UP DElEd Admission 2023: सरकारी नौकरी में ज्यादा अवसर हासिल करने की चाह के लिए उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में लोग डीएलएड के लिए आवेदन कर रहे हैं. पूर्व में इसे बीटीसी के नाम से जाना जाता था. इससे पहले इतनी अधिक संख्या में छात्र कभी आवेदन के लिए आगे नहीं आए. यहां तक आधी से ज्यादा सीटें रिक्त रह जाती थीं. लेकिन, इस बार उनमें बेहद उत्साह देखने को मिल रहा है. दरअसल हाल ही में सुप्रीम कोर्ट की ओर से दिए गए एक आदेश के मुताबिक अब बैचलर ऑफ एजुकेशन यानी कि बीएड कर चुके उम्मीदवार प्राइमरी स्कूल में शिक्षक के पद पर भर्ती नहीं हो सकते हैं. सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले के बाद से ही बीएड कर चुके उम्मीदवार अब नौकरी के अधिक अवसर हासलि करने के लिए डीएलएड करने के लिए भी आवेदन कर रहे हैं. स्थिति ये है कि अंतिम तिथि से पहले ही लाखों की संख्या में लोगों ने आवेदन कर लिया है, ये संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. डीएलएड से संबंध में सभी अधिकृत जानकारी https://updeled.gov.in/ पर उपलब्ध है.
उत्तर प्रदेश में परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से डीएलएड के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है. इस राज्य में डीएलएड में दाखिले के लिए बंपर आवेदन देखने को मिल रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर प्रदेश में अब तक डीएलएड में एडमिशन के लिए 3.40 लाख उम्मीदवार आवेदन कर चुके हैं. इनमें से बड़ी संख्या में ऐसे उम्मीदवार भी हैं जो पहले से ही बीएड कर चुके हैं. इसके बावजूद उन्होंने इसके लिए आवेदन किया हुआ है.
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बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में डीएलएड के लिए 2.33 लाख सीटें उपलब्ध हैं. इस बार देखा जा रहा है कि सीटों से ज्यादा आवेदन तय तिथि से पहले ही प्राप्त हो चुके हैं. अंतिम तिथि तक इनकी संख्या में और ज्यादा इजाफा होने की उम्मीद है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस तरह से लोगों में डीएलएड के आवेदन का क्रेज नजर आ रहा है, उससे अभी आवेदन की संख्या में और वृद्धि होने के आसार हैं.
इससे पहले देखा गया है कि डीएलएड में निर्धारित सीटों के मुकाबले आधे से ज्यादा सीटें रिक्त रह जाती थीं. जहां पिछले वर्ष डीएलएड में प्रवेश के लिए केवल 96 हजार लोगों ने दाखिला लिया था. वहीं वर्ष 2021 में बीटीसी में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या केवल 55 हजार थी. लेकिन, अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले बाद इसमें भारी इजाफा देखने को मिल रहा है.
इस बीच डीएलएड से जुड़े मामले में अहम फैसला किया गया है. बेसिक शिक्षकों के मृतक आश्रितों को डीएलएड की सीटों में पांच प्रतिशत कोटा दिया जाएगा. इससे उनके आश्रितों को कोर्स करने व आगे शिक्षक बनने में सहयोग मिलेगा. यह सहमति हाल ही में उत्तर प्रदेश शिक्षक महासंघ और प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा डॉ. एमकेएस सुंदरम के साथ हुई वार्ता में बनी है.