Panchayat Season 3 के सचिव जी हैं इतने पढ़े लिखे, देश के इस प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान में एडमिशन पाना है बेहद टफ
Panchayat Season 3 actor jitendra kumar educational qualification: पंचायत का तीसरा सीजन लोगों को काफी बहुत पसंद आ रहा है. आइए जानें इसके सचिव जी यानी जितेंद्र कुमार कि एजुकेशनल क्वालिफिकेशन
Panchayat Season 3 का डंका हर ओर बज रहा है. 28 मई 2024 को पंचायत वेब सीरिज का तीसरा भाग अमेजन प्राइम पर रिलीज हुआ है. इसे दर्शकों का प्यार मिल रहा है. शो का हर किरदार लोगों के दिल में घर कर गया है. अपने पसंदीदा किरदार के बारे में जानने कि जिज्ञासा हर फैन को होती है. हम यहां आपको बताने वाले हैं कि शो के लीड कलाकार जितेंद्र कुमार का एजुकेशनल क्वालिफिकेशन क्या है, और उन्होंने ने कौन सी डिग्री ली है.
इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से है जितेंद्र कुमार का नाता
जितेंद्र कुमार एक ऐसे परिवार से हैं जिसका बैकग्राउंड इंजीनियरिंग में है, उनके पिता एक सिविल इंजीनियर थे. उन्होंने प्रतिष्ठित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी (B.Tech) की डिग्री हासिल की. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) खड़गपुर में अपने समय के दौरान, उन्होंने हिंदी भाषण में कांस्य पदक जीतकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा का प्रदर्शन किया.
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कंपनी में कर चुके हैं काम
अपने करियर के शुरुआती दौर में जीतेंद्र ने काफी संघर्ष किया. उन्होंने 8 महीने तक एक कंपनी में काम किया, लेकिन उन्हें लगा कि यह नौकरी उनके लिए जुनूनी नहीं है, इसलिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी. बाद में उनकी मुलाकात बिस्वपति सरकार से हुई जो कॉलेज में उनके सीनियर थे. फिर बिस्वपति ने जीतेंद्र को द वायरल फीवर में शामिल होने के लिए कहा.
आईआईटी में प्रवेश पाना मुश्किल
आईआईटी की परीक्षा पास करना काफी मुश्किल माना जाता है. आपको बता दें वर्तमान में देश के विभिन्न हिस्सों में 23 आईआईटी हैं. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान राष्ट्रीय महत्व के संस्थान हैं जो इंजीनियरिंग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तथा अग्रणी क्षेत्रों में अनुसंधान के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं.
ऐसे मिलता है आईआईटी में प्रवेश
बात दें आईआईटी में प्रवेश पाना आसान नहीं होता, इसके लिए छात्रों को दिन रात कठिन परीश्रम से गुजरना पड़ता है. बीटेक जैसे इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश के लिए, छात्रों को जेईई एडवांस्ड से गुजरना पड़ता है, यह विश्व की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. यदि हम छात्रों की संख्या को सीट के अनुपात की दृष्टि से देखें तो आईआईटी में प्रवेश के पहले चरण की परीक्षा में सफल रहने वाले शीर्ष के 2,50,000 छात्र उपलब्ध लगभग 11,000 बीटेक सीटों के लिए कंपीट करते दिखाई देते हैं. अन्य पीजी प्रोग्रामों में प्रवेश विभिन्न राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षाओं के माध्यम से दिए जाते हैं.