Karnataka Elections: चुनाव के लिए बीजेपी ने कसी कमर, सीएम बसवराज बोम्मई को बनाया चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष
Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के मद्देनजर बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में कर्नाटक प्रदेश चुनाव अभियान समिति का गठन किया.
Karnataka Assembly Elections 2023: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए तैयारी तेज कर दी है. इसी कड़ी में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में कर्नाटक प्रदेश चुनाव अभियान समिति का गठन किया. वहीं, पार्टी ने चुनाव प्रबंधन समिति की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे को सौंपी है.
प्रभावशाली जातियों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश
बीजेपी महासचिव अरुण सिंह की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह घोषणा की गई. पार्टी ने लिंगायत समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बोम्मई को चुनाव अभियान समिति का प्रमुख और वोक्कालिगा समुदाय से आने वाली करंदलाजे को चुनाव प्रबंधन समिति का संयोजक नियुक्त कर दो प्रभावशाली जातियों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की है.
BJP constitutes Election Campaign Committee led by CM Basavaraj Bommai and Election Management Committee led by Shobha Karandlaje of Karnataka BJP for Assembly elections 2023 pic.twitter.com/5qksQyHfli
— ANI (@ANI) March 10, 2023
चुनाव अभियान समिति के सदस्य के रूप में येदियुरप्पा की नियुक्ति
वहीं, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को चुनाव अभियान समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है. पार्टी ने कर्नाटक के अपने केंद्रीय मंत्रियों और पार्टी की राज्य इकाई के नेताओं को भी दोनों समितियों में सदस्य के रूप में नियुक्त किया है. बताते चलें कि कर्नाटक में इस साल मई में विधानसभा चुनाव होने हैं.
आरएसएस के कार्यकर्ता रहे हैं येदियुरप्पा
27 फरवरी, 1943 को मांड्या जिले के बुकानाकेरे में लिंगायत परिवार में जन्मे येदियुरप्पा शुरू से ही आरएसएस (RSS) के कार्यकर्ता रहे हैं. चुनावी राजनीति से अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा कर चुके येदियुरप्पा ने शिवमोगा के लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें उनकी सेवा के लिए अपना जनप्रतिनिधि चुना. बताते चलें कि येदियुरप्पा को जुलाई 2021 में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था. वहीं, कुछ ने इस कदम के लिए उनकी बढ़ती उम्र का हवाला दिया, जबकि कुछ अन्य ने कहा कि पार्टी राज्य में नया नेतृत्व विकसित करना चाहती है. येदियुरप्पा कर्नाटक बीजेपी के सबसे बड़े नेता हैं और लिंगायतों में उनका जनाधार है.