कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान समाप्त हो चुका है. चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार कुल 68.23 प्रतिशत मतदान हुए. अब देश की नजर नतीजों पर टिक गयी है. एग्जिट पोल के आंकड़े भी सामने आ चुके हैं. मतदान के बाद आए ज्यादातर चुनाव बाद सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल) में कांग्रेस के सबसे बड़े दल के तौर पर उभरने का अनुमान लगाया गया है. कर्नाटक में बहुमत का आंकड़ा 113 है.
‘जी न्यूज’ और ‘मैट्रिज’ – एग्जिट पोल में कांग्रेस को 41 प्रतिशत मतों के साथ 103 से 118 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. जबकि भारतीय जनता पार्टी को 36 प्रतिशत मतों के साथ 79 से 94 सीटें मिलने का अनुमान है. जनता दल (सेक्युलर) को 17 प्रतिशत मतों के साथ 25 से 33 सीटें मिल सकती हैं.
‘टीवी 9’ और ‘पोलस्ट्रेट’ – कांग्रेस को 99 से 109 सीटें मिल सकती हैं जबकि भाजपा को 88 से 98 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. इस एग्जिट पोल में यह अनुमान भी लगाया गया है कि जद (एस) को 21 से 26 सीटें मिल सकती हैं.
‘एबीपी न्यूज’ और ‘सी वोटर’- एग्जिट पोल में संभावना जताई गई है कि कांग्रेस को 100 से 112 सीटें मिल सकती हैं तथा भाजपा को 83 से 95 और जद (एस) को 21 से 29 सीटें हासिल हो सकती हैं.
रिपब्लिक एग्जिट पोल के अनुसार कर्नाटक में त्रिशंकू विधानसभा के आसार नजर आ रहे हैं
बीजेपी – 85 से 100 सीट
कांग्रेस – 94 से 100 सीट
जेडीएस – 24 से 32 सीट
अन्य – 2 से 6 सीट
ZEE News- MATRIZE के अनुसार बीजेपी को झटका, कांग्रेस को बहुमत
बीजेपी – 79 से 94 सीट
कांग्रेस – 103 से 118 सीट
जेडीएस – 25 से 33 सीट
अन्य – 2 से 5 सीट
News Nation के अनुसार – कर्नाटक में बन रही है बीजेपी की सरकार
बीजेपी – 114 सीट
कांग्रेस – 86 सीट
जेडीएस – 21 सीट
अन्य – 3 सीट
ABP C Voter News Data –
बीजेपी – 66 से 86 सीट
कांग्रेस – 81 से 101 सीट
जेडीएस – 20 से 27 सीट
अन्य – 0 से 3 सीट
एशियानेट के सुवर्ण-जन की बात एग्जिट पोल के अनुसार जेडीएस मैदान से बाहर
एशियानेट के सुवर्ण-जन की बात एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को 94 से 117 सीटों का फायदा होने का अनुमान है जबकि कांग्रेस को 91 से 106 सीटें मिलने का अनुमान है. जेडी (एस) के 14 से 24 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रहने की उम्मीद है.
2018 में बीजेपी को मिली थी सबसे अधिक 104 सीटें
2018 में बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37, जबकि अन्य को 3 सीटें मिली थी.
2013 का हाल
2013 में कांग्रेस ने 122 सीटें जीती थीं. भाजपा और जद (एस) को 40-40 सीटें मिली थीं, जबकि येदियुरप्पा की तत्कालीन कर्नाटक जनता पक्ष को छह सीटें और बी श्रीरामुलु की बडवारा श्रमिका रायतारा कांग्रेस पार्टी को चार सीटें मिली थीं.