Success Story: पति के गुजरने के बाद भी नहीं हारी हिम्मत, 63 की उम्र में हर महीने कमा रहीं हैं 20 से 30 लाख रुपये

Success Story: तमिलनाडु की रहने वाली कोकिला के ने अपने पति के निधन के बाद एक बिजनेस शुरू किया, जो आज बहुत ही सफल साबित हुआ है. यह व्यवसाय अब हर महीने 20 से 30 लाख रुपए की कमाई करता है. आइए जानते हैं कोकिला के सफलता की प्रेरणादायक कहानी.

By Pushpanjali | February 4, 2025 12:57 PM

Success Story: 60 के बाद की उम्र ऐसी होती है, जिसमें अधिकतर लोग आरामदायक जीवन जीने की चाहत रखते हैं, लेकिन आज हम आपको जिस शख्स के बारे में बताएंगे, उन्होंने इस उम्र में भी कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. यह कहानी है तमिलनाडु की रहने वाली कोकिला के. की, जिन्होंने अपने पति के निधन के बाद खुद को टूटने नहीं दिया. बल्कि, उन्होंने अपने अकेले समय और दुख से उबरने के लिए एक ऐसा तरीका अपनाया, जिससे आज वह न सिर्फ अच्छे पैसे कमा रही हैं, बल्कि कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बन चुकी हैं. उन्होंने ‘वुडबी टॉयज’ नामक कंपनी की शुरुआत की, जो तमिलनाडु के एक छोटे से गांव से शुरू हुई थी और अब दुनिया भर में मशहूर हो चुकी है. उन्होंने बहुत ही छोटी सी रकम के साथ इस कंपनी की शुरुआत की, और आज वह हर महीने 20 से 30 लाख रुपए तक कमा रही हैं। उनकी यह कहानी सच में प्रेरणादायक है, जिसे जानकर आपको भी प्रेरणा मिलेगी.

पति के गुजरने के बाद नहीं हारी हिम्मत

35 साल की उम्र में कोकिला के पति को फेफड़ों के ट्यूमर का पता चला. यह बीमारी लंबे समय तक कीटनाशकों के संपर्क में रहने के कारण हुई थी. कोकिला के पति पेस्टिसाइड डिस्ट्रीब्यूटर थे, साथ ही वह इमारतों में दीमक नियंत्रण के लिए फ्यूमिगेशन सर्विसेज भी दिया करते थे. यह समय कोकिला के लिए बहुत ही कठिन साबित हुआ, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने संघर्षपूर्ण जीवन को सफल बनाने में जुट गईं. साथ ही, उन्होंने अपने तीन बेटों की जिम्मेदारी भी अपने कंधों पर ली और उनकी सभी जरूरतों को पूरा किया. हालांकि, कोकिला आर्थिक और चिकित्सा खर्चों के बोझ तले दब गई थीं, और यह बोझ उन्हें पूरी तरह से थका चुका था. लेकिन उन्होंने अपनी सारी जिम्मेदारियों के साथ नौकरी करने का निर्णय लिया और दूरसंचार विभाग में जूनियर टेलीकॉम ऑफिसर के रूप में सरकारी नौकरी प्राप्त की.

घर खर्च उठाने के किया लकड़ी के बक्से सप्लाई करने का काम

पति के निधन के बाद कोकिला के लिए अपने परिवार को संभालना बहुत ही मुश्किल हो रहा था, लेकिन वह हार मानने वाली नहीं थीं. उन्होंने लकड़ी के बक्से का सप्लाई कर व्यवसाय की शुरुआत की, और यहीं से उनके बिजनेस की नींव रखी गई. वह पूरे दिन नौकरी करने के बाद लकड़ी के बक्से का निर्माण और व्यापार संभालती थीं. लेकिन असल में उनकी सफलता की शुरुआत तब हुई, जब उनके सबसे बड़े बेटे ने अपनी अच्छी नौकरी छोड़कर पूरी तरह से पारिवारिक व्यवसाय में शामिल होने का निर्णय लिया. यह उनके लिए सफलता की पहली सीढ़ी साबित हुई. इसके बाद, लकड़ी के बक्से का व्यवसाय धीरे-धीरे बढ़ते हुए ‘वुडबी टॉयज’ के रूप में बदल गया, जो अब एक बहुत ही सफल वेंचर साबित हुआ.

ऐसा आया था लकड़ी के खिलौने बनाने का आइडिया

कोकिला को यह आइडिया एक बाजार यात्रा के दौरान आया, जब वह घटिया प्लास्टिक के खिलौनों की भरमार को देख रही थीं. वह इसे देखकर पूरी तरह चकित रह गईं और तभी उन्होंने ठान लिया कि वह लकड़ी के खिलौने बनाएंगी, जो बच्चों के लिए सुरक्षित हों और लंबे समय तक चलने वाले हों. आज की तारीख में उनका वेंचर ‘वुडबी टॉयज’ लगभग 110 प्रकार के खिलौने बनाता है, और अब यह हर महीने 20 से 30 लाख रुपए की कमाई करता है. साथ ही, यह सुरक्षित और टिकाऊ खिलौने बनाने के लिए जाना जाता है. कोकिला का यह व्यवसाय स्थानीय ग्रामीण महिलाओं को रोजगार भी प्रदान करता है, जिससे उनका जीवन स्तर बेहतर हो रहा है.

इन्पुट: कशफ आरा

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