मनीष तिवारी ने दिल्ली के ‘मठाधीश’ पर किया हमला, ‘मैं नाम हटने से उतना हैरान नहीं जितना शामिल करने पर था’

कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने कहा, 'मैं नाम हटाए जाने से उतना हैरान नहीं हूं, जितना नाम शामिल किए जाने से था. इसके पीछे असली कारण क्या है, सभी जानते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2022 12:03 PM
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नई दिल्ली : कांग्रेस के बागी नेताओं के समूह जी-23 में तथाकथित तौर पर शामिल मनीष तिवारी ने पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची से नाम हटाए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है. पंजाब के श्री आनंदपुर साहिब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने शनिवार को कहा कि मैं नाम हटाए जाने से उतना हैरान नहीं हूं, जितना नाम शामिल किए जाने से था. इसके पीछे असली कारण क्या है, सभी जानते हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक हिंदू-सिख का सवाल है, पंजाब में कभी यह मुद्दा कभी रहा ही नहीं है. इसके साथ ही, पंजाब में हिंदू-सिख मुद्दे पर दिल्ली में बैठे ‘मठाधीश’ पर हमला किया है.

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान श्री आनंदपुर साहिब से कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी ने कहा, ‘मैं नाम हटाए जाने से उतना हैरान नहीं हूं, जितना नाम शामिल किए जाने से था. इसके पीछे असली कारण क्या है, सभी जानते हैं. उन्होंने कहा कि जहां तक हिंदू-सिख का सवाल है, पंजाब में कभी यह मुद्दा कभी रहा ही नहीं है.’ उन्होंने कहा कि अगर कभी यह मुद्दा होता तो मैं श्री आनंदपुर साहिब से सांसद नहीं होता.

तथाकथित तौर पर कांग्रेस के जी-23 के नेताओं में शामिल मनीष तिवारी ने आगे कहा कि एक सांसद और राजनीतिक कार्यकर्ता के तौर पर मैं व्यक्तिगत रूप से यही सोचता हूं कि लोकतंत्र में मुख्यमंत्री के चयन का अधिकार निर्वाचित विधायकों के पास होता है. उन्होंने कहा कि अभियान का नेतृत्व कौन करेगा और अभियान का चेहरा कौन बनेगा, यह पार्टी की ओर से तय किया जाता है.


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मीडिया से बातचीत में कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने यह भी कहा कि पंजाब में हिंदू और सिख में किसी प्रकार का कोई अंतर नहीं है. उन्होंने कहा, ‘ऐसा होना लाजिमी है कि शायद उस समय सुनील जाखड़ को रोकने के लिए दिल्ली में बैठे किसी ‘मठाधीश’ ने संकीर्ण मानसिकता का इस्तेमाल किया होगा.’

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