Karnataka Election 2023: कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता गोविंद करजोल ने आज यानी सोमवार (1 मई) को कांग्रेस पर बड़ी आरोप लगाया है. करजोल ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से घोषित आंतरिक आरक्षण को लेकर कांग्रेस अनुसूचित जातियों के बीच दुष्प्रचार अभियान चला रही है. इसके अलावा, उन्होंने कांग्रेस पर बंजारा और कोरमा जैसे छोटे समुदायों को भी भड़काने का आरोप लगाया है. इन समुदायों को बीजेपी का बड़ा समर्थक माना जाता है.
आरक्षण में हुआ है इजाफा: वहीं, कर्नाटक के सिंचाई मंत्री करजोल ने कहा कि उनके साथ कोई अन्याय नहीं हुआ है. बल्कि, बंजारा समुदाय के लिए आरक्षण में वृद्धि हुई है, लेकिन कांग्रेस दुष्प्रचार अभियान चला रही है और लोगों को भड़का रही है. राज्य सरकार ने हाल में अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षण 15 फीसदी से बढ़ाकर 17 फीसदी कर दिया था और 24 मार्च को आंतरिक आरक्षण की घोषणा की थी. लेकिन बंजारा और भोवी जैसे छोटे अनुसूचित जाति समूह आंतरिक आरक्षण को लेकर नाराज हैं क्योंकि उनका कोटा 4.5 फीसदी तक सीमित हो गया है.
वोट पर नहीं पड़ेगा असर- करजोल: वहीं, चुनाव पर इस फैसले के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर करजोल ने कहा, उन्हें समझना चाहिए कि सरकार ने बंजारा, भोवी और अनुसूचित जाति के अन्य छोटे समूहों के लिए आरक्षण 3 फीसदी से बढ़ाकर 4.5 फीसदी किया है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने सत्ता में रहते हुए इन जातियों को अनुसूचित जाति की सूची से हटाने की योजना बनाई थी और आज लोगों को इस मुद्दे पर गुमराह कर रही है. करजोल ने कहा, हमारी सरकार ने इन लोगों के साथ कोई अन्याय नहीं किया है. कोई असर नहीं पड़ेगा और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोग हमारे लिए वोट देंगे.
चार समूहों में बांटा गया है आरक्षण: उन्होंने यह भी कहा कि 17 फीसदी आरक्षण को जनसंख्या के आधार पर चार समूहों में बांटा गया है. करजोल कह चुके हैं कि यह उनका अंतिम चुनाव है. उनका मानना है कि वरिष्ठ पार्टी नेताओं जगदीश शेट्टर और लक्ष्मण सावदी के पार्टी छोड़ने से चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्य में रैलियों से पार्टी मजबूत होगी.