Jharkhand News: जमशेदपर शहर के निजी स्कूलों में बच्चों के एडमिशन की प्रक्रिया आज से शुरू, निकलेगी लॉटरी
जमशेदपुर के प्राइवेट स्कूल में सामान्य केटेगरी के बच्चों के एडमिशन की प्रक्रिया शुक्रवार से शुरू हो रही है. सात जनवरी से लॉटरी निकाली जाएगी. सबसे पहले टैगोर एकेडमी की लॉटरी निकाली जाएगी. इसको लेकर तारीख और समय की सूचना पूर्व में ही दे दी गयी है. लॉटरी के समय अभिभावक के साथ पर्यवेक्षक भी रहेंगे.
Jharkhand News: जमशेदपुर शहर के प्राइवेट स्कूल में सामान्य केटेगरी के बच्चों के एडमिशन की प्रक्रिया आज से शुरू होगी. सबसे पहले टैगोर एकेडमी में लॉटरी होगी. यहां सात जनवरी को लॉटरी की तिथि तय की गयी है. अधिकांश प्राइवेट स्कूलों में लॉटरी ऑनलाइन मोड में होगी. लॉटरी को लेकर सभी प्राइवेट स्कूल प्रबंधकों ने जिला शिक्षा विभाग को लिखित रूप से तिथि और समय की सूचना दे दी गयी है. अब तय समय पर विभाग की ओर से पर्यवेक्षक भेजे जायेंगे. उनकी निगरानी में ही लॉटरी निकाली जाएगी.
बीपीएल एडमिशन : दो दर्जन से अधिक सर्टिफिकेट मिले फर्जी
शहर के प्राइवेट स्कूलों में आरक्षित 25 प्रतिशत सीटों पर बीपीएल बच्चों के एडमिशन के लिए गुरुवार से फॉर्म जमा होना शुरू हुआ. गुरुवार को ठक्कर बप्पा हाई स्कूल में पहले दिन करीब 200 अभिभावकों ने फॉर्म जमा किया. इसमें पहले दिन ही दो दर्जन से अधिक सर्टिफिकेट फर्जी पाये गये. जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय की ओर से बताया गया कि 12 जनवरी तक आरक्षित श्रेणी के बच्चों का फॉर्म जमा लिया जायेगा. गौरतलब है कि जिले में करीब 2175 सीटों के लिए कुल 1665 फॉर्म बांटे गये थे.
आवंटित किया गया स्कूल
जिला शिक्षा विभाग के आरटीई के नोडल सेल ने इस बार अभिभावकों को फॉर्म देने के साथ ही स्कूल भी अलॉट कर दिया गया है. विभाग ने अभिभावकों को उनके घर के पोषक क्षेत्र के तीन किमी के दायरे के स्कूल को ही अलॉट किया है. मनचाहे स्कूल अलॉट करने के लिए भी शिक्षा पदाधिकारियों पर दबाव बनाया जा रहा है, तो पैरवी भी की जा रही.
आय प्रमाण पत्र की ऑनलाइन जांच की गयी
फॉर्म जमा लेने के साथ ही सभी फॉर्म की स्क्रूटनी भी शुरू कर दी गयी है. पहले दिन स्क्रूटनी में दो दर्जन से अधिक सर्टिफिकेट जाली मिले. फॉर्म के साथ जमा किये गये आय प्रमाण पत्र की ऑनलाइन जांच की गयी. जिसमें पाया गया कि सीओ ऑफिस से उक्त फॉर्म नंबर को निर्गत ही नहीं किया गया था. साइबर कैफे में फोटोशॉप का इस्तेमाल कर सालाना 72,000 रुपये की आय होने से संबंधित जाली सर्टिफिकेट तैयार करवा कर अभिभावकों ने फॉर्म जमा किया. इस प्रकार के सभी फॉर्म रद्द होंगे. साथ ही संदिग्ध अभिभावकों के घरों का भौतिक सत्यापन भी किया जायेगा.