Gujarat Election 2022: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा है. ओवैसी ने गुजरात में लंबे समय से बीजेपी (BJP) के सत्ता में कायम रहने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है. साथ ही इस बात से इन्कार किया कि अगले महीने होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 में उनकी पार्टी AIMIM की भूमिका कांग्रेस के वोट में सेंध लगानी होगी.
ओवैसी ने आरोप लगाया कि गुजरात में बीजेपी समान नागरिक संहिता और महरौली हत्याकांड जैसे मुद्दे उठाकर चुनाव प्रचार अभियान के दौरान मुसलमान-विरोधी विमर्श गढ़ने की कोशिश में जुटी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सांप्रदायिक विमर्श गढ़ने के लिए ऐसे मुद्दों को उठा रही है. बीजेपी मुसलमानों के लिए समान नागरिक संहिता लाने की कोशिश कर रही है और हिंदुओं के लिए यह हिंदू संहिता होगी. वह लोगों को बांटने का प्रयत्न कर रही है. एआईएमआईएम के चीफ ने कहा कि बीजेपी नेता चुनाव प्रचार के दौरान इसी कारण से लिव इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब पूनावाला की चर्चा करते हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं पर पुरुषों की निर्मम क्रूरता के कई उदाहरण हैं. इसलिए यह पुरुषों की रुग्ण मानसिकता का मुद्दा है और इसकी निंदा की जानी चाहिए. लेकिन, इस घटना को धर्म से जोड़ना अस्वीकार्य है.
कच्छ जिले में चुनाव प्रचार के दौरान पीटीआई-भाषा को दिये इंटरव्यू में ओवैसी ने इस दावे का खंडन किया कि एआईएमआईएम वोट कटुआ पार्टी है. कच्छ जिले में विधानसभा की दो सीटों पर एआईएमआईएम चुनाव लड़ रही है. ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस हमारे विरुद्ध आरोप क्यों लगा रही है? क्या यह अपनी कमियों को ढ़कना नहीं है? बीजेपी पिछले 27 सालों से गुजरात में सत्ता में है और विपक्ष में बस कांग्रेस है. कांग्रेस को बीजेपी को हराने से किसने रोका था और वह करीब तीन दशक तक बीजेपी को हराने में विफल क्यों रही? कांग्रेस को पहले इस प्रश्न का उत्तर देना चाहिए.
बताते चलें कि कांग्रेस ने AAP और AIMIM पर बीजेपी की बी-टीम होने का आरोप लगाया है. ओवैसी ने कहा कि मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं यहां किसी के वोट में सेंध लगाने नहीं आया हूं. हम बीजेपी का मुकाबला करने के लिए यहां आये हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी गुजरात विधानसभा की 182 में से बस 13 सीटों पर लड़ रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस 169 सीट जीते और सरकार बनाए. यह बीजेपी से टक्कर लेने की कांग्रेस की अक्षमता और अनिच्छा ही है कि भारतीय जनता पार्टी 27 सालों से सत्ता में है. कांग्रेस के कारण ही बीजेपी जीत रही है.
एआईएमआईएम के चीफ ने कहा कि कांग्रेस ने गुजरात में बीजेपी के साथ समझौता कर लिया है. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी में अमेठी लोकसभा सीट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हार का जिक्र करते हुए उन्होंने संदेह जताया कि क्या यह गुप्त समझौता था. उन्होंने कहा कि यदि एआईएमआईएम पर बीजेपी के साथ हाथ मिलाने का आरोप लगाया जाता है, तो हम भी कांग्रेस के बारे में वैसा ही कह सकते हैं. क्या अमेठी में राहुल गांधी की हार बीजेपी एवं कांग्रेस के बीच गुप्त समझौते का उदाहरण थी? क्योंकि, वह दो सीटों से चुनाव लड़े थे तथा एक वायनाड से जीत गये, जबकि अमेठी में हार गये.
ओवैसी ने कहा कि किसी अन्य राजनीतिक दल की भांति एआईएमआईएम भी गुजरात में चुनाव लड़ रही है. उन्होंने कहा कि हमने शुरू में 14 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे. लेकिन, हमारा एक उम्मीदवार कांग्रेस में शामिल हो गया. इसलिए अब हम 13 सीटों पर लड़ रहे हैं. मुझे जनसमर्थन मिलने का विश्वास और उम्मीद है. एआईएमआईएम पहली बार गुजरात में विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरी है. वह मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में चुनाव लड़ रही है, जो पारंपरिक रूप से कांग्रेस के गढ़ रहे हैं. जब ओवैसी से पूछा गया कि यदि एआईएमआईएम कुछ सीटें जीत जाती है और त्रिशंकु विधानसभा अस्तित्व में आती है तो उनकी पार्टी की क्या रणनीति होगी, जिसके जवाब में उन्होंने यह कहते हुए जवाब देने से इनकार कर दिया कि यह काल्पनिक प्रश्न है. (भाषा इनपुट के साथ)