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Ranchi University Foundation Day: केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ बोले, रांची विश्‍वविद्यालय से पढ़े युवा देश-विदेश में बना रहे पहचान

Ranchi University Foundation Day: रांची के सांसद सह केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने रांची विश्‍वविद्यालय के 65वें स्थापना दिवस पर कहा कि इस विश्वविद्यालय से पढ़े युवा देश-विदेश में अपनी पहचान बना रहे हैं.

Ranchi University Foundation Day: रांची-रांची विश्‍वविद्यालय का 65वां स्‍थापना दिवस समारोह मोरहाबादी परिसर स्थित आर्यभट्ट सभागार में धूमधाम से मनाया गया. मुख्‍य अतिथि रांची के सांसद सह केंद्रीय रक्षा राज्‍यमंत्री संजय सेठ ने कहा कि किसी भी संस्‍थान के लिए 65 वर्ष बहुत लंबा समय होता है. रांची विश्‍वविद्यालय झारखंड का सबसे प्रतिष्ठित विश्‍वविद्यालय है. रांची विश्‍वविद्यालय से पढ़े युवा देश-विदेश में अपनी पहचान बना रहे हैं. उन्‍होंने विभिन्‍न स्‍पर्द्धाओं में विजेता, योग, खेल एवं एनएसएस के छात्रों को पुरस्‍कार राशि देकर सम्मानित किया.

स्थापना दिवस पर कुलपति ने गिनायीं उपलब्धियां

रांची विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ अजीत कुमार सिन्‍हा ने केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ को शॉल, स्‍मृति चिन्‍ह और पुष्‍पगुच्‍छ देकर सम्‍मानित किया. 65वें स्‍थापना दिवस पर कुलपति ने पिछले एक साल की उपलब्धियों की जानकारी दी. उन्‍होंने कहा कि अब हम डिजिटल युग में प्रवेश कर गये हैं और रांची विश्‍वविद्यालय में हाल के दो वर्षों में सब कुछ डिजिटलाइज्‍ड कर दिया गया है और अब छात्रों को परीक्षा फार्म भरने, फी देने से लेकर एडमिट कार्ड और रिजल्‍ट तक ऑनलाइन प्राप्‍त हो जाते हैं. कई विभागों को पूरी तरह डिजिटलाइज्‍ड कर ‍दिया गया है. कर्मियों का डाटा डिजिटलाइज्‍ड होने से जल्‍द ही उनकी पेंशन खाते में आसानी से ट्रांसफर होने लगेगी.

नयी शिक्षा नीति 2020 को सबसे पहले किया लागू

कुलपति प्रो डॉ अजीत कुमार सिन्‍हा ने कहा कि नयी शिक्षा नीति 2020 को झारखंड में रांची विश्‍वविद्यालय ने ही सबसे पहले लागू किया है. हमने अध्‍यापन के क्षेत्र में भारतीय ज्ञान परंपरा को प्रोत्‍साहित करने के लिये बहुत ही सफल प्रयास किये हैं. उन्‍होंने कहा कि हमने फाइल ट्रैकिंग सिस्‍टम डेवलप किया है. यह रांची विश्‍वविद्यालय में कार्यशैली में बड़े सुधार के संकेत हैं. रांची विश्वविद्यालय सबसे पुराना विभाग है और इससे बंटकर कई विश्‍वविद्यालय बन चुके हैं. ऐसे में फाइल ट्रैकिंग सिस्‍टम का होना आवश्‍यक था.

लुप्‍तप्राय हो रही पहाड़िया जनजाति की भाषा माल्टो की होगी पढ़ाई


कुलपति ने कहा कि ट्राइबल एंड रीजनल लैंग्‍वेज विभाग में अभी नौ भाषाओं की पढ़ाई हो रही है और जल्‍द ही झारखंड की पहाड़िया जनजाति की लुप्‍त हो रही भाषा माल्टो के संरक्षण के लिए पढ़ाई शुरू की जाएगी. इसके लिए माल्टो भाषा के व्‍याकरण और उसके अनुवाद पर काम किया जा रहा है. कुलपति ने विभिन्‍न खेलों और युवा महोत्‍सवों में रांची विश्‍वविद्यालय के छात्रों के उल्‍लेखनीय प्रदर्शन को बताया. शिक्षकों की कमी से निबटने के लिए पर्याप्‍त संख्‍या में
कॉन्ट्रैक्‍चुअल एवं गेस्‍ट शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है. आज ही स्‍थापना दिवस पर बीआईटी के साथ एमओयू किया गया है. इससे शोध, फैकल्‍टी एक्‍सचेंज प्रोग्राम को गति दी जा सकेगी.

नृत्य-गीत की शानदार प्रस्तुति

इस स्‍थापना दिवस समारोह में पीएफए विभाग के छात्रों ने गीत, संगीत, नृत्य की मोहक प्रस्‍तुति दी और अंधेर नगरी नाटक के द्वारा सबका मनोरंजन किया. मंच का संचालन डिप्‍टी डायरेक्‍टर वोकेशनल डॉ स्‍मृति सिंह ने किया. धन्‍यवाद ज्ञापन कुलसचिव रांची विश्‍वविद्यालय डॉ बी नारायण ने किया. इस समारोह में परीक्षा नियंत्रक, सीसीडीसी, डीएसडब्‍ल्‍यू, डीआरवन, प्रौक्‍टर सहित वरीय पदाधिकारी,छात्र, विभिन्‍न विभागों के हेड, डीन तथा प्राध्‍यापक उपस्थित रहे.

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