Skills Development : पब्लिक स्पीकिंग प्रभावी कौशलों में से एक है, जो किसी छात्र के लिए लीडरशिप क्वालिटी, व्यक्तित्व विकास और प्रेजेंटेशन को प्रभावी बनाने में सहायक हो सकता है. ऐसे कई छात्र हैं, जो बेहतर जानकारी व आत्मविश्वास होने के बाद भी स्टेज पर माइक के सामने परफॉर्म नहीं कर पाते. दरअसल, पब्लिक स्पीकिंग कुछ लोगों के लिए एक प्रकार का सोशल फोबिया है. फ्रंटियर्स इन कम्युनिकेशन द्वारा किये गये एक अध्ययन के अनुसार लगभग 77 फीसदी लोगों को सार्वजनिक रूप से बोलने में किसी-न-किसी प्रकार का डर सताता है. आप भी अगर इन लोगों में शामिल हैं, तो कुछ बातों पर फोकस करके अपने पब्लिक स्पीकिंग स्किल को निखार सकते हैं.
स्टेज फोबिया को करें दूर
किसी भी भाषण की मजबूत तैयारी आपके सोशल फोबिया को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. पब्लिक स्पीकिंग इवेंट में शामिल होने से पहले आप अपनी स्पीच को अच्छे से तैयार करें. जिस टॉपिक पर आपको स्पीच देनी है, उस पर बोलने की शुरुआत आप कैसे करेंगे, किन-किन बिंदुओं पर फोकस करेंगे और स्पीच का अंत कैसे करेंगे, इसकी बार-बार प्रैक्टिस करें. हो सके तो आप कुछ लोगों के सामने स्पीच की प्रैक्टिस करें, इससे आपका आत्मविश्वास मजबूत होगा.
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अपनी स्पीच को रिकॉर्ड करें
पब्लिक स्पीकिंग की प्रैक्टिस के दौरान अपनी स्पीच को रिकॉर्ड करें और रिकॉर्डिंग को सुन कर यह जानें कि आपसे कहां गलती हो रही है. स्पीकिंग के दौरान आपको किस बात पर जोर देना है, कहां रुकना है, रिकॉर्डिंग सुन कर यह समझने में आसानी होगी और आप बोलने के दौरान हो रही गलतियां सुधार सकेंगे.आईने के सामने बोलें पब्लिक स्पीकिंग के दौरान अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए आईने के सामने खड़े होकर भाषण दें. अपने आई-कॉन्टेक्ट, बॉडी मूवमेंट और जेस्चर पर ध्यान दें. अपने हाव भाव व बॉडी लैंग्वेज से आत्मविश्वास को दर्शाने का पूरा प्रयास करें. आप अगर ऑडियंस को आकर्षित कर लेते हैं, तो कुछ भूलने पर भी आप उसे कवर कर सकते हैं.
अपनी ऑडियंस को जानें
किसी भी पब्लिक स्पीकिंग से पहले जरूरी है कि आप अपनी ऑडियंस को जान लें. आपको यह पता होगा कि आपकी ऑडियंस कौन हैं, तो आपको उनके सामने परफॉर्म करने में सहज महसूस होगा. यदि आप युवा वर्ग के लिए भाषण देने जा रहे हैं, तो उनके अनुसार भाषण में नये उदाहरणों को शामिल कर सकते हैं. ऑडियंस के आयु वर्ग, विषय के अनुसार आप अपनी स्पीच को अपडेट कर उसे प्रभावी बना सकेंगे.
ऑडियंस से इंटरैक्ट करें
एक कुशल वक्ता में अपनी ऑडियंस का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने की खूबी होती है. ऑडियंस का ध्यान अपनी ओर बनाये रखने के लिए आप पब्लिक स्पीकिंग के दौरान उसने बातचीत भी कर सकते हैं. अपने भाषण में उनके अनुभवों को जोड़ सकते हैं. भाषण के मुख्य बिंदुओं पर उनकी राय मांग सकते हैं. ऑडियंस से इंटरैक्ट करने पर आपकी स्पीच और प्रभावी हो जाती है. ऐसा करके आप यह भी समझ सकते हैं कि ऑडियंस आपके भाषण व आपके विचारों से सहमत है या नहीं. आप ऑडियंस से अपने भाषण पर फीडबैक भी मांग सकते हैं. उनका फीडबैक आपकी आगे की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने में मददगार साबित होगा.