Online learning : ऑनलाइन लर्निंग के साथ सेल्फ स्टडी का संयोजन छात्रों को पढ़ाई में बनायेगा नं. 1

आज के डिजिटल युग में सेल्फ स्टडी पहले की तुलना में कहीं अधिक आसान हो गयी है. इसका एक बड़ा कारण ऑनलाइन उपलब्ध एजुकेशन प्लेटफार्म हैं, जो किसी भी विषय एवं टॉपिक की विविध व प्रासंगिक जानकारी देने के साथ उससे संबंधित अपडेट भी देते हैं. जानें आप ऑनलाइन लर्निंग के माध्यम से कैसे सेल्फ स्टडी को प्रभावी बना सकते हैं...

By Prachi Khare | July 25, 2024 7:06 PM

Online learning : तेजी से हो रहे टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन के साथ शिक्षा की दुनिया में काफी बदलाव आया है. कभी एक नयी अवधारणा के रूप में माना जाने वाला ऑनलाइन शिक्षण, आज दुनिया भर में शिक्षा का एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है. नयी टेक्नोलॉजी एवं सुलभ शिक्षा की बढ़ती मांग से प्रेरित होकर ऑनलाइन एजुकेशन आधुनिक शिक्षा प्रणाली का एक अभिन्न अंग बन गयी है. शिक्षा के डिजिटलीकरण ने  पारंपरिक शिक्षण प्रक्रिया को कई तरीकों से प्रभावित कर रहा है, जो इस प्रकार हैं –
लचीलापन : ऑनलाइन एजुकेशन द्वारा प्रदान किये जाने वाली फ्लेक्सिबिलिटी के साथ छात्र परिवार, काम व अन्य जिम्मेदारियों के साथ बेहतर सामंजस्य बैठाते हुए अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं. 
शिक्षा का विस्तार : ऑनलाइन लर्निंग ने भौगोलिक बाधाओं को दूर करके बड़े पैमाने पर दूर-दराज के छात्रों के लिए शिक्षा को अधिक सुलभ बनाया है. 
बढ़ता है पढ़ाई से छात्र का जुड़ाव : ऑनलाइन लर्निंग रिकमेंडेशन, फीडबैक और असिस्टेंस के आधार पर प्रत्येक छात्र के लिए सीखने के अनुभव को बेहतर बनाती है. इसके लिए डेटा और विश्लेषण का उपयोग किया जाता है. यह रणनीति सीखने के परिणामों और पढ़ाई से छात्र के जुड़ाव दोनों को बढ़ावा देने के लिए उपयुक्त पायी गयी है. 
मिलती है निरंतर सीखते रहने की प्रेरणा : ऑनलाइन लर्निंग बिना किसी रुकावट निरंतर सीखने की प्रवृत्ति को बढ़ावा देती है, जिससे छात्रों को तेजी से विकसित होते रोजगार बाजार की मांगों को पूरा करने के लिए खुद को तैयार और विकसित करने में मदद मिलती है.  
ट्रैवलिंग एलाउंस व अन्य खर्चों से मिलती है राहत : शिक्षा प्राप्त करने के पारंपरिक साधनों की तुलना में ऑनलाइन लर्निंग अधिक किफायती है. यात्रा, अत्यधिक पुस्तकों एवं भौतिक सुविधाओं के खर्चों को खत्म करके यह शिक्षार्थी को कम लागत में उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करने का मौका देता है. इंटरनेट पर कई अध्ययन सामग्री निःशुल्क उपलब्ध हैं, जिससे छात्रों के लिए किसी टॉपिक के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाना आसान हो जाता है.  


सेल्फ स्टडी के साथ ऑनलाइन लर्निंग : एक नया दृष्टिकोण  

ऑनलाइन लर्निंग एवं सेल्फ स्टडी के संयोजन से छात्र की परफॉर्मेंस को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. ऑनलाइन लर्निंग से छात्र अपने सीखने के अनुभव और अध्ययन क्षमताओं को बेहतर बना सकते हैं. सीखने का यह माध्यम छात्रों को पाठ्यपुस्तकों में शामिल चीजों और उनके शिक्षकों द्वारा सिखायी गयी चीजों से परे जाने के लिए प्रोत्साहित करता है. छात्र यदि किसी विषय के बारे में किताब में लिखी जानकारी से ज्यादा जानना चाहते हैं, तो वे ऑनलाइन अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. वे अपनी रुचि के अनुसार पढ़ाई करके अपनी अध्ययन क्षमता में सुधार कर सकते हैं. ऑनलाइन लर्निंग को अपनाकर छात्र अपने दृष्टिकोण को व्यापक बनाने के साथ एक ऐसी दुनिया को आकार देने में सक्षम हो सकते हैं, जहां शिक्षा सभी के लिए उपलब्ध हो. 

Next Article

Exit mobile version