विकसित करें प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने का हुनर 

ओलंपियाड राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आयोजित होनेवाली स्कूल स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाएं हैं. नियमित तौर पर इन परीक्षाओं में शामिल होनेवाले छात्रों को स्कूली एवं बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिलती है. छात्रों के विश्लेषणात्मक कौशल को तेज करनेवाली ओलंपियाड परीक्षाओं के महत्व एवं इनकी तैयारी के बारे में बता रहे हैं एक्सपर्ट, फिटजी नोएडा के मैनेजिंग पार्टनर एवं हेड रमेश बटलिश...  

Olympiad Exam : ओलंपियाड विभिन्न शैक्षणिक क्षेत्रों में छात्रों के एनालिटिकल स्किल्स, नॉलेज और क्रिएटिविटी की जांच करने के लिए आयोजित किये जाते हैं. ये परीक्षाएं छात्रों को अपने ज्ञान, क्षमता, प्रतिभा, अभिरुचि एवं बुद्धि का मूल्यांकन करने और विषयवार अपनी ताकत और कमजोरियों का विश्लेषण करने के लिए एक शानदार मंच प्रदान करती हैं. साइंस, मैथमेटिक्स, एस्ट्रोनॉमी, इंफॉर्मेटिक्स आदि जैसे विभिन्न विषयों पर आयोजित किये जानेवाले ओलंपियाड छात्रों के ज्ञान और क्षमता का मूल्यांकन और विकास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. साइंस और मैथमेटिक्स ओलंपियाड को जूनियर व सीनियर ओलंपियाड में वर्गीकृत किया जाता हैं. दसवीं तक के छात्रों के लिए जूनियर साइंस ओलंपियाड और ग्यारहवीं व बारहवीं के छात्रों के लिए सीनियर ओलंपियाड होता है. किसी छात्र के लिए ओलंपियाड को पास करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन यह असंभव नहीं है. कड़ी मेहनत, समर्पण, योजना और रणनीति के साथ तैयारी कर छात्र इन परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकते हैं.     

जल्द से जल्द करें शुरुआत

अच्छी चीजों की शुरुआत जल्द से जल्द करने की सलाह दी जाती है. यदि छात्र जूनियर कक्षाओं में ओलंपियाड की तैयारी शुरू करते हैं, तो उनके पास अच्छी तरह से अभ्यास करने और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने के लिए पर्याप्त समय होता है. 

सिलेबस और परीक्षा पैटर्न को समझें

ओलंपियाड की तैयारी शुरू करने से पहले, छात्रों को परीक्षा के पाठ्यक्रम और पैटर्न का गहन विश्लेषण करना चाहिए, ताकि उनके लिए तैयारी की योजना बनाना सुविधाजनक हो सके. छात्र पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न के लिए होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन की आधिकारिक वेबसाइट (https://olympiads.hbcse.tifr.res.in/) देख सकते हैं. सिलेबस ज्यादातर छात्रों के क्लास सिलेबस के समान ही होता है, जिसमें कुछ उच्च स्तरीय प्रश्न और व्यावहारिक ज्ञान शामिल हो जाता है. परीक्षा का पैटर्न बहुविकल्पीय प्रश्नों वाला वस्तुनिष्ठ प्रकार का होता है. 

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बनाएं एक उचित अध्ययन योजना

प्रभावी योजना बेहतर परिणाम के रास्ते बनाती है. इसलिए, ओलंपियाड की तैयारी करते समय, छात्रों को स्कूल, अन्य गतिविधियों और स्कूल परीक्षाओं के लिए पढ़ाई के समय को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी की उचित योजना बनानी चाहिए.  

जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञों का लें मार्गदर्शन

विशेषज्ञों से सही मार्गदर्शन लेना हमेशा महत्वपूर्ण होता है. परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले छात्रों को अपने शिक्षकों और गुरुओं से परामर्श करना चाहिए, जिन्होंने छात्रों को प्रशिक्षित किया है या उन वरिष्ठ छात्रों से बात करनी चाहिए, जिन्होंने किसी ओलंपियाड को पास किया है, ताकि वे बारीकियों को समझ सकें और किसी भी प्रकार की गलती करने से बच सकें.

सर्वोत्तम अध्ययन सामग्री का चयन करें

ओलंपियाड की यात्रा में अध्ययन सामग्री युद्ध के मैदान में हथियारों की तरह होती है. इसलिए, छात्रों को अपने लिए सुविधाजनक एवं सर्वोत्तम अध्ययन सामग्री का चयन करना चाहिए. तैयारी शुरू करने से पहले उन्हें विभिन्न स्रोतों का पता लगाना चाहिए लेकिन एक बार चुन लेने के बाद उन्हें अध्ययन सामग्री यानी पुस्तकों को बदलना नहीं चाहिए.  

गहन अवधारणाएं विकसित करें

ओलंपियाड परीक्षाओं में पाठ्यक्रम के गहरे स्तरों से प्रश्न पूछे जाते हैं, जो छात्रों के विश्लेषणात्मक कौशल, ज्ञान के अनुप्रयोग और समस्या-समाधान क्षमताओं की जांच करते हैं. इसलिए, छात्रों को अनुसंधान कौशल और ज्ञान के अनुप्रयोग को विकसित करने के लिए अवधारणाओं को बारीकी से समझना चाहिए. 

शॉर्ट नोट्स बनाएं

शॉर्ट नोट्स किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में एक रामबाण का काम करते हैं. ये रिवीजन में सहायक होते हैं. शॉर्ट नोट्स बिंदुवार बनाये जाने चाहिए, बिना लंबे वाक्यों के और लंबी अवधारणाओं के मामले में कुछ बिंदु बनाये जाने चाहिए. रिवीजन करते समय छात्रों के पास किताबों को पूरा पढ़ने के लिए पर्याप्त समय नहीं होता. ऐसे में शॉर्ट नोट्स के साथ आसानी से रिवीजन कर सकते हैं.

मॉक टेस्ट हल करें

मॉक टेस्ट छात्रों को अपनी तैयारी के स्तर का विश्लेषण करने, कमियों की पहचान करने और आवश्यक सुधार करने में मदद करते हैं. मॉक टेस्ट सटीकता के स्तर तक पहुंचाने और समय प्रबंधन कौशल में सुधार करने में मदद करते हैं. मॉक टेस्ट मूल परीक्षाओं के समान पैटर्न और समान समय सीमा के अनुसार ही प्रयास किये जाने चाहिए. 

पिछले वर्ष के प्रश्न हल करें

पिछले वर्ष के प्रश्न तैयारी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ये छात्रों को परीक्षा पैटर्न समझने और मूल परीक्षाओं के बराबर अपनी तैयारी के स्तर का विश्लेषण करने में मदद करते हैं. पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करके छात्र अपने वास्तविक स्तर को समझ सकते हैं और वास्तविक परीक्षा के लिए आत्मविश्वास विकसित कर सकते हैं. 

संशोधन और अभ्यास

निरंतर और बार-बार किये गये प्रयासों से कोई भी सफलता को पा सकता है. छात्र ओलंपियाड की तैयारी करते समय अवधारणाओं को बार-बार संशोधित करें, ताकि वे अवधारणाओं को न भूलें. उन्हें मॉक टेस्ट और  पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का बार-बार अभ्यास करते रहना चाहिए, ताकि छात्र प्रश्न हल करने में विशेषज्ञ बन सकें और समय रहते गति और सटीकता में सुधार कर सकें. 

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