प्रवीण कुमार ने हासिल की 837वीं रैंक (UPSC CSE Success Story)
झारखंड के गिरिडीह जिला के सरिया थाना क्षेत्र के उल्लीबार गांव निवासी प्रवीण कुमार ने यूपीएससी में 837वीं रैंक लाकर सफलता हासिल कर क्षेत्र का नाम रौशन किया है. प्रवीण कुमार के पिता कामेश्वर मंडल सहायक अध्यापक हैं और माता पोदीना देवी गृहिणी है.
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पढ़ाई का सफर (UPSC CSE Success Story)
प्रवीण ने 2010 में अटका हाईस्कूल से 81% अंक लाकर मैट्रिक पास किया. फिर संत कोलम्बस, हजारीबाग से इंटर (साइंस) में 70% अंक हासिल किए. इसके बाद जेईई मेंस पास कर NIT जमशेदपुर से B.Tech किया.
नौकरी के साथ जारी रखी तैयारी (UPSC CSE Success Story of Praveen Kumar)
2017 में इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद प्रवीण ने भारत पेट्रोलियम में लगभग 5 साल नौकरी की. इसके बाद 2022 में SSC CGL पास कर वे इनकम टैक्स अधिकारी बने और कोलकाता में कार्यरत हैं.
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पहली कोशिश में यूपीएससी पास (UPSC CSE Success Story of Praveen Kumar)
जॉब के साथ-साथ उन्होंने UPSC की तैयारी की और पहले ही प्रयास में सफलता पाई. प्रवीण ने बताया कि उनका सपना IAS या IPS बनकर देश की सेवा करना है. प्रवीण अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, परिवार और कड़ी मेहनत को देते हैं. उन्होंने कहा कि अगर मन में ठान लें तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता, बस लगन और मेहनत चाहिए.
क्षेत्र और परिवार में खुशी का माहौल (UPSC CSE Success Story of Praveen Kumar)
उनकी सफलता पर कई नेताओं और शिक्षाविदों ने बधाई दी, जिनमें पूर्व सांसद डॉ. रविंद्र कुमार राय, विधायक नागेंद्र महतो और अन्य शामिल हैं. प्रवीण की सफलता ने क्षेत्र के युवाओं को एक नई प्रेरणा दी है. यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करना आसान नहीं होता लेकिन प्रवीण ने यह दिखा दिया कि सच्ची लगन और जुनून से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है.
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