कर्नाटक चुनाव : कनकपुरा विधानसभा सीट में होगा जोरदार दंगल! डीके शिवकुमार के लिए आयी ये ‘गुड न्यूज’
karnataka election 2023 : रिटर्निंग ऑफिसर ने स्क्रूटनी के दौरान शिवकुमार द्वारा दाखिल नामांकन पत्रों में किसी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 24 अप्रैल है.
karnataka election 2023 : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो चली है. इस बीच सबकी नजर कनकपुरा विधानसभा सीट पर टिक गयी है जहां से कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष डीके शिवकुमार चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. इस सीट को लेकर कई तरह की अटकलें लगायी जा रही थी जिसपर अब विराम लग गया है. दरअसल रिटर्निंग ऑफिसर ने कनकपुरा विधानसभा सीट के लिए डीके शिवकुमार के नामांकन को स्वीकार कर लिया, जिससे उनके और भाजपा के राजस्व मंत्री आर अशोक के बीच एक हाई-प्रोफाइल लड़ाई का रास्ता साफ हो गया है.
आपको बता दें कि कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे जबकि मतों की गिनती 13 मई को होगी. रिटर्निंग ऑफिसर ने स्क्रूटनी के दौरान शिवकुमार द्वारा दाखिल नामांकन पत्रों में किसी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 24 अप्रैल है. इस खबर के प्रकाश में आने के बाद कांग्रेस ने राहत की सांस ली है. यही नहीं यह खबर शिवकुमार के लिए भी एक बड़ी राहत के रूप में देखा जा सकता है जो मुख्यमंत्री पद के रेस में हैं.
कांग्रेस का आरोप
कुछ दिन पूर्व अटकलें थीं कि केपीसीसी प्रमुख शिवकुमार के नामांकन को तकनीकी या कानूनी आधार पर खारिज किया जा सकता है, इसके बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया था. शिवकुमार ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरे सभी कागजात सही हैं. इधर कांग्रेस ने शनिवार को आरोप लगाया कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के कार्यालय (सीएमओ) से विभिन्न जिलों के निर्वाचन अधिकारियों को फोन कर विधानसभा चुनाव लड़ रहे कांग्रेस उम्मीदवारों द्वारा दायर नामांकन में खामी ढूंढने और भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों में गलतियों को सुधारने के लिए कहा जा रहा है.
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भाजपा उम्मीदवारों के कुछ नामांकन पत्रों में खामी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने मांग की है कि निर्वाचन आयोग को मामले की जांच करनी चाहिए और सच्चाई पता लगाने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) का कॉल डिटेल मंगानी चाहिए. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांग्रेस उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों को खारिज करने के लिए एक बड़ी साजिश की जा रही है. शिवकुमार ने आरोप लगाया कि भाजपा उम्मीदवारों के कुछ नामांकन पत्रों में खामी थी लेकिन सीएमओ ने ‘‘सीधे अधिकारी को फोन किया और उन्हें बदलाव करने के निर्देश दिये. उन्होंने इस संदर्भ में सौंदत्ती येल्लम्मा निर्वाचन क्षेत्र का उदाहरण दिया.
भाषा इनपुट के साथ