World Theater Day 2023: भारत में रंगमंच का एक गौरवपूर्ण इतिहास है और विरासत भी, जो अनवरत आगे बढ़ रही है. रंगमंच वह प्लेटफॉर्म है, जहां बिना किसी रीटेक के नाटक खेले जाते हैं और दर्शक उस मंचन को लाइव देखते हैं. इसलिए रंगमंच को अभिनय की असल पाठशाला कहा जाता है. जानें इस क्षेत्र में आप कैसे हो सकते हैं दाखिल…
अंतरराष्ट्रीय रंगमंच संस्थान की पहल पर वर्ष 1962 से दुनिया भर में मार्च की 27 तारीख को विश्व रंगमंच दिवस मनाया जाता है.
मुंबई, दिल्ली जैसे महानगरों में थिएटर यानी रंगमंच के कई मंच, समूह और कलाकारों की एक दुनिया देखी जा सकती है. भारत के कई अन्य शहरों में भी थिएटर ग्रुप सक्रिय हैं. आप अगर नाटक विधा में रुचि रखते हैं और रंगमंच के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं, तो आपके लिए बेहतरीन संभावनाएं हैं. इस क्षेत्र में आप अभिनय के साथ निर्देशन, नाटक लेखन, रंगमंच डिजाइन आदि रचनात्मक राहें चुन सकते हैं.
इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं के सामने सबसे पहला सवाल होता है कि किसी थिएटर ग्रुप को कैसे ज्वाइन करें. किसी भी थिएटर ग्रुप को ज्वाइन करना और ज्वाइन करने के बाद इसे निभाना आसान नहीं. आपमें अगर खुद को इस क्षेत्र में स्थापित करने का जुनून और धैर्य है, तभी आप इसमें कदम रखें, क्योंकि इसमें अच्छी आय और पहचान हासिल करने में वक्त लगता है. सबसे पहले अपने शहर में सक्रिय थिएटर ग्रुप के बारे में जानकारी जुटाएं, फिर ऐसे कई तरीके हैं, जिनसे आप उन तक पहुंच सकते हैं. हालांकि अभी तक किसी ग्रुप को ज्वाइन करने का कोई तय माध्यम नहीं है, जिसका पालन थिएटर समूह नयी प्रतिभाओं को भर्ती करने के लिए करते हैं. आप उस थिएटर ग्रुप के नाटक देखने जाने का प्रयास करें और नाटक के बाद ग्रुप से मिलने की कोशिश करें और उनका हिस्सा बनने की इच्छा व्यक्त करें, वे इस दिशा में आपका मार्गदर्शन करेंगे. आप अगर इस क्षेत्र में किसी को पहले से जानते हैं, तो आपके लिए इस क्षेत्र से जुड़ना और आसान होगा. इसके बाद आप किसी ड्रामा स्कूल में दाखिला हासिल कर सकते हैं.
इसका जवाब हां भी है और न भी, क्योंकि भारत में अभी भी थिएटर बहुत अच्छी आय का जरिया नहीं बन सके हैं, लेकिन बीते दशक में स्थितियां बेहतर हुई हैं. कई कमर्शियल थिएटर समूहों ने प्रसिद्धि व अच्छी आय हासिल की है और इनकी सक्रियता बढ़ रही है. थिएटर एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए मूल बातें सीखने का सबसे अच्छा प्लेटफार्म है. कई बार थिएटर कलाकार कुछ वर्षों के अनुभव के बाद फिल्म, टेलीविजन एवं वेब सीरीज में अभिनय करने लगते हैं, जो आगे बढ़ने का एक तरीका है. आप किसी भी थिएटर समूह के साथ जुड़कर रोजगार पा सकते हैं. साथ ही रंगमंच की दुनिया में अपनी एक पहचान बना सकते हैं.
– नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी), दिल्ली.
– भारतेंदु नाट्य एकेडमी ऑफ ड्रामेटिक आर्ट्स, लखनऊ.
http://www.bnalko.in/index.aspx
– डिपार्टमेंट ऑफ ड्रामा एंड फाइन आर्ट्स, यूनिवर्सिटी ऑफ कालीकट.
– ड्रामा स्कूल मुंबई (डीएसएम), मुंबई