Himachal Election 2022: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर से कांग्रेस के पूर्व नेता हरप्रीत सिंह रतन बुधवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. यह घटनाक्रम राज्य में 12 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले आया है. ANI अजेंसी से मिली जानकारी के अनुसार हरप्रीत सिंह रतन गुरुवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर भाजपा में शामिल हो गए. शिमला, कांग्रेस नेता और सिरमौर जिला महासचिव हरप्रीत सिंह रतन, जो पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र से आते हैं, लंबे समय तक कांग्रेस माइनॉरिटी फ्रंट के उपाध्यक्ष भी रहे हैं.
हरप्रीत सिंह रतन ने कांग्रेस पर अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कई अनुरोधों के बाद भी, कांग्रेस पार्टी द्वारा कार्यकर्ताओं के सम्मान और उनकी भावनाओं की अनदेखी की गई. मैं इस अज्ञानता के कारण दुखी हूं और इस वजह से मैंने आज कांग्रेस पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता को त्याग दिया है. उन्होंने आगे कहा कि वह बीजेपी में शामिल हुए क्योंकि यह “कार्यकर्ताओं की पार्टी” थी.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विचारों और उनके कुशल नेतृत्व से प्रभावित होकर मैं आज भाजपा में शामिल हुआ हूं. जानकारी हो कि इससे पहले इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रभारी हिमांशु व्यास ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के 5 घंटे बाद बीते 5 नवंबर को बीजेपी में शामिल हो गए थे. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के सचिव व्यास ने अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा.
Also Read: Maharashtra Vacancy: महाराष्ट्र पुलिस में निकली बंपर भर्ती, 10वीं पास करें अप्लाई, यहां देखें Direct लिंक
कांग्रेस छोड़ने के तुरंत बाद हिमांशु व्यास गुजरात में भाजपा में शामिल हो गए. राज्य में दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को मतदान होगा और नतीजे आठ दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. इस बीच, हिमाचल प्रदेश में भी शनिवार को मतदान होना है. गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में दो रैलियों को संबोधित किया, जहां उन्होंने भव्य पुरानी पार्टी पर तीखा हमला किया. सुजानपुर में रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के गढ़ माने जाने वाले इलाके में उसके पास कोई ताकत नहीं है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. जो क्षेत्र कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, उसका वहां से पूरी तरह सफाया हो गया है. कांग्रेस का झूठे वादों और झूठे गारंटियों का इतिहास रहा है. उन्होंने कांग्रेस पर अपने शासन के दौरान हिमाचल प्रदेश के लोगों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हिमाचल के लोग कई वर्षों के अपने शासन के दौरान कांग्रेस द्वारा किए गए विश्वासघात और छल के सबसे बड़े पीड़ित हैं. जबकि भाजपा ने हिमाचल के हर दरवाजे तक बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं.’