Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान गोधरा सीट की चर्चा है. दरअसल, गोधरा सीट गुजरात की राजनीति में कई मायनों में अहम है. गोधरा गुजरात के पंचमहाल जिले में है और ये जिले का मुख्यालय भी है. 2017 के चुनाव में गोधरा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी को मामूली मार्जिन से जीत मिली थी. इसी के मद्देनजर, चर्चा जोर पकड़ रही है कि क्या यह सीट इस बार बीजेपी के हाथ से निकल जाएगी?
बता दें कि गोधरा सीट पर दूसरे चरण में 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. गोधरा विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने फिर से अपने विजयी उम्मीदवार चंद्रसिंह कनकसिंह राउलजी को ही टिकट दिया है. वहीं, कांग्रेस ने इस बार गोधरा से नए चेहरे पर दांव लगाया है और रश्मिता दुष्यंत चौहान को मैदान में उतारा है. इसके अलावा, आम आदमी पार्टी ने राजेश पटेल राजू को गोधरा सीट से उम्मीदवार बनाया है. जबकि, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी (AIMIM) ने यहां से मुफ्ती हसर कचाबा को चुनावी रण में उतारा है.
वर्ष 2017 में गोधरा विधानसभा सीट पर कुल 42.00 फीसदी वोट पड़े थे. 2017 में बीजेपी के प्रत्याशी सीके राउलजी ने जीत दर्ज की थी. राउलजी ने कांग्रेस के परमार राजेन्द्रसिंह बणवंतसिंह (लालाभाई) को 258 वोटों के अंतर से हराया था. राजेन्द्रसिंह बणवंतसिंह को 74,891 (41.86 प्रतिशत) वोट मिले थे. जबकि, तीसरे नंबर पर रहे निर्दलीय प्रत्याशी परमार जशवंतसिंह सालमसिंह को 18,856 (10.54 प्रतिशत) वोट मिले थे.
असदुद्दीन ओवैसी ने गोधरा विधानसभा सीट से मुफ्ती हसर कचाबा को AIMIM का प्रत्याशी घोषित किया है. एआईएमआईएम की इस सीट पर मौजूदगी इसलिए भी ज्यादा अहम है, क्योंकि अगर मुस्लिम मतदाताओं का बंटवारा हुआ तो बीजेपी के लिए राह आसान हो जाएगी. लेकिन, अगर मुस्लिम मतदाता कांग्रेस की तरफ एकतरफा वोट कर गए तो कांग्रेस की प्रत्याशी स्मिता बेन बीजेपी के सीके राउलजी को मात दे सकती हैं. इस विधानसभा सीट पर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने नगर निगम चुनावों में सात सीटें जीती थीं.
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